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जलभराव व ईओ का चोली दामन का साथ : बलिया के बाद चितबड़ागांव में भी जलभराव,शिव मंदिर में जमा हुआ गन्दा पानी

 


मधुसूदन सिंह

चितबड़ागांव बलिया ।। क्या समानता है ,ईओ दिनेश विश्वकर्मा और जलभराव का । साहब जहां जाते है,जलभराव इनके साथ ही उस जगह पहुंच जाता है । साढ़े चार साल से बलिया को तरणताल बनाने वाले ईओ साहब को जब चितबड़ागांव टाउन एरिया का भी चार्ज मिला तो यहां के नागरिकों के साथ साथ मंदिर में रहने वाले भगवान को भी जलभराव के बीच रहने को मजबूर होना पड़ रहा है । बता दे कि इस साल चितबड़ागांव टाउन एरिया भी जलभराव की शिकार हो गयी है । हद तो तब हो गयी जब तेलिया पोखरा पर बने शिव मंदिर में भी गन्दा पानी लग गया । इससे शिव भक्तों में उबाल आ गया और बलिया मुख्यालय से लेकर स्थानीय शिव भक्त गांधी जयंती के दिन शिव मंदिर में जमा गन्दे पानी मे खड़े होकर सत्याग्रह करने लगे । इसकी खबर लगते ही ईओ दिनेश विश्वकर्मा भी फोन से सत्याग्रहियों से संपर्क करते हुए भारी बारिश व पुलिस फोर्स की उपलब्धता नही होने की बात कहते हुए सोमवार को निश्चित स्थायी समाधान करने का आश्वासन दिये, तब जाकर सत्याग्रह समाप्त हुआ ।



बता दे कि  2 अक्टूबर 2021 को चितबड़ागांव के तेलिया पोखरा पर हुए सत्याग्रह में सभी लोगों ने प्रशासन के विशेष अनुरोध पर आंदोलन को 10 अक्टूबर 2021 तक के लिए स्थगित कर दिया है । ईओ दिनेश विश्वकर्मा ने फ़ोन पर हुई बात में बताया कि आज 2 अक्टूबर के और भारी बारिश के कारण पुलिस फोर्स नही मिल पाया जिससे शिव मंदिर का काम शुरू नही हो पाया ।

 सोमवार से पुलिस फोर्स के साथ अतिक्रमण हटाने और पानी निकासी का परमानेंट व्यवस्था का कार्य शुरू हो जाएगा। भारी बारिश के बीच बलिया व चितबड़ागांव से आये तमाम शिव भक्त आज शिव मंदिर को गंदे पानी से मुक्त कराने हेतु भारी बारिश के बीच तेलिया पोखरा के गन्दे पानी मे एकत्र हुए थे ।

 सबने एक सूत्र से मांग रखी थी कि परमानेंट नाला बना कर यह व्यवस्था किया जाए की शिव मंदिर में फिर कभी भी पानी ना लगे साथ ही यह मांग भी थी कि पोखरे में जो भी अतिक्रमण हुआ है उसको मुक्त किया जाए और घाटों को साफ कराया जाए । चेताया कि यदि सोमवार से कार्य शुरू नही होता व 10 अक्टूबर तक कार्य सम्पन्न नही होता तो 11 अक्टूबर से क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा जो कार्य समाप्त होने के बाद ही समाप्त होगा।