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बेसिक शिक्षा परिषद के अध्यापको का धरना समाप्त, बीएसए और डीसी नुरुल होदा पर कार्यवाही का मिला आश्वासन

 










बीएसए और डीसी होदा दोनों पर भारी पड़े बलिया के प्राथमिक शिक्षक,दोनों पर जांच का आदेश, एक सप्ताह में कार्यवाही तय

मधुसूदन सिंह

बलिया ।। विगत चार दिनों से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया के कार्यालय पर चल रहा प्राथमिक शिक्षकों का धरना मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल व बैरिया विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह के प्रयास और बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा मोबाइल के माध्यम से संबोधन के साथ दिये गये आश्वासन के बाद समाप्त हो गया । बेसिक शिक्षामंत्री ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि एक सप्ताह के अंदर जांच कराकर बेसिक शिक्षा अधिकारी और डीसी नुरुल होदा के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी । मंत्री जी के आश्वासन के बाद जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में चल रहा धरना समाप्त हो गया ।

सुनिये बेसिक शिक्षा मंत्री ने क्या दिया आश्वासन


बीएसए चोट्टा और दरिद्र अधिकारी : सुरेंद्र सिंह

प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा बीएसए कार्यालय पर मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के साथ धरना स्थल पर पहुंचे बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह यहां भी अपने चिरपरिचित अंदाज में जमकर दहाड़े । श्री सिंह ने बीएसएस शिवनारायण सिंह को चोट्टा और दरिद्र अधिकारी कहते हुए शिक्षकों का आह्वान किया कि अगर यह नही सुधरता है तो इसको बलिया की भाषा मे सुधारिये , जैसे मैंने एक डीआईओएस को जिलाधिकारी के सामने स्वागत किया था ।

कहा कि वैसे बलिया में छांटे हुए अधिकारी ही सुधारने के लिये भेजे जाते है । अब यहां नही सुधारा जायेगा तो कहां जायेगा । कहा कि ऐसे दरिद्र का ईमान नही होता है और ऐसे को दंड देना जरूरी होता है । कहा कि कोई हुदा है या कुछ और , उसकी भी बहुत शिकायते मिल रही है । श्री सिंह ने यहां तक कहा कि मंत्री जी (आनंद स्वरूप शुक्ल) केवल आप मेरे साथ रहिये,पूरे प्रदेश के बिगड़ैल अधिकारियों को सुधार दिया जाएगा ।






डीसी नुरुल होदा की तैनाती पर उठा सवाल

सभा की अध्यक्षता करने वाले जितेंद्र सिंह ने बलिया में डीसी के पद पर नुरुल होदा की तैनाती पर ही सवाल खड़ा करते हुए जांच की मांग की । जितेंद्र सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि पुस्तको के लिये शासन से धन आ जाने के बावजूद अभी तक 60 प्रतिशत ही किताबे क्रय की गई है और बीआरसी पर पड़ी हुई है । जबकि शासन का स्पष्ठ आदेश है कि किताबो को बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से सीधे विद्यालयों को भेजी जायेगी ।