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सम्पन्न हुआ 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का महा स्वर्ण प्राशन संस्कार

 


बलिया ।। महर्षि भृगु बाबा की तपोभूमि बलिया के हनुमानगंज स्थित महादेव पैलेस बलिया पर 18 जनवरी 2022 दिन मंगलवार को महा स्वर्ण प्राशन का कार्य सम्प्पन हुआ जिसमे जिले के अलग अलग क्षेत्रो से आये बच्चो का स्वर्ण प्राशन संस्कार सम्पन्न हुआ। 18 जनवरी को पुष्य नक्षत्र माघ मास कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को महा स्वर्ण प्राशन शास्त्रोक्त विधि से अयोध्या निवासी नाड़ी रोग विशेषज्ञ वैद्य श्री आचार्य डॉक्टर आर पी पांडे जी के सानिध्य में उन्हीं द्वारा निर्मित स्वर्ण भस्म मधु व ब्राम्ही आदि बूटियों से शास्त्रोक्त विधि से निर्मित औषधि द्वारा किया गया । उसके 30 मिनट के उपरान्त बच्चो को खीर केशर युक्त खिलाया गया ।आचार्य डॉक्टर आर पी पांडे, जो  जाने माने नाड़ी रोग विशेषज्ञ भी है ने पचास से अधिक लोगो का नाड़ी देख उनके रोग को ना सिर्फ पहचाना बल्कि उनको दवा भी दिया और कहा कि इन दवाओं से वो 100% ठीक हो जाएंगे ।








आचार्य डॉक्टर आर पी पांडे  जो  अनंत शिखर ट्रस्ट अयोध्या के संस्थापक भी हैं ने कहा कि स्वर्ण महा प्राशन की विशेषता का वर्णन शास्त्रों में भी लिखा है, कि 

स्वर्ण प्राशनम हि एतत मेधाअग्निबलवर्धनम, आयुष्यम मंगलम पुण्यं वृष्यम वर्णयम ग्रहापहम!

मासात परममेधावी व्याधिभीरनरचनम ध्रीश्यते, शडिभरमासैररू श्रुतधररु स्वर्ण प्राशानाद भवेत् !!

अर्थात स्वर्ण प्राशन से शिशु की मेधा अग्नि बुद्धि बल तथा आयु की वृद्धि होती है । उसको बार-बार होने वाली खांसी जुखाम व मौसमी बीमारी से बचाव होता है । पाचन शक्ति में वृद्धि होने से उसकी भूख बढ़ती है जिससे उसका वजन तथा लंबाई में वृद्धि होती है । मंगल कर्ता पुष्य नक्षत्र में इसके सेवन से लाभ कई गुना बढ़ जाता है । 6 महीने से 16 वर्ष की आयु के बच्चे बच्चियों को स्वर्ण प्राशन कराया जाता है जिससे सभी वर्णित लाभ प्राप्त होते है।

इस कार्यक्रम में  रजनीकांत सिंह, शशी दुबे,उत्कर्ष सिंह, करन सरावगी, रामेश्वर यादव प्रधान, मुरलीधर यादव प्रधान, अशोक यादव,मोहनीश गुप्ता मोनू वरिष्ठ समाजसेवी, पूर्व प्रधान रेनू पांडे वरिष्ठ पत्रकार भोलाजी, अनिल , नितेश  आदि लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।

इस कार्यक्रम में सैकड़ों बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया गया । वैद्य  जी के द्वारा बवासीर की दवा निशुल्क दी गई और कई मरीजों की नारी परीक्षण के बाद दवा लिखी गई । वैद्य जी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भृगु ऋषि की इस पावन नगरी में बहुत अच्छा अनुभव प्राप्त हुआ यहां के लोगों का हृदय की गहराइयों से  धन्यवाद व आभार व्यक्त करता हूं ।