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रसड़ा क्षेत्र में दिनदहाड़े फ्रेंचाइजी से 8 लाख की लूट,कोतवाल की कार्यप्रणाली कटघरे में

 


दिग्विजय सिंह,मधुसूदन सिंह

रसड़ा बलिया ।। कासिमाबाद मार्ग स्थित नगहर ईट भठ्ठे के समीप सोमवार की सांय नकाबपोश बाइक सवार तीन बदमाशों ने  फ्रेंचाईजी संचालक को कट्टे से आतंकित कर आठ लाख रूपये से भरा बैग लूट कर भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी कर चेकिंग किया लेकिन बदमाश चकमा देकर भागने में सफल रहे।

बता दे कि गाजीपुर जनपद के कासिमाबाद थाना के अंवराकोल निवासी आफताब अहमद पाली चट्टी पर फ्रेंचाईजी का कार्य करते हैं। वे सोमवार को रसड़ा से 8 लाख रूपये नकद लेकर बाइक से अपने गांव जा रहे थे तभी कासिमाबाद की तरफ से पल्सर पर सवार  तीन नकाबपोश बदमाश उन्हें रोक दिया , दो युवक आफताब अहमद की कनपट्टी पर दोनों तरफ कट्टा सटा दिये। तीसरे बदमाश ने डिग्गी में रखे रूपये से भरा बैग व बाइक की चाभी निकाल ली और रुपये समेत बैग व बाइक की चाभी लेकर भाग निकले। बाइक सवार बदमाश पुनः कासिमाबाद की ओर भागे। 

फ्रेंचाइजी संचालक के शोर पर आस पास के ग्रामीण आ गए। 112  नम्बर की सूचना पर पुलिस के साथ-साथ प्रभारी निरीक्षक नागेश उपाध्याय मय फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिस की नाकेबंदी के बावजूद बदमाश भागने में सफल रहे। पुलिस ने पीड़ित युवक से पूंछताछ कर आवश्यक कार्यवाही प्रारम्भ कर दिया है ।

कोतवाल नागेश उपाध्याय की कार्यप्रणाली कटघरे में

क्षेत्र मव सुरक्षा देने में असफल कोतवाल रसड़ा की कार्यप्रणाली पर आम लोगो द्वारा उंगली उठायी जाने लगी है । आज की घटना का खुलासा श्री उपाध्याय द्वारा जल्द से जल्द नही किया जाता है तो इनकी कार्यप्रणाली निश्चित रूप से कटघरे में होगी ।

बता दे कि रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के एक अर्द्ध विक्षिप्त व्यक्ति के हिस्से की जमीन को इस व्यक्ति को गायब करके जब रजिस्ट्री करा ली गयी और तथाकथित माफिया जमीन पर कब्जा करने के लिये गये तो परिजनों द्वारा विरोध किया गया और अपने परिजन का अपहरण कर हत्या करने व इसी दरमियान रजिस्ट्री कराने का आरोप क्रेताओं पर लगाकर एफआईआर दर्ज कराया गया ।

एफआईआर दर्ज होने के बाद कोतवाल महोदय उस विक्षिप्त का माननीय न्यायालय के आदेश पर भी मेडिकल नही करा पाये है । इस प्रकरण में विक्षिप्त के परिजनों द्वारा इनके व भू माफियाओं के बीच सांठगांठ का गंभीर आरोप लगाया गया, बावजूद इसके कोतवाल साहब न जाने  विक्षिप्त का मेडिकल क्यो नही कराये ।

अभी पिछली 17 जुलाई को एक नाबालिग द्वारा रसड़ा कोतवाली से एक वीडियो वायरल कर कोतवाली के अंदर पुलिस कर्मियों द्वारा गलत दबाव डालने व आरोपी युवक के पक्ष में बयान देने का आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि ये लोग अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे है । बता दे कि इस नाबालिग युवती को एक युवक बहला फुसलाकर 10 जुलाई को भगा ले गया था जिसको रसड़ा पुलिस ने 15 जुलाई को बरामद कर लिया और मेडिकल कराने के नाम पर दो दिनों तक कोतवाली में ही रखी थी, जहां से 17 जुलाई से किशोरी लापता है जिसको रसड़ा पुलिस 26 जुलाई यानी 9 दिनों में तलाश नही कर पायी है । पुलिस की अभिरक्षा से किशोरी का गायब होना कोतवाल महोदय की कार्यप्रणाली को दर्शाने के लिये काफी है । यह अलग बात है कि पुलिस अधीक्षक ने इनके ऊपर कार्यवाही न करके क्षेत्रीय उप निरीक्षक व सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है ।