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बलिया एक्सप्रेस के पाठको की संख्या पहुंची 1 करोड़ पार, धन्यवाद सभी पाठक परिवार



मधुसूदन सिंह

बलिया।। बागी बलिया की धरती से प्रकाशित राष्ट्रीय हिंदी साप्ताहिक "बलिया एक्सप्रेस " के डिजिटल संस्करण बलिया एक्सप्रेस न्यूज पोर्टल ने 16 अक्टूबर 2022 को एक कीर्तिमान स्थापित करने का काम किया है। इस संस्करण ने अपनी लोकप्रियता को बलिया ही नही विश्व के लगभग दो दर्जन से अधिक देशो मे पहुंचाने का काम किया है। खबर हर कीमत पर, के ध्येय से प्रकाशित बलिया एक्सप्रेस ने खबरों से कभी समझौता नही किया है और न भविष्य मे कभी करेगा। यही कारण है कि इस न्यूज पोर्टल को आज 1 करोड़ से ज्यादे पाठकों का आशीर्वाद, दुलार, प्यार हासिल हुआ है। बलिया एक्सप्रेस ने यह भी साबित किया है कि मात्र महानगरों से प्रकाशित अख़बार हो या न्यूज पोर्टल ही सफलता नही प्राप्त कर सकते है बल्कि छोटे शहरों से भी प्रकाशित होने वाले न्यूज पोर्टल हो या अख़बार खबरों मे अगर जान है तो वो भी सफलता के झंडे गाड़ सकता है।

मात्र लगभग साढ़े तीन साल के सफर मे इस मील के पत्थर को स्थापित करने के लिए सभी पाठकों को बलिया एक्सप्रेस परिवार दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त करते हुए सभी को दीपावली की अग्रिम शुभकामनायें देते हुए सुख समृद्धि और उत्तरोत्तर विकास की ईश्वर से प्रार्थना करता है।





इस सफऱ मे मील का पत्थर स्थापित करने मे प्रदेश व देश की प्रमुख खबरों को चैनलों पर चलने से पहले देने वाले साथी ए कुमार का बड़ा योगदान है। वही बलिया एक्सप्रेस के उप संपादक संतोष कुमार शर्मा के योगदान को तो कभी भुलाया ही नही जा सकता है, जिन्होंने न सिर्फ इसके लुक को समय समय पर बदलते हुए आकर्षण युक्त बनाया बल्कि अपनी खबरों से भी सामाजिक तानाबाना को मजबूत करते रहे है। उप संपादक डॉ सुनील कुमार ओझा के योगदान को भुला देना अपने जीवन के कुछ वर्ष की स्मृतियों को भूलने जैसा साबित होगा। डॉ ओझा बलिया एक्सप्रेस को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिये हमेशा तन मन धन से लगे रहते है। इनको भुलाना स्वयं को भुलाना जैसे है।






बेल्थरा रोड के दो छोटे भाइयों अभयेश मिश्र और नीलेश दीपू के योगदान को भी कही से कमतर नही आंका जा सकता है। इन दोनों भाइयों ने खबर हर कीमत पर, के अनुसार ही बेल्थरा रोड से खबरों को भेजकर जन सरोकार की खबरों से बलिया एक्सप्रेस को जोड़कर सफलता दिलाने मे अहम भूमिका निभाई है।

गड़हांचाल की खबरों का भी इस सफलता मे कम योगदान नही रहा है। गड़हांचाल क्षेत्र के बलिया एक्सप्रेस के जांबाज साथियों बड़े भाई ओपी राय और पवन कुमार यादव व मोमशाद अहमद ने भी अपनी इलाकाई खबरों से बलिया एक्सप्रेस को सफल बनाने मे महत्वपूर्ण योगदान दिया है। क्योंकि इसी क्षेत्र मे सबसे ज्यादे पशु तस्करी, शराब तस्करी और खाद्यान्न की तस्करी होती है। बलिया एक्सप्रेस इन अवैध धंधो के खिलाफ लगातार मुहिम चलाता रहता है।

नगरा और रसड़ा क्षेत्र की चर्चा न की जाय तो सफलता का यह जश्न अधूरा लगेगा। इस क्षेत्र से बड़े भाई दिग्विजय सिंह, संतोष द्विवेदी और बृजेश कुमार सिंह ने जन सरोकार से जुड़ी जो खबरें बलिया एक्सप्रेस के माध्यम से जन जन तक पहुंचाई उसको अन्य लोग लिखने से भी डरते थे। बलिया एक्सप्रेस अपने इन बहादुर साथियों को इस जश्न के अवसर पर सलाम करता है।

इसके साथ ही इस सफलता मे दो व्यक्तियों का भी अमूल्य योगदान है। एक है बड़े भाई विजय कुमार मिश्र जी और दूसरे है देशराज जी। कोरोना काल मे जहां विजय कुमार मिश्र जी ने बलिया एक्सप्रेस को नये नये स्वरूपों मे पाठकों तक पहुंचाने का काम किया तो वर्तमान मे लखनऊ के साथी देशराज जी इस भूमिका का निर्वहन करते हुए आज मील का पत्थर स्थापित करने मे प्रमुख स्तम्भकार बनकर खड़े हुए है। बलिया शहर मे विक्की कुमार, नवल जी, विवेक, शशि, सुनील सेन दादा का भी समय समय पर मिला सहयोग सफलता मे सहायक बना है।

इसके साथ ही हमारे कई ऐसे साथी है जो हमें गुप्त रूप से सूचनाएं देकर बलिया एक्सप्रेस को सफलता के इस मुकाम तक पहुंचाने का काम किये है। बलिया एक्सप्रेस परिवार उन सभी शुभेच्छुओ को दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त करते हुए नमन वंदन करता है।

बलिया एक्सप्रेस अपने सभी सुधि पाठकों को यह विश्वास दिलाता है कि आप लोगों ने जो विश्वास अबतक बनाया है, उस विश्वास को कभी टूटने नही दिया जायेगा। हमारी कोशिशों को आज सफलता के नये मजबूत पँख लगे है, जिसकी मदद से हम जन सरोकार से जुड़ी  खबरों को दुगने जोश से आप लोगों तक पहुंचाने का वादा करते है।

ऐसे ही सहयोग की आशा के साथ

आप सबका..... मधुसूदन सिंह संपादक बलिया एक्सप्रेस