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बलिया एक्सप्रेस की खबर का हुआ असर : बांसडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव के दौरान बच्ची के हाथ टूटने की घटना के लिये बनी जांच टीम

 


मधुसूदन सिंह

बलिया।। जन सरोकार वाली खबरों को प्रमुखता से उठाने वाले बलिया एक्सप्रेस की खबर का एक बार फिर से बड़ा असर देखने को मिला है।पिछले 30 जून को बांसडीह स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव के दौरान नवजात बच्ची का हाथ प्रसव कराने वाली आरोपी आशा के खिलाफ सीएमओ बलिया डॉ जयंत कुमार ने तीन सदस्यों वाली समिति का गठन किया है। इस समिति में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देवेंद्र सिंह, डॉ अभिषेक मिश्र डीएसओ और डीपीएम डॉ आर बी यादव शामिल है।





सीएमओ बलिया के हस्ताक्षर से 3 अगस्त को जारी आदेश में समिति को 3 कार्य दिवस में रिपोर्ट देने की बात कही गयी है। बता दे 30 जून को गुंजा पत्नी धुरान रजक का प्रसव बांसडीह स्वास्थ्य केंद्र पर हुआ था। पीड़िता गुंजा का आरोप है कि उसका प्रसव आशा पूनम वर्मा द्वारा कराया गया था। चुंकि आशा को न तो प्रसव कराने का विभागीय प्रशिक्षण ही दिया जाता है, न ही ऐसा करने की अनुमति ही है। ऐसे में प्रसव कराते वक़्त नवजात की बाह आशा के द्वारा बल प्रयोग करने के दौरान टूट  गया होगा। बता दे कि उस दिन प्रसव कराने की ड्यूटी एएनएम ऊषा की थी।

समिति के गठन की सूचना मिलते ही संबंधित आरोपियों में हड़कंप मच गया है। अब देखना है कि जांच टीम द्वारा क्या रिपोर्ट दिया जाता है। बता दे कि पीड़िता ने सीएचसी प्रभारी भी इस कांड के बाद सहयोग न करने की बात मीडिया को बतायी है। पीड़िता का यह भी कहना है कि शिकायत करने के बाद से उसको अनजान नंबरों से कई बार शिकायत वापस लेने की धमकी भी दी जा रही।