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युवती के चीखने की आवाज सुनकर रुकना पड़ा महंगा, महिला सब इंस्पेक्टर ने अपने साथ कथित छेड़छाड़ में कराया अंदर, वीडियो हुआ वायरल

 



ए कुमार

 उज्जैन ।। लॉक डाउन में रात के सन्नाटे में विक्रम नगर रेलवे ओवर ब्रिज के समीप सुनसान में एक युवती की चीखने की आवाज सुनकर तीन युवकों को मदद के लिए रुकना महंगा पड़ गया। दरअसल युवती सब इंस्पेक्टर निकली जो सिविल ड्रेस में अपने साथी पुलिस जवान के साथ यहाँ झगड़ रही थी। हैरानी की बात ये है कि सब इंस्पेक्टर ने बाद में मदद के लिए रुके युवकों पर ही छेड़छाड़ की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी और माधवनगर पुलिस ने भी पुलिस भाईचारे का धर्म निभाते हुए सब इंस्पेक्टर युवती की रिपोर्ट पर तीनों युवकों पर छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा भी दर्ज कर लिया।अब इस मामले का वीडियो वायरल हुआ है। युवकों के मुताबिक युवती शराब के नशे में धुत थी।*

*इधर वायरल वीडियो में रिपोर्ट दर्ज कराने वाली सब इंस्पेक्टर युवती नशे में दिख रही है और खुद के पुलिस सब इंस्पेक्टर होने का रौब झाड़ रही है। जबकि युवक दीदी दीदी कहकर माफी मांग रहे हैं।*

*दरअसल घटना गुरुवार की रात करीब साढ़े 9 बजे की है। रामी नगर में रहने वाला युवक दीपक पड़ियाल अपने दोस्त प्रदीप और मयंक के साथ खेत पर रह रहे अपने मम्मी पापा को रात का खाना देकर लौट रहा था। ऐसे में जैसे ही वह विक्रम नगर रेलवे ओवर ब्रिज के समीप पहुंचा तो एक युवती की चीखने की आवाज सुनकर वे तीनों मदद के लिए रुक गए। दीपक के मुताबिक युवती की संदिग्ध हालत देखकर जैसे ही वह और उसके दोनों दोस्त मदद के इरादे से रुके। शराब के नशे में बहक रही युवती उन तीनों पर ही पिल पड़ी और खुद के सब इंस्पेक्टर होने का रौब झाड़ते हुए गाली गलौज करने लगी। ऐसे में जब उन्होंने कहा कि मैडम हम तो आपकी मदद के लिए रुके थे आप हमें क्यो गाली दे रही हैं। तो युवती के साथ रहा युवक पास ही खड़ी अपनी फोर व्हीलर गाड़ी से डंडा ले आया और मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान नशे में धुत खुद को सब इंस्पेक्टर बता रही युवती ने कॉलर पकड़कर उसे चार पांच चांटे रसीद कर दिए। दीपक की मानें तो उसने और उसके दोनों साथियों ने जब सॉरी बोलकर वहाँ से जाने की कोशिश की तो नशे में धुत युवती ने उनकी बाइक की चाबी निकाल ली। ऐसे में उसे हंड्रेड डायल को फोन कर बुलाना पड़ा। कुछ देर में हंड्रेड डायल भी पहुँच गई और सभी को लेकर थाने आ गई। दीपक के मुताबिक हैरानी इस बात की रही कि थाने में उसकी और उसके दोस्तों की एक नहीं सुनी गई। थाने लाकर उन्हें हवालात में बंद कर दिया और युवती की रिपोर्ट पर उन तीनों के खिलाफ छेड़छाड़ का झूठा प्रकरण दर्ज कर लिया गया। यही नहीं पुलिस वालों ने उनके मोबाइल छीनकर* *घटनाक्रम का पूरा वीडियो डिलीट कर दिया। दीपक और उसके साथी प्रदीप के मुताबिक थाने पर पहुंचे पुलिस के वरिष्ठ* *अधिकारियों को जब उसने सच्चाई बताई कि उनकी कोई गलती नहीं है। वे तो मदद के लिए रुके थे तो उन्होंने जबाब दिया कि अब कुछ नहीं होने वाला। वह सब इंस्पेक्टर है और महिला है। उल्टे उलझ जाओगे। इस दौरान उन पर रासुका की कार्रवाई की भी धमकी दी गई।दीपक और उसके साथी के मुताबिक वे इस मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत कर निष्पक्ष जांच करने की मांग कर रहे हैं और अगर कार्रवाई नहीं हुई तो मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत करेंगे।*

*हालांकि जब इस मामले में महिला सब इंस्पेक्टर से बात की गई तो उन्होंने सफाई दी कि युवक झूठ बोल रहे हैं वे पिछले कुछ दिनों से अपनी बीमार माँ की देखभाल के लिए घर पर ही हैं और ड्यूटी नहीं जा रही है। उसने अपने साथी आरक्षक से सांवेर से सब्जी और दवाएं मंगाई थी, जिन्हें वह लेने के लिए विक्रम नगर रेलवे ओवर ब्रिज क्रासिंग पर गई थी। जब वे उसकी कार से अपनी कार में सामान शिफ्ट कर रही थीं तो तीनों युवकों ने उन्हें कमेंट किया। इस पर उन्होंने आपत्ति ली तो तीनों युवक अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गालीगलौज और मारपीट करने लगे और वीडियो बनाने लगे। एक युवक ने इस दौरान उसे धक्का भी दिया जिससे वह गिर गईं। तब साथी आरक्षक कार से डंडा लेकर आया।युवकों द्वारा बनाया गया वीडियो उसी समय का है जिसे वो नशे का बता रहे हैं। उसने ही हंड्रेड डायल को कॉल कर बुलाया और उनकी गाड़ी की चाबी छीनकर मौके से नहीं जाने दिया। क्योंकि एक सब इंस्पेक्टर होकर अगर वह ऐसे लफंगों को सबक नहीं सिखा सकती तो आम लड़कियों से कैसे उम्मीद कर सकती हैं। महिला उपनिरीक्षक के मुताबिक वीडियो वायरल कर उन पर आरोप लगा रहे युवकों का आपराधिक रिकार्ड है। रिपोर्ट दर्ज न हो इसके लिए भी युवकों ने दबाब बनाया और भाजपा से जुड़े अपने साथी नेताओं को बुलाकर दबाब बनाने की कोशिश की पर वह नहीं मानीं। एफआईआर दर्ज कराने के लिए वह 5 घँटे तक थाने पर बैठी रही।बहरहाल अब देखना ये है कि अगर जांच हुई तो ये मामला क्या मोड़ लेता है।