Breaking News

बुधवार से 15 अक्टूबर तक होगा छूटे हुए बच्चों का नियमित टीकाकरण




शून्य से 16 वर्ष तक के बच्चों का किया जायेगा टीकाकरण

प्रदेश के 28 जिलों में नियमित सत्रों के माध्यम से होगा टीकाकरण

बलिया।।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० जयंत कुमार ने बताया कि बच्चों में होने वाले विभिन्न प्रकार के संक्रमण एवं गंभीर जानलेवा बीमारियों से बचाव तथा शिशु मृत्यु-दर को नियंत्रित करने के लिये प्रदेश के 28 जिलों में आज से 15 अक्टूबर तक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा| अभियान में कहीं कोई त्रुटि न रहने पाए, सभी छूटे हुए बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण हो और ई-कवच पोर्टल पर शत-प्रतिशत टीकाकरण दर्ज हो, इसके लिए सोमवार को जिला, ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों और आशा, एएनएम को ऑनलाइन प्रशिक्षण जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ० आरबी यादव के नेतृत्व में दिया गया।

जनपद सहित प्रदेश के 28 जिलों में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान किसी भी कारणवश छूटे हुए शून्य से 16 वर्ष तक के बच्चों का नियमित टीकाकरण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के आठ जिलों में डिप्थीरिया और मिजेल्स रूबेला के केस निकले हैं इसलिए संवेदनशील जिलों में यह अभियान चलाया जायेगा।




उन्होंने बताया की इस अभियान के सफलता के लिए समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक/ प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अभियान से पहले सभी बच्चों की ड्यू लिस्ट तैयार कर ली जाए। समय से माइक्रोप्लान तैयार कर सभी टीकाकरण सत्रों को पहले से व्यवस्थित कर लिया जाए। नियमित टीकाकरण सत्र पहले की तरह बुधवार एवं शनिवार को आयोजित किये जायेंगे। इसके अतिरिक्त आवश्यकतानुसार सत्रों का आयोजन किया जा सकता है। उन्होंने समस्त जनपदवासियों से अपील की है कि विशेष अभियान का लाभ उठाकर अपने बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं, जिस भी बच्चे का कोई भी टीका छूटा है तो उसे जरूर लगवा लें।

उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ० शशि प्रकाश ने बताया कि नियमित टीकाकरण विशेष अभियान के तहत जिले में 31005 बच्चों को पेंटा प्रथम डोज़, 23683 बच्चों को मिजिल्स-रूबेला प्रथम डोज़, 32914 बच्चों को मिजिल्स रूबेला द्वितीय एवं 47084 बच्चों को डीपीटी बूस्टर की द्वितीय डोज़ लगाई जायेगी। शासन स्तर से दिए गए लक्ष्य को अभियान के दौरान शत-प्रतिशत प्राप्त करने का भरसक प्रयास किया जाएगा।उन्होंने बताया कि विशेष अभियान के दौरान कोविड टीकाकरण की गतिविधियों के कारण किसी भी नियमित टीकाकरण सत्र को प्रभावित नहीं किया जाएगा।

उन्होंने  बताया कि जन्म के समय बीoसीoजीo, ओ०पी०बी०, हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया जाता है l छह सप्ताह पर ओ०पी०बी०1, पेन्टावैलेन्ट 1, एफ-आई०पी०वी० 1, रोटा 1 व पीसीवी 1, 10 सप्ताह पर – ओ०पी०वी०-2, पेन्टावैलेन्ट-2 एवं रोटा-2 , 14 सप्ताह पर – ओ०पी०वी०-3, पेन्टावेलेन्ट-3, एफ-आई०पी०वी०-2, रोटा-3 एवं पी०सी०वी०-2, 9 माह से 12 माह तक – एम०आर०-1, पी०सी०वी० बूस्टर एवं विटामिन ए की पहली खुराक बच्चों को दी जाती है l

इसके साथ ही कहा है कि 16 से 24 माह में एम०आर०2, डी०पी०टी०- बूस्टर प्रथम, बी०ओ०पी०वी०- बूस्टर, एवं विटामिन ए -2 की खुराक बच्चों को दी जाती है l 5 से 6 वर्ष में डी०पी०टी०-बूस्टर द्वितीय, 10 वर्ष पर टीडी और 16 वर्ष पर टीडी का टीका लगाया जाता है।