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लखनऊ रहकर बलिया से वेतन लेने वाले विनोद सैनी को सीएमओ ने दिया बड़ा तोहफा,दिया लेखानुभाग का प्रभार

 


मधुसूदन सिंह

बलिया।। जो बाबू लगभग तीन सालों से लखनऊ रहकर बलिया के मुख्यचिकित्साधिकारियों से वेतन लेता रहा है और जिसका अनुपस्थिति के कारण पिछले माह से वेतन रोका गया है, ऐसे बाबू के प्रति मुख्यचिकित्साधिकारी बलिया डॉ जयंत कुमार के दिल मे ऐसा वात्सल्य प्रेम उमड़ा कि सीधे लेखा विभाग की चाभी ही थमा दी।

जी हाँ, जिस बाबू को पिछले लगभग 3 सालों से लखनऊ रहकर वेतन लेने का दोषी पाया गया हो, जिसका वेतन भी खुद मुख्यचिकित्साधिकारी ने रोका हो, जिसको निलंबित होना था,उसको लेखा अनुभाग का प्रभारी बनाना चर्चा का विषय बन गया है। हम बात कर रहे है जिला क्षय रोग अधिकारी बलिया के प्रधान सहायक विनोद कुमार सैनी की, जिनके नाम के आगे उपस्थिति पंजिका मे अधिकतर LKO लिखा हुआ है, जिनकी शिकायत यहां पर तैनात चिकित्सक डॉ साकेत बिहारी ने मुख्यचिकित्साधिकारी और जिलाधिकारी तक से की है, उसको दण्डित करने के बजाय ईनाम देना भ्रष्टाचार की संस्कृति को बढ़ाने वाला है।

वही विनोद कुमार सैनी की जगह जिस प्रधान सहायक गुलाम किब्रिया अंसारी को तैनाती दी गयी है, वह भी शासनादेश के खिलाफ की गयी है।  मुख्य सचिव के जिस शासनादेश संख्या 8/2022/सा0-119/saitalis-4-2022(1/3/96)दिनांक 13.5.2022 के अनुपालन मे गुलाम किब्रिया अंसारी का तबादला किया गया है, वो इस शासनादेश की परिधि मे आते ही नही है। श्री अंसारी जिस पटल को देख रहे थे, वहां अभी उनको दो साल ही हुए है। यानी मुख्यचिकित्साधिकारी डॉ जयंत कुमार को शासनादेश की भी लगता है पूरी जानकारी नही है। श्री अंसारी ने इस आदेश के खिलाफ मुख्यचिकित्साधिकारी बलिया को अपना प्रतिवेदन सबूतों के साथ दे दिया है।




अब देखना है निदेशक प्रशासन का क्या होता है रुख

स्वास्थ्य विभाग मे निदेशक प्रशासन डॉ गणपति राजा का सिक्का चलता है। लोग कहते है कि ये नियम कायदे कानून के बड़े पक्के अधिकारी है। ऐसे मे टीबी क्लिनिक मे तैनात विनोद कुमार सैनी का प्रकरण भी इनको जरूर संज्ञान मे होगा और अब श्री सैनी को मुख्यचिकित्साधिकारी द्वारा दण्डित करने की बजाय ईनाम देने की भी खबर लग ही गयी होगी। ऐसे मे सबकी निगाह निदेशक प्रशासन के कदम पर टिक गयी है। क्या निदेशक प्रशासन मुख्यचिकित्साधिकारी बलिया द्वारा एक ऐसे बाबू को जो लखनऊ रहकर वेतन लेता था उसको लेखा अनुभाग का प्रभारी बनाने के निर्णय को स्वीकार करते है या विनोद कुमार सैनी को निलंबित करके अनुपस्थिति वाले प्रकरण की जांच कराते है?

अगर विनोद कुमार सैनी की अनुपस्थिति की जांच हो जायेगी तो इसकी जद मे कई मुख्यचिकित्साधिकारी भी आ जायेंगे। बलिया एक्सप्रेस का मानना है कि निदेशक प्रशासन को सबसे पहले विनोद कुमार सैनी के मोबाइल नंबर 9335353545 का लोकेशन पिछले 3 सालों का निकलवा कर चेक करना चाहिये कि ये बलिया थे या लखनऊ। अगर लोकेशन लखनऊ अधिकतर निकलता है तो इनके खिलाफ कठोर कार्यवाही के साथ ही इनको अनुपस्थिति के बावजूद वेतन देने का आदेश देने वालों के भी खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। अगर ऐसा नही होता है तो यह बलिया के स्वास्थ्य विभाग मे अलग तरह का भ्रष्टाचार पनप जायेगा। सूच्य हो कि लगभग 20 बाबू  वर्तमान मे विनोद कुमार सैनी की राह पर चल भी रहे है।