भारतीय माताओं बहनों के सिंदूर को मिटाने वालों को सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के द्वारा पहुंचाय जहन्नुम, एक साथ 9 ठिकाने तबाह, हजारों आतंकी हुए हलाक
मधुसूदन सिंह
बलिया।। 22 अप्रैल को जब आतंकियों द्वारा धर्म पूँछ कर हिन्दू सैलानियों को उनकी पत्नियों के सामने गोली मारते हुए यह कहना कि जा कर मोदी को बताना, कहना कितना भारी पड़ेगा यह सपने मे भी नहीं सोचा होगा। आतंतियों के आकाओ को भी यह अंदेशा नहीं था कि एक चिटुकी सिंदूर मे इतनी ताकत होती है कि वो एक झटके मे ही आतंक के पर्याय बनने वाले हजारों को जहन्नुम पहुँचाने के लिये काफ़ी होता है।
वही भारत ने दुश्मनों को भनक भी नहीं लगने दी कि हमला होगा। भारत सरकार देश मे देशवासियों को मॉक ड्रिल के द्वारा आत्मरक्षा के बारे मे ट्रेनिंग दे रही थी, पीएम मोदी कार्यक्रम मे शामिल हो रहे थे, ऐसा लग रहा था कि अभी हमला नहीं होगा। यही पाकिस्तान भी समझ रहा था लेकिन भारत ने उसकी समझ से परे होकर हमला करके आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
आखिर वही हुआ जिसकी पूरे देश को उम्मीद थी। भारतीय सेना के जाबांज सैनिकों ने फिर से आतंक के गढ़ को नेस्तनाबूत कर दिखाया है । मंगलवार को जब सारा देश सो रहा था तब रात पौने दो बजे सेना के वीर रणबांकुरों ने आतंकी की फैक्टरी बने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया।
इसमें कुल 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया है। इसमें सैकड़ो आतंकियों को ढेर किया गया है, 55 से अधिक घायल हुए हैं। यह सब ऑपरेशन सिंदूर के तहत किया गया। बता दे कि बीते 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पूरे देश में आक्रोश था। सेना की तरफ से किसी बड़ी कार्यवाही की उम्मीद की जा रही थी। आखिर वह खुशखबरी भी सामने आ ही गई।अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि भारतीय वायुसेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के नौ आतंकी ठिकानों पर रात में छापेमारी की। यहां 900 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
एक नजर में ऑपरेशन सिंदूर
भारत ने पाकिस्तान और गुलाम-जम्मू-कश्मीर में जैश सरगना मसूद अजहर सहित नौ आतंकी ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक, भारी नुकसान।
प्रारंभिक सूचना के अनुसार भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान में 120 आतंकी मारे गए और 55 घायल।
भारत ने लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय पर किया हमला। मसूद अजहर के ठिकाने पर प्रहार।
जम्मू के अखनूर क्षेत्र में एक पाकिस्तानी जेएफ-17 लड़ाकू विमान को मार गिराने की सूचना है। भारत ने पाकिस्तान का GF-17 फाइटर विमान मार गिराया।
पाकिस्तानी सेना बोली-मिसाइलें दागी गईं, भारत ने कहा-सिर्फ आतंकी ठिकाने बनाए निशाना, एक्स पर लिखा-न्याय हुआ, जय हिंद।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा-पांच जगह हुआ हमला, पाकिस्तानी सेना सिर्फ तीन कोटली, बहावलपुर व मुज्जफराबाद बता रही है।
पाकिस्तान ने अगले 48 घंटे के लिए अपने सभी हवाई मार्गों को सभी उड़ानों के लिए बंद किया।
पाकिस्तानी सेना ने राजौरी और पुंछ में एलओसी पर रात को दागे गोले, एक महिला की मौत।
भारत ने किसी भी संभावित हमले से निपटने के लिए सरहदों से लेकर भीतरी इलाकों तक किया अलर्ट।
पाकिस्तान ने आपातकाल घोषित किया, लोगों को घरों में रहने को कहा गया।
15 दिन के अंदर भारत ने लिया बदला
आखिर पहलगाम नरंसहार के ठीक 15वें दिन मंगलवार रात करीब 1:44 बजे भारत ने पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला कर दिया।भारत ने इसे 'आपरेशन सिंदूर' नाम दिया है। भारत ने बहावलपुर में मसूद अजहर के ठिकाने सहित नौ आतंकी ठिकानों पर बमबारी की।
इस बीच, पाकिस्तानी सेना ने रात को एक बयान में कहा कि भारत ने पाकिस्तान के कोटली, बहावलपुर और मुज्जफरााबाद में मिसाइलों से हमला किया है।जबकि भारतीय सेना ने साफ कहा कि हमारी कार्रवाई सिर्फ आतंकी ठिकानों पर की गई है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य शिविरों को निशाना नहीं बनाया गया है।
लश्कर के आतंकियों का हुआ सफाया
मुजफ्फराबाद में बिलाल मस्जिद, भारतीय मिसाइलों से सक्रिय लश्कर शिविर पर हमला।
नियंत्रण रेखा पर तैनात चीनी HQ-9 वायु रक्षा प्रणाली भारतीय मिसाइलों का पता लगाने में विफल रही।
23 लश्कर आतंकवादियों के मारे जाने की खबर।
बताया जा रहा है कि भारत ने पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के उन ठिकानों को निशाना बनाया है।जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाई जाती थी गई और खून-खराबे के लिए निर्देश जारी किए जाते थे।
बता दें कि 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकियों ने कश्मीर के पहलगाम में 25 हिंदू पर्यटकों सहित 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी।इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कहा था कि आतंकी हमले के गुनाहगार और उसके समर्थक बख्शे नहीं जाएंगे।
भारत की ओर से कहा गया है कि उसकी यह कार्रवाई लक्षित और नपी-तुली और बिना किसी उकसावे वाली रही है।किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया है।भारत ने लक्ष्यों के चयन और कार्रवाई के तरीके में काफी संयम दिखाया है।ये कदम पहलगाम में हुए बर्बर नरसंहार के मद्देनजर उठाए गए हैं।
इस हमले में आतंकियों ने 25 पर्यटकों और एक स्थानीय व्यक्ति की हत्या कर दी थी।आगे कहा गया है कि भारत ऐसे आतंकी हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा।इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिका के एनएसए को हमले की जानकारी दी
हमलों के तुरंत बाद एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। भारत की कार्रवाई केंद्रित और सटीक रही है। वाशिंगटन में अमेरिका में भारतीय दूतावास में भेज संदेश में कहा गया कि किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, "यह शर्मनाक है। हमने ओवल के दरवाज़े से अंदर जाते ही इसके बारे में सुना। मुझे लगता है कि लोगों को अतीत के कुछ अंशों के आधार पर पता था कि कुछ होने वाला है। वे लंबे समय से लड़ रहे हैं। अगर आप इसके बारे में सोचें तो वे कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि यह बहुत जल्दी खत्म हो जाएगा।"
रक्षा मंत्रालय ने आधी रात बयान जारी किया
रक्षा मंत्रालय ने आधी रात बयान जारी करके कहा कि अब से कुछ समय पहले भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया।
इसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और निर्देशित किया गया।
इसमें बताया गया कि कुल मिलाकर, नौ (9) स्थलों को निशाना बनाया गया है। हमारी कार्रवाई केंद्रित, मापी गई और प्रकृति में गैर-उग्र रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया है।
भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है। ये कदम पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं जिसमें 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।
हम इस प्रतिबद्धता पर खरे उतर रहे हैं कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। आज बाद में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
भारत-पाकिस्तान के बीच अब तक हुए संघर्ष का इतिहास
भारत ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे, की हत्या के जवाब में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में नौ जगहों पर हमला किया, जिसके लिए उसने पाकिस्तान को दोषी ठहराया। पाकिस्तान ने कहा कि भारतीय मिसाइल हमलों का जवाब देने की प्रक्रिया चल रही है। भारत की यह नवीनतम कार्रवाई परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच सैन्य संघर्षों की लंबी सूची में जुड़ गई है। दोनों देशों के बीच कितनी बार संघर्ष हुआ है।
1947: कश्मीर पर पहला युद्ध अगस्त 1947 में हिंदू-बहुल भारत और मुस्लिम-बहुल पाकिस्तान का जन्म हुआ, जब ब्रिटिश ने उपमहाद्वीप पर औपनिवेशिक नियंत्रण छोड़ दिया, और महीनों बाद दोनों नए देश कश्मीर के सुंदर हिमालयी क्षेत्र पर नियंत्रण के लिए युद्ध में थे। जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है।
1965: कश्मीर को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच दूसरा युद्ध हुआ। कश्मीर पर नियंत्रण की कोशिश में पाकिस्तानी सेना भारत के हिस्से में घुस गई, जिसके जवाब में भारत ने सीमा पार कर सैन्य आक्रमण किया। इस जंग में ज़मीनी और वायु सेना दोनों के बीच घमासान युद्ध हुए और इतिहास की कुछ सबसे बड़ी टैंक लड़ाइयां भी हुईं।
1971: पूर्वी पाकिस्तान पर युद्ध- पड़ोसियों ने पाकिस्तान के पूर्वी हिस्से पर अपना तीसरा युद्ध लड़ा। इस संघर्ष में हज़ारों लोग मारे गए, जिसका अंत भारत द्वारा इस क्षेत्र को अलग करने में मदद करने के साथ हुआ। इसके बाद पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा और स्वतंत्र देश बांग्लादेश बना।
1999: कारगिल युद्ध- पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा कश्मीर में घुसपैठ करने के बाद कारगिल के उच्च-ऊंचाई वाले क्षेत्र में दोनों देशों के बीच आमना-सामना हुआ। यह दोनों देशों के बीच आधिकारिक रूप से परमाणु हथियार क्षमता प्राप्त करने के बाद पहली झड़प थी। पाकिस्तान की भारत कारगिल समेत कई जगहों पर कब्जे की कोशिश को नाकाम करने के लिए भारत ने ऑपरेशन विजय चलाया और भारतीय सेना को सफलता मिली।
2016: उड़ी हमला- कश्मीर के उरी क्षेत्र में भारतीय सैन्य अड्डे पर आतंकियों के द्वारा हमला किए जाने के बाद पाकिस्तानी क्षेत्र में कथित इस्लामी आतंकवादी लान्चपैड पर "सर्जिकल स्ट्राइक" की।
2019: पुलवामा हमला- भारत ने कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमले के जवाब में पाकिस्तान के बालाकोट शहर के पास एक आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर एयर स्ट्राइक कर इसे नेस्तानाबूद कर दिया।
पाकिस्तान ने किया रोना धोना शुरू
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बौखलाते हुए ट्वीट किया, "चालाक दुश्मन ने पाकिस्तान में पांच स्थानों पर कायरतापूर्ण हमले किए हैं। भारत द्वारा किए गए इस युद्ध के कृत्य का पाकिस्तान को जोरदार तरीके से जवाब देने का पूरा अधिकार है और जोरदार जवाब दिया जा रहा है। पूरा देश पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है और पूरे पाकिस्तानी राष्ट्र का मनोबल और भावना उच्च है। पाकिस्तानी राष्ट्र और पाकिस्तानी सशस्त्र बल जानते हैं कि दुश्मन से कैसे निपटना है। हम दुश्मन को उनके नापाक इरादों में कभी सफल नहीं होने देंगे।"
पाकिस्तान के डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि कश्मीर में आतंकवादी हमले के मद्देनजर दोनों देशों के बीच तीव्र तनाव के बीच भारत ने कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में मिसाइल हमले किए, जो एक "कायरतापूर्ण हमला" है।
आतंकवादियों और उनके आका पर ऐसे ही हो कार्रवाई, देश है साथ
भारतीय आर्म्ड फोर्सेज द्वारा देर रात चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी लोगों को हो गई। इसके बाद कुछ लोग टीवी पर अपडेट देखते रहे तो कुछ ने सोशल मीडिया पर इसके बारे में जानकारी की। रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई को सराहा। उनका कहना है कि इस तरह से ही आतंक, आतंकवादियों और उनको संरक्षण देने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे। सरकार और सेना के साथ पूरा देश खड़ा है।
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तरह से आतंकी ठिकानों पर हमला किया है, देश हित में यह जरूरी था। क्योंकि आतंकवादियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देना पड़ेगा। तभी यह जड़ से खत्म हो सकेगा। - सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर मनोज कुमार।
सेना को इस तरह की छूट मिलनी चाहिए। आतंक और आतंकवादियों से सेना 24 घंटे में निपटने में सक्षम है। ऑपरेशन सिंदूर से सेना आतंकवादियों के संरक्षणदाताओं को भी सबक सिखा देगी। - रमाशंकर सिंह, रिटायर्ड कैप्टन
सेना द्वारा आतंकी ठिकानों पर हमले की जानकारी देर रात मिली है। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद यह जरूरी हो गया था। पूरा देश इसके लिए सरकार और सेना की ओर देख रहा था। इससे आतंकियों का खात्मा होगा। - सेवानिवृत्त कर्नल अपूर्व त्यागी
पहलगाम में जिस तरह से आतंकियों ने कायराना कृत्य किया था। उसका बहादुरी से जवाब देना बहुत आवश्यक था। सेना ने अब इसका आपरेशन सिंदूर से जवाब दिया है। इससे आतंकवादियों को संरक्षण देने वाले भी वर्षों तक याद रखेंगे। - रिटायर्ड सूवेदार मेजर महावीर सिंह भदौरिया
डोनाल्ड ट्रम्प ने ऑपरेशन सिंदूर के द्वारा हुई कार्यवाही को बताया शर्मनाक
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हमने इसके बारे सुना है. यह शर्मनाक है. उम्मीद करता हूं कि ये बहुत जल्द खत्म हो. कोई भी दो ताकतवर देशों को जंग के रास्ते पर जाता नहीं देख सकता. इन दोनों देशों का इतिहास बहुत पुराना है और तनाव चरम पर है. लेकिन इस दुनिया को जंग नहीं शांति चाहिए.
भारत के ऑपरेशन सिंदूर पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि हम इन रिपोर्ट्स से अवगत हैं. हालांकि, अभी हम ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं है. अभी हम मौजूदा घटनाक्रमों पर करीब से नजर बनाए हुए हैं.
वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक, भारत की एयरस्ट्राइक के तुरंत बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो को फोन कर उन्हें मामले पर अपडेट दी.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने पुष्टि की है भारत ने मुजफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर में हमले किए हैं. हम नुकसान का आकलन करेंगे. भारत का कोई भी विमान या जेट पाकिस्तान के एयरस्पेस में नहीं घुसा. वहीं, पाकिस्तान में लाहौर और सियालकोट हवाईअड्डों को अगले 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है.
बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी जबकि 17 घायल हुए थे. यह हमला पहलगाम की बैसरन घाटी में किया गया था, जिसमें आतंकियों ने चुन-चुनकर लोगों को निशाना बनाया था.
बता दें कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया है. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक की है. यह कार्रवाई रात डेढ़ बजे के आसपास की गई. इसके तहत बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में स्ट्राइक की गई।