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फ्यूज जोड़ने के दौरान बुजुर्ग पूर्व संविदा लाइनमैन गिरकर गंभीर रूप से घायल




सिकन्दरपुर, बलिया,23मार्च।।  थाना क्षेत्र के नवानगर अस्पताल के समीप ट्रांसफार्मर का फ्यूज जोड़ने के दौरान पूर्व संविदा लाइन मैन गंभीर रूप से झुलस गया आसपास मौजूद लोगों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर पहुंचाया जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर चिकित्सक ने जिला अस्पताल भेज दिया। आसपास के लोगों ने घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर पहुंचाया ।  घायल नवानगर निवासी पूर्व संविदा लाइन मैन भरत राम,के अनुसार मालदा फीडर पर तैनात संविदा कर्मचारी विकलांग  मंटू सिंह ने  शनिवार की दोपहर फोन कर नवानगर अस्पताल के छत  के ऊपर टूट कर गिरे तार को जोड़ने  के लिए कहा। कहा की मैने कहा कि शट डाउन मिलेगा तभी हम काम कर पाएंगे जिस पर मंटू सिंह द्वारा कहा गया कि शट डाउन ले लिया गया है और गौरीशंकर को भेज रहा हूं उनके साथ मिलकर तार को जोड़ दीजिए। कहा कि मैं छत पर चढ़कर तार जोड़ दिया और जैसे ही ट्रांसफार्मर पर चढ़कर फ्यूज जोड़ रहा था तभी बिजली आ गई और मै बिजली के झटके से नीचे गिर गया। भरत राम के बयान से ही साफ है कि शट डाउन लें लिया गया था, अन्यथा ये तार जोड़ते वक़्त ही घायल हो जाते। दूसरी संभावना यह व्यक्त की जा रही है कि भरत राम बिजली चालू होने से नहीं, बल्कि किसी के सोलर लाइट से करेंट आने से झटका खा कर गिरे है। अब क्या सच्चाई है, यह जांच के बाद ही पता चल पायेगी। सोलर की लाइट से दुर्घटना हुई है, इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।





बोले एसडीओ जांच के बाद दोषी पर होंगी कार्यवाही 

इस संबंध में मालदा विद्युत सब स्टेशन पर तैनात जेई सद्दाम अंसारी से बात करने पर कहा गया कि यह घटना उनके संज्ञान मे नहीं है, इसकी जांच की जायेगी।

इस संबंध में एसडीओ अजय कुमार से मोबाइल से वार्ता की गयी तो उन्होंने कहा कि भरत राम पूर्व में मालदा सब स्टेशन के संविदा कर्मचारी रहे हैं। मेरे संज्ञान में इस घटना  से संबंधित कोई जानकारी नहीं है पूरे मामले की जांच की जाएगी, जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।




पहले भी ये जाकर बनाते थे लाइन : घायल की पत्नी सहलतिया 

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर में घटना की जानकारी के बाद पहुंची घायल लाइनमैन भरत राम की पत्नी सहलतिया  उम्र 58 वर्ष व पुत्री सुनीता व अनीता का रो-रोकर बुरा हाल था बार-बार लाइनमैन की पत्नी यही कह रही थी कि जब काम होता था तो बिजली विभाग के कर्मचारी फोन करके इनको बुलाते थे,हम मना भी करते थे तो यह नहीं मानते थे और उनके कहने पर चले जाते थे।आज जब इनके साथ हादसा हो गया तो बिजली विभाग का कोई कर्मचारी देखने तक नहीं आया।

इससे साफ है गरीबी के चलते ढलती उम्र मे भी भरत राम पैसा कमाने के लालच मे पहले भी ऐसा कार्य करते रहे है। यह जिस तरह से गरीब है, ठीक उसी तरह से जिस संविदा कर्मी मंटू सिंह पर बुलाने का आरोप लग रहा है, वह भी बेहद गरीब है और वह दोनों पैरों से विकलांग है। सिर्फ नाम मे सिंह होना उसका सबसे बड़ा गुनाह बन गया है। नाम न छापने की शर्त पर एक कर्मी ने बताया कि घायल के इलाज के लिये 2200 रूपये की सहायता दी गयी है।