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स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक थे चंद्रशेखर आजाद





रसड़ा बलिया।। सोमवार को चंद्र शेखर आजाद के बलिदान दिवस के अवसर पर क्रांतिकारी समारोह समिति उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में आजाद चौराहा रसड़ा स्थापित प्रतिमा पर  फूल माला एवं पुष्पांजलि  अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण  श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर विचार करते हुए वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व कृतित्व पर चर्चा की। क्रांतिकारी स्मारक समिति के वरिष्ठ सदस्य कृष्णानंद पांडेय ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद अपने आजाद नाम को सार्थक रखते हुए ब्रिटिश हुकूमत की आंखों में धूल झोंक कर संघर्ष  करते रहे। अंतिम समय में दुश्मनों से घिरा देखकर अपनी ही रिवाल्वर की गोली कनपटी में मारकर मां भारती का अमर सपूत सदा, सदा के लिए अमर हो गये, यह  उनकी बहादुरी की मिसाल है।







अन्य वक्ताओं  ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद को क्रांतिकारियों का सिरमौर  बताते हुए कहां कि आज हम उनके बलिदान से स्वतंत्र भारत के नागरिक हैं। इन के त्याग बलिदान देशभक्ति से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है जिससे भारत दुनिया के सामने  गौरवपूर्ण गाथा का संदेश दे सके।  कार्यक्रम में, कृष्णानंद पांडेय, सुरेश राम,  श्री प्रकाश गुप्ता दुर्गेश त्रिपाठी  गगनदीप सिंह आशु ,अभिषेक शर्मा आनंद श्याम पांडेय, चंदन तिवारी अमरजीत यादव अमरजीत यादव आदि उपस्थित रहे।