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दो की आईजीआरएस पर शिकायत,एक पर कार्यवाही

 


बलिया । जिलाधिकारी अदिति सिंह के निर्देश पर अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन महेंद्र श्रीवास्तव एवं औषधि निरीक्षक मोहित कुमार दीप ने छापामारकर कर बिना लाइसेंस के चल रही एक मेडिकल स्टोर को बंद करा दिया है । साथ ही दुकानदार को बैरिया पुलिस के हवाले कर दिया।

बता दे कि समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) पर किसी ने बैरिया थाना क्षेत्र के करमानपुर चट्टी बगैर लाइसेंस के चल रही दो दवा की दुकानो मौर्या मेडिकल स्टोर और दीपक मेडिकल स्टोर की शिकायत की थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने कार्रवाई करने का निर्देश अभिहित अधिकारी खाद सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन महेंद्र श्रीवास्तव को दिया। जिसपर वे औषधि निरीक्षक मोहित कुमार दीप वरिष्ठ लिपिक रविशंकर पाण्डेय एवं सहायक दयाशंकर के साथ संबंधित खुली हुई  दुकान मौर्या मेडिकल स्टोर पर पहुंच गए,दूसरी दुकान दीपक मेडिकल स्टोर बंद मिली । 

दुकानदार से मेडिकल स्टोर का लाइसेंस दिखाने को कहा जिसपर दुकानदार नही दिखा सका। इसके बाद मेडिकल स्टोर से दवाओं के दो नमूने लिये गये साथ ही लगभग बीस हजार के दवाओं को जब्त कर लिया गया। अधिकारियों ने मेडिकल स्टोर संचालक गजेंद्र बहादुर पुत्र गणेश पकड़कर हल्दी पुलिस के हवाले कर दिया। जिसे पुलिस नें गिरफ्तार कर लिया।

वही दो दुकानों की शिकायत और एक पर कार्यवाही से चर्चाओ का बाजार गर्म हो गया है । सूत्रों की माने तो एक दुकानदार का सत्ता पक्ष के बड़े नेता से करीबी रिश्ते के चलते छापेमारी की भनक लग गयी और वह दुकान खोला ही नही और गिरफ्तारी से बच गया । 

अब सवाल यह उठता है कि अगर दूसरी दुकान से बोर्ड हट गया और दवा हटा ली गयी तो उसके खिलाफ क्या कार्यवाही होगी । होना यह चाहिये था कि छापेमारी करने गयी टीम को उस दुकान को सील कर देना चाहिये था और उसकी वीडियो फोटोग्राफी करानी चाहिये थी जिससे उसके खिलाफ भविष्य में कार्यवाही की जा सकती ।

इस संबंध में जब अभिहित अधिकारी महेंद्र श्रीवास्तव से बात की गई और पूंछा गया कि शिकायत दो दुकानों की,फिर एक पर ही कार्यवाही क्यो ? तो जबाब मिला कि दुकान बंद होने के कारण कार्यवाही नही हुई । जबकि बकायदा दुकान पर दीपक मेडिकल स्टोर का बोर्ड है, प्रोपराइटर का नाम भी सबको पता है,फिर कार्यवाही न होना सवाल खड़ा तो कर ही रहा है ।