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3 दिन पहले मानसून के आने की जतायी गयी संभावना

 


                              फोटो -साभार

नईदिल्ली ।। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस वर्ष मानसून के सक्रिय होने की संभावित तिथि की घोषणा की है । इस बार मानसून के आने की वास्तविक तिथि 3 जून से पहले ही 31मई को ही सक्रिय होने की संभावना बतायी जा रही है । बता दे कि पूर्णरूप से स्वदेशी तकनीकी पर आधार उपकरणों के आधार पर भारत मौसम विज्ञान विभाग 2005 से ही मौसम के सम्बंध में सटीक संभावनाएं व्यक्त करता आ रहा है ।

1. पृष्ठभूमि


भारत की मुख्य भूमि पर दक्षिण पश्चिम मानसून की प्रगति केरल में मानसून की शुरुआत से चिन्हित होती है और यह एक महत्वपूर्ण संकेतक है जो गरम और शुष्क मौसम से वर्षा के मौसम में परिवर्तन को दर्शाता है। जैसे-जैसे मानसून उत्तर की ओर बढ़ता है, क्षेत्रों में चिलचिलाती गर्मी के तापमान से राहत का अनुभव होता है। दक्षिण पश्चिम मानसून 1 जून को लगभग 7 दिनों के मानक विचलन के साथ केरल में आ जाता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) 2005 से केरल में मानसून की शुरुआत की तारीख के लिए संक्रियात्मक पूर्वानुमान जारी कर रहा है। इस उद्देश्य के लिए ± 4 दिनों की मॉडल त्रुटि के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अत्याधुनिक सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग किया जाता है । मॉडलों में प्रयुक्त 6 पूर्वसूचक हैं: (i) उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान,(ii) दक्षिण प्रायद्वीप में मानसून पूर्व / प्री-मानसून वर्षा का चरम, (iii) दक्षिण चीन सागर के ऊपर बहिर्गामी दीर्घतरंग विकिरण (OLR), (iv) दक्षिण-पूर्व हिंद महासागर पर निचली क्षोभमंडलीय क्षेत्रीय पवन, (v) पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के ऊपर ऊपरी क्षोभमंडलीय क्षेत्रीय पवन, और (vi) दक्षिण-पश्चिम प्रशांत क्षेत्र में बहिर्गामी दीर्घतरंग विकिरण (OLR) ।






पिछले 17 वर्षों (2005-2021) के दौरान केरल में मानसून की शुरुआत की तारीख के आईएमडी के संक्रियात्मक पूर्वानुमान 2015 को छोड़कर सही साबित हुए थे। हाल के 5 वर्षों (2017-2021) के लिए पूर्वानुमान सत्यापन नीचे दी गई तालिका में दिया गया है ।



2. केरल में 2022 के दक्षिण-पश्चिम मानसून आरंभ के लिए पूर्वानुमान


इस साल, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून का आरंभ, मानसून के आरंभ की सामान्य तिथि के तुलना में थोड़ा पहले होने की संभावना है। केरल में मानसून की शुरुआत 27 मई को 4 दिनों की मॉडल त्रुटि के साथ होने की संभावना है ।



3. 2022 के दक्षिण-पश्चिम मानसून की स्थिति और अंडमान सागर के ऊपर प्रगति


 भारतीय मानसून क्षेत्र में, दक्षिण अंडमान सागर में शुरुआती मानसूनी बारिश का अनुभव होता है और मानसूनी हवाएं बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ती हैं। मानसून की शुरुआत / प्रगति की सामान्य तिथियों के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मानसून 22 मई तक अंडमान सागर के ऊपर अग्रसर हो जाता है। 15 मई, 2022 के आसपास बढ़ी हुई क्रॉस इक्वेटोरियल हवा की स्थिति दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल हो रही है। पिछले आंकड़ों से पता चलता है कि अंडमान सागर के ऊपर मानसून की प्रगति की तारीख का संबंध केरल में मानसून की शुरुआत की तारीख के साथ और देश में मौसमी मानसून वर्षा के साथ नहीं है।