Breaking News

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ से सीएम को भेजा पत्रक, उत्कर्ष हत्याकांड की सीबीआई जांच और पत्रकार सुरक्षा क़ानून लागू करने की उठाई मांग




प्रयागराज।।भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ ने आज मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को संबोधित पांच  सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी प्रयागराज के माध्यम से सौंपा। जिसमें  गत 31 दिसम्बर 2022 को  दिन दहाड़े हुई पवन प्रभात के सम्पादक   के   पुत्र  उत्कर्ष  (19 वर्ष) छात्र बी टेक  की  हत्याकांड की.कहा गया है कि पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं पर प्रभावी कदम उठाया जाए और पत्रकारों की सुरक्षा हेतु प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए। इसके साथ ही इस प्रकार की निर्मम और अप्रत्याशित घटनाओं को रोकने के लिए सदन में इस पर विस्तार से चर्चा कराई जाए।



उल्लेखनीय है कि प्रयागराज जनपद के थाना करछना अंतर्गत ग्राम  गंधियांव   निवासी पवन प्रभात के संपादक पवनेश  पवन के पुत्र उत्कर्ष  (  जो बीटेक द्वितीय वर्ष का छात्र था )   31 दिसंबर 2022  को प्रातः विद्यालय के लिए निकला था और 10:00 बजे के आसपास परिजनों को उसकी दुर्घटना होने की जानकारी मिली। जिसे  साजिशन प्रथम दृष्टया रेल दुर्घटना करार दिया गया था किंतु बाद में मिले साक्ष्य के आधार पर उसकी हत्या का मुकदमा संख्या 16 /  2023 करछना थाने में 14 जनवरी 3023  को  हत्या के 15 दिन बाद  पंजीकृत किया गया। इसके बाद लगभग 1 महीने हो गए जांच में बहुत सार्थक परिणाम सामने नहीं आ रहा है जिससे पत्रकार परिवार दुखी है और पूरा पत्रकार समुदाय आक्रोशित  है। इसीलिए मुख्यमंत्री को यह मांग पत्र दिया गया कि इस प्रकरण को सीबीआई को सौंपा जाए।







  मांग पत्र देने वालों में भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेश्वर मिश्र राष्ट्रीय संयोजक भगवान प्रसाद उपाध्याय जिला अध्यक्ष प्रयागराज रमाकांत त्रिपाठी जिला उपाध्यक्ष राजेश कुमार यादव जिला मुख्य महासचिव राजेंद्र पांडेय जिला कोषाध्यक्ष पंकज गुप्ता महानगर अध्यक्ष शिवपूजन सिंह उपाध्यक्ष विकास केलकर जिला संगठन सचिव प्रदीप सिंह जिला संयुक्त सचिव लालचंद प्रजापति सुशील कुमार पाल शिवेश कुमार राय हिमांशु गुप्ता श्याम सुंदर सिंह पटेल अरविंद पांडेय  आदि अन्य दर्जनों पत्रकार उपस्थित रहे मांग पत्र सौंपा जाने के पश्चात पत्रकारों ने इस घटना के पर्दाफाश की पुरजोर मांग की। साथ ही चेताया कि यदि इस हत्याकांड का खुलासा नहीं हुआ तो अति शीघ्र आंदोलनकारी रुख अपनाने को विवश हो जाने की बात कही  ।बता दें कि इस प्रकरण की गूंज पूरे प्रदेश में है और विभिन्न जिला व तहसील इकाइयों द्वारा मुख्यमंत्री  को संबोधित ज्ञापन तहसील व जिला के सक्षम अधिकारियों के माध्यम से भेजा जा रहा है।