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गर्भवती के सही पोषण में मददगार बनी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना - पहली बार गर्भवती होने पर तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रुपये

 



- गर्भावस्था के दौरान मिले बेहतर पोषण और जच्चा-बच्चा दोनों रहें स्वस्थ – सीएमओ 

  - जनपद की 76,670 महिलाओं को अब तक मिला योजना का लाभ

बलिया ।। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को तीन किश्तों में मिलने वाली 5000 रुपये की राशि उनके व बच्चे के सही पोषण में बहुत ही सहायक बन रही है । यह कहना है जिले के नगवा निवासी सुमित्रा देवी का । वह बताती हैं कि पहली बार गर्भवती होने पर रजिस्ट्रेशन के बाद प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये प्राप्त हुए, उसके बाद दूसरी किश्त में गर्भावस्था के ही दौरान ही 2000 रुपये मिले | इससे उन्हें पोषण में बहुत सहयोग मिला। प्रसव के बाद बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने के बाद 2000 रुपये तीसरी किश्त में मिले । सरकार की यह योजना बहुत ही अच्छी है। हमारा बच्चा स्वस्थ है और पूरा परिवार बहुत खुश है । फुलवारिया निवासी रेशमा का भी ऐसा ही कहना है ।  

  जनपद में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत जनवरी 2017 में हुई थी।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० तन्मय कक्कड़ का कहना है कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई), एक ऐसी योजना है जिसमें पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल व सही पोषण के लिए तीन किश्तों में 5000 रुपये सरकार द्वारा सीधे उनके पंजीकृत खाते में भेजे जाते हैं। इस  योजना का उद्देश्य है कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बेहतर पोषण मिल सके जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।  


 





तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रुपये

एसीएमओ एवं योजना के नोडल अधिकारी डॉ० सुधीर कुमार तिवारी ने बताया कि योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को तीन किश्तों में 5000 रुपए दिए जाते हैं । पहली किश्त 1000 रुपए की होती है जो कि गर्भावस्था के दौरान पहले 150 दिन के अंदर पंजीकरण कराने के बाद प्रदान की जाती है। दूसरी किश्त  गर्भावस्था के 180 दिन के अंदर कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) कराने पर प्रदान की जाती है । दूसरी किश्त में लाभार्थी को 2000 रुपए मिलते हैं। तीसरी किश्त प्रसव के उपरांत  बच्चे के प्रथम चरण का  टीकाकरण पूर्ण होने पर मिलती है। इसके तहत लाभार्थी को 2000 रुपए दिए जाते हैं। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और पोर्टल से जुड़ी हुयी है। पोर्टल पर लाभार्थी का पंजीकरण होना बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि इसी के आधार पर उसे योजना का लाभ मिलता है। 

    आंकड़ों पर एक नजर

जनपद के शीर्ष उपलब्धि वाले दस ब्लॉक की उपलब्धि व प्रतिशत इस प्रकार है-

रसड़ा में 7,216 (137%), गड़वार में 5,144 (117%), सियर में 6,783 (109%), बेरुआरबारी में 3,599 (108 %), पंदह में 4,080 (106%),  बेलहरी में 3,564 (104%), दुबहर में 4,716 (97%), मुरली छपरा 3,613 (95%), मनियर 3,425 (95), कोटवा में 4322 (93%) गर्भवती को योजना से लाभान्वित किया गया है ।

उपलब्धियां 

डॉ०  तिवारी ने बताया कि जनपद में योजना के प्रारंभ से अब  तक 76,670 महिलाओं  को योजना का लाभ मिल चुका है । योजना के तहत जिले में अब तक करीब 29.31 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में भेजे जा चुके हैं ।