द ब्रिटिश वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल पुस्तक में बलियाएक्सप्रेस के डॉ सुनील कुमार ओझा भी शामिल तो डॉ आदित्य अंशु को संपादक मण्डल में स्थान
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। अहिंसा यात्रा के अग्रदूत आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के जन्म शताब्दी वर्ष को ज्ञान चेतना वर्ष के रूप में वर्तमान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सानिध्य में मनाया गया था इस उपलक्ष्य में 1121 कविताओं का संकलन मुंबई से प्रकाशित हुआ।इस ऐतिहासिक संकलन का विमोचन 30 जून को किया गया।द ब्रिटिश वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल आचार्य महाप्रज्ञ पर केंद्रित पुस्तक जिसमें देश और विदेश से हजारों की संख्या में से 1121 कविताओं को शामिल किया गया । जिसमें बलिया के साहित्यकारों ने भी अपना डंका बजा दिया है।देश के 25 प्रदेशो के रचनाकारों तथा विदेशों के रचनाकारों की रचना इस पुस्तक में शामिल है।इस पुस्तक का संपादन अणु ब्रत सेवी प्रो0 डॉ ललिता वी0 जोगड ने किया है।बलिया के इसारी सलेमपुर निवासी डॉ आदित्य कुमार अंशु को सम्पादक मण्डल में स्थान मिला है क्योंकि अंशु द्वारा इस पुस्तक के लिए लगभग कई प्रदेशों से लगभग 90 रचनाकारों की कविताएं भेजी गयी थी जिसमे 75 कविताओं को स्थान दिया गया तथा और अस्वीकृत कर दिया गया है । इस पुस्तकमे बलिया के साहित्यकारों की भी भागीदारी रही जिसमे बलियाएक्सप्रेस के उपसम्पादक एवं अमर नाथ मिश्र पी0 जी0 कालेज दुबेछपरा बलिया के प्राध्यापक डॉ सुनील कुमार ओझा को भी ब्रिटिश वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाणपत्र से नवाजा गया है।बताते चले डॉ ओझा की कई कविताएं आज के परिवेश, समाज ,पर्यावरण तथा इस कोरोना पर भी कविताओं को स्थान मिल चुका है।तथा कई संस्थाओं से सम्मानित भी हो चुके है।बलिया के ब्रिटिश वर्ल्ड ऑफ रिकार्ड में शामिल साहित्यकारों में डॉ भोला प्रसाद आग्नेय,डॉ पूनम मिश्र,डॉ फतेह चन्द्र बेचैन,डॉ नवचन्द्र तिवारी,आदेश कुमार चौबे,अशोक कुमार मिश्र, आशा मिश्र,आनन्द कुमार,नेहा पाण्डेय, विनय यादव विप्लव,सौरभ कुमार अंकित , रामा शंकर मनहर,गोपाल जी चितेरा,सतेन्द्र सिंह इंदुराज,और डॉ इंदु सिंह शामिल रही।