अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित हुआ पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन
बलिया।। गंगा बहुद्देशीय सभागार में बुधवार को रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विधान परिषद सदस्य डा. धर्मेंद्र सिंह ने महारानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, कार्य और आदशों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि वे भारत की सांस्कृतिक जागरण की अग्रदूत और सनातन परंपरा की रक्षक थी।
कठिनाइयों और विषम परिस्थितियों में भी उन्होंने न केवल शासन को कुशलता से संभाला, बल्कि गरीबों, असहायों और महिलाओं को सेवा को सर्वोपरि रखा। रानी अहिल्यवाई ने काशी विश्वनाथ, सोमनाथ समेत कई महत्वपूर्ण मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया। 16 करोड़ रुपये की अपनी निजी संपति से चारों धाम, सात पुरी और 12 ज्योतिलिंगों का पुनर्निर्माण कराया। मुख्य अतिथि ने उन्हें महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बताते हुए कहा कि उनके शासुरेन्द्र सिंह, अमिताभ उपाध्याय, संजीव कुमार डम्पू,विजय बहादुर सिंह, मनोरमा गुप्ता,आलोक शुक्ला,अरुण सिंह बन्टू, कृष्णा पाण्डेय, अशोक यादव, सतबीर सिंह,संतोष सिंह, नितेश मिश्रा,नितू पाण्डेय, जावेद कमर खां, संतोष पाण्डेय ,आलोक सिंह,सोनी तिवारी, ज्ञान प्रकाश पाण्डेय,स्वेता राय,उदय पासवान, सुरजीत सिंह परमार, ने नितेश सिंह ,अभिजीत तिवारी, आदित्य तिवारी,दिब्यांत सिंह आदि लोग उपस्थित थे।सन में दहेज प्रथा पर रोक, विधवा पुनर्विवाह की नैतिक समर्थन और महिला सैन्य टुकड़ों के गठन जैसे ऐतिहासिक निर्णय लिए। उन्होंने नारी शक्ति को शासन में उचित स्थान दिया और समाज सुधार के अनुकरणीय कार्य किए। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की परम्परा की और शास्त्रों के चिंतन-मनन को आगे बढ़ा रहे है।
जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा ने कहा कि अहिल्याबाई ने 3175 मंदिरों व 250पीर स्थानो का जिर्णोद्धार कराया।कहा कि उनके द्वारा कहा जाता था कि सच और शक्ति के बल पर मैं जो कुछ भी कर रही हूं,उसका जबाब मुझे ईश्वर को देना है। अहिल्याबाई के लोककल्याणकारी कार्य के कारण ही उन्हें लोकमाता पुण्य श्लोक प्रातः स्मरणीय कहकर लोग सम्मान करते थे। मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने कहा कि आज जो भी सरकारी योजनाएं हैं वह अहिल्याबाई होल्कर से प्रेरित योजना है।उनकी सोच काफी दुरदर्शी थी।वह गरीबों व जनहित के काम के लिए याद की जाती है।इस मौके पर सुरेन्द्र सिंह, अमिताभ उपाध्याय, संजीव कुमार डम्पू,विजय बहादुर सिंह, मनोरमा गुप्ता,आलोक शुक्ला,अरुण सिंह बन्टू, कृष्णा पाण्डेय, अशोक यादव, सतबीर सिंह,संतोष सिंह, नितेश मिश्रा,नितू पाण्डेय, जावेद कमर खां, संतोष पाण्डेय ,आलोक सिंह,सोनी तिवारी, ज्ञान प्रकाश पाण्डेय,स्वेता राय,उदय पासवान, सुरजीत सिंह परमार, नितेश सिंह , अभिजीत तिवारी, आदित्य तिवारी,दिब्यांत सिंह आदि लोग उपस्थित थे।