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श्रद्धा का केंद्र दुर्जनपुर के शायर माता मंदिर तक जाने वाला मार्ग उपेक्षा का शिकार, तहसील प्रशासन हो या पंचायतराज विभाग किसी को नही चिंता




मधुसूदन सिंह

बलिया।। प्रदेश सरकार के मुखिया सीएम योगी जी ने आदेश दिया है कि पूरे नवरात्रि अवधि में माँ दुर्गा के मंदिरो में भजन कीर्तन, सुन्दर कांड आदि का आयोजन किया जाय। लेकिन जनपद के बैरिया तहसील का प्रशासन हो या ब्लॉक स्तरीय अधिकारी हो या ग्राम प्रधान हो, दुर्जनपुर के सुप्रसिद्ध माता शायर के मंदिर तक पहुंचने वाले मार्ग को सुधि लेना भी गंवारा नही समझा। बता दे कि जनपद का दुर्जनपुर का यह माता रानी एक मात्र मंदिर है जहां प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु गाजे बाजे के साथ आकर अपनी मनौती पूर्ण होने पर कराह चढ़ाते है। इस दिन मंदिर और इसके बाहर श्रद्धालुओं का रेला लगा रहता है।

















मंदिर तक पहुंचने वाले मार्ग में बनी नालियां खुली हुई है। जिसमे भीड़ के चलते अक्सर श्रद्धालु असावधानी वश खुली नाली में गिर भी जाते है। मात्र 15 पटियो से यह नाली ढक जाती लेकिन लगता है ग्राम पंचायत को अपने क्षेत्र के इस सुप्रसिद्ध मंदिर तक लोग सकुशल पहुंचे और दर्शन के बाद वापस जाये,इसकी चिंता ही नही है।








बता दे कि इस मंदिर पर दो बार विशाल भंडारे का आयोजन होता है जिसमे 10 हजार से ज्यादे लोग प्रसाद ग्रहण करते है। लेकिन खास बात यह है कि अभी तक इस मंदिर के किसी भी आयोजन में व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिये पुलिस लगी ही नही है। यह भी सत्य है कि इस क्षेत्र के थानेदार ने कभी आकर जानने का भी प्रयास नही किया कि कही कोई परेशानी तो नही है।

स्थानीय लोगों का यह भी कहना था कि प्रति दिन सैकड़ो श्रद्धालुओं के आने के कारण सड़क पर भीड़ होने के साथ गंदगी भी होती है लेकिन ग्राम पंचायत ने इस सड़क पर कूड़ा पात्र भी नहीं रखा है। चाहे तहसील प्रशासन हो, ब्लॉक हो, पुलिस विभाग हो या ग्राम पंचायत हो, शायर माता के मंदिर तक पहुंचने वाले मार्ग की उपेक्षा स्थानीय लोगों में आक्रोश भर रहा है।