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शासन की मंशा के अनुरूप ही है (सुखी मन शिक्षक) यह कार्य - कुलपति आजमगढ़

 





कुलपति का माल्यार्पण कर जताया आभार

आजमगढ़ ।। जनपद आजमगढ़ एवं मऊ  के  अनुदानित स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के शिक्षको ने शनिवार को महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय, आज़मगढ़ के कुलपति प्रो प्रदीप शर्मा को संगठन की तरफ से डा घनश्याम दुबे मऊ ने माल्यार्पण कर आभार जताते  हुए कहा कि कुलपति महोदय ने जिस तरह से  बिना कुछ कहे स्ववित्तपोषित  शिक्षकों  के सेवा विस्तरण को समाप्त कर उनके भविष्य को संरक्षित किया है, उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है । 

आपको बताते चलें कि प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालयों में स्ववित्तपोषित शिक्षकों एवं प्रबंध तंत्र के बीच एक करारनामा किया जाता था , जो हर 5 वर्षों के बाद पुनः विस्तारित किया जाता था। डा अमरेश पाठक ने कहा की, यही वो सबसे कमजोर कड़ी थी, जहां पर प्रबंध तंत्र शिक्षकों के साथ मोलतोल करते हुए उनका शोषण करता था । संविदा विस्तरण के समय  शिक्षकों को प्रताड़ित किया जाता था । किंतु महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के नवागत कुलपति महोदय ने हम शिक्षकों की इस विकट समस्या को समझते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के शासनादेश को लागू करते हुए भविष्य में विषय की संबद्धता समाप्त होने तक  अथवा 62 वर्षों के लिए संविदा विस्तरण कर दिया जिससे स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के शिक्षक खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं । 





इसी कड़ी में जनपद मऊ आजमगढ़ के समस्त अनुदानित महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित शिक्षक विश्वविद्यालय प्रांगण, आजमगढ़ में एकत्र हुए तथा कुलपति प्रो शर्मा का सम्मान एवं आभार ज्ञापन किया । सम्मान समारोह से अभिभूत कुलपति प्रो शर्मा ने कहा कि हम शिक्षक हित के लिए दिन-रात प्रयासरत हैं। शासन की मंशा भी यही है कि शिक्षक सुखी मन से अध्ययन और अध्यापन का कार्य करें तथा शैक्षिक माहौल को लगातार बेहतर बनाएं।

 कुलपति के सम्मान समारोह में जनपद आजमगढ़ के शिक्षक संघ के अध्यक्ष, डॉ शैलेश पाठक ने तथा जनपद मऊ के जिला अध्यक्ष डॉ दिनेश कुमार श्रीवास्तव ने कुलपति प्रो शर्मा का माल्यार्पण कर आभार प्रकट किया। इस अवसर पर जनपद मऊ से डॉ घनश्याम दुबे, डॉ मनोज कुमार उपाध्याय, डॉक्टर अरुण कुमार मिश्र तथा जनपद आजमगढ़ से डॉ अमरेश पाठक, डॉ प्रदीप राय, डॉक्टर अखिलेश तिवारी, डॉ रामकुमार मौर्य,डॉ दुष्यंत त्रिपाठी,डॉ गरिमा अग्रवाल,डॉ संतोष कुमार उपाध्याय,डॉ रविंद्र कुमार साहनी, डॉ शिखा सिंह,डॉ राजेश्वरी पांडे एवं अन्य शिक्षक गण उपस्थित रहे।