जिलाधिकारी ने भ्रमण कर देखी नालों में बहाव की स्थिति: पूरे शहर में जलजमाव की समस्या ना हो, इसको लेकर हैं गंभीर
बेदुआ में लगी चाभी मिली खराब, जल्द ठीक कराने के निर्देश
बलिया: बरसात में कहीं जलजमाव की समस्या ना हो, इसको लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही का इस बात पर विशेष जोर है कि नालों का बहाव सही रहे। इसी के दृष्टिगत उन्होंने शनिवार को बेदुआ से लेकर शनिचरी मंदिर, दुर्गा मंदिर होकर जापलिंगंज, एससी कालेज व काजीपुरा क्रासिंग तक गए और नालों में बहाव की स्थिति देखी।
संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन व ईओ दिनेश विश्वकर्मा के साथ सबसे पहले वह बेदुआ चाभी पर गए। वहां ईओ से पूरी जानकारी ली। मौके पर मौजूद सभासद विनोद राय ने बताया कि यहां चाभी ही खराब है। गंगा का पानी बढ़ने पर इसे बन्द करने के बाद भी बाढ़ का पानी शहर में जाता है। सबसे पहले इसे ठीक कराने की जरूरत है। जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही इसे ठीक कराया जाएगा। हालांकि, इस क्षेत्र में नाले का बहाव पूरी तरह सही मिला।
निरीक्षण के दौरान यह भी चर्चा हुई कि पूरे शहर का पानी निकासी वाला यह प्रमुख नाला बेदुआ में पक्का और थोड़ी और चौड़ाई वाला होना चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी को जरूरी कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया।
चार-पांच दिन में चालू हो जाए अंडरपास वाला नाला
एससी कालेज पर सफाई कार्य का जायजा लेने के बाद काजीपुरा क्रासिंग के पास अंडर पास के नीचे बन रहे नाले को देखा। वहां के लेवल के बारे में पूछताछ की। इसमें किस तरह काजीपुरा व कसाब टोला दोनों साइड से भी पानी आएगा, इसकी जानकारी ईओ ने विस्तार से दी। नाले का निर्माण कार्य पूरा होने के बावत बताया कि सिर्फ मिट्टी निकालने का काम बचा है, जो चार से पांच दिन में पूरा हो जाएगा। डीएम ने जल्द कार्य पूरा करा कर इसे चालू कराने को कहा।
नाले पर पक्के अतिक्रमण पर भड़के, हटवाने के दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने जापलिनगंज में निरीक्षण के दौरान देखा कि जिस नाले से पूरे शहर का पानी निकलता है, उस पर लोगों ने पक्का अतिक्रमण तक कर डाला है। इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आखिर इस तरह नाले की सफाई कैसे हो पाएगी। ईओ को निर्देश दिया कि नाले के ऊपर जहां भी अतिक्रमण है उसको हटाया जाए। अगर कोई आपत्ति करता है तो बताएं, उस पर मुकदमा कर जेल भेज दिया जाएगा। सवाल भी किया कि आखिर अब तक नगरपालिका ने इस पर कार्यवाही क्यों नहीं की।
विरोध प्रदर्शन, ज्ञापन आदि की जानकारी मिलने पर नाराज डीएम ने एसडीएम-सीओ को दी जिम्मेदारी
बलिया: पूरे जिले में प्रतिबन्ध के बावजूद विभिन्न क्षेत्रों में विरोध, धरना प्रदर्शन, जनसभा, ज्ञापन आदि की जानकारी सोशल मीडिया व समाचार पत्रों के माध्यम से होने के बाद जिलाधिकारी एसपी शाही ने कड़ी नाराजगी जताई है। ऐसे कार्यक्रम में न तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है, और न ही उसमें भाग लेने वाले मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने सभी एसडीएम और सीओ को निर्देश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र में इस पर नजर रखें। कहीं भी इसका उल्लंघन होता है तो उसे गंभीरता से लेते हुए थाने के माध्यम से आयोजक के विरुद्ध महामारी अधिनियम व आपदा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही सुनिश्चित कराएं। उन्होंने यह भी साफ कहा है कि अगर इसमें लापरवाही बरती गई तो संबंधित एसडीएम-सीओ की भी जवाबदेही तय होगी। यह भी कहा है कि पूरे जिले में धारा 144 लागू है, इस पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित कराएं।
------
रविवार को लगाए जाएंगे 31 लाख से अधिक पौधे
वृक्षारोपण अभियान*
डीएम एसपी शाही ने बैठक कर अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
बलिया: वृक्षारोपण अभियान को लेकर जिलाधिकारी एसपी शाही ने वन विभाग व अन्य सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों संग शुक्रवार की शाम कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक की। उन्होंने कहा कि जिस विभाग को जो लक्ष्य मिला है, उस हिसाब से पौधे लगवाना सुनिश्चित करेंगे। बताया कि 5 जुलाई को जिले में वन विभाग के अलावा अन्य विभाग मिलकर 31 लाख 92 हजार 850 पौधे लगाएंगे।
बैठक में डीएफओ श्रद्धा ने बताया कि जनपद में 25 करोड़ पौधरोपण अभियान में वन विभाग को 13 लाख 24 हजार एवं अन्य विभाग को 18 लाख 68 हजार 850 पौध लगाने का लक्ष्य शासन द्वारा निर्धारित है। इसके लिए वन विभाग व सभी विभाग द्वारा गड्ढ़ा खुदान का कार्य कर लिया गया है। लक्ष्य की जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम्य विकास विभाग को 11 लाख 97 हजार 688, पंचायत विभाग को एक लाख 76 हजार 600 पौध, नगर विकास विभाग को 14 हजार 500, पीडब्ल्यूडी को 27 हजार पौध, जलशक्ति विभाग (सिंचाई) को 37 हजार पौध, कृषि विभाग को दो लाख 24 हजार 950, पशुपालन विभाग को 5500, उद्योग विभाग को 4900, उर्जा (विद्युत) विभाग को 4400, माध्यमिक शिक्षा 15 हजार पौध, बेसिक शिक्षा को 2550, प्राविधिक शिक्षा को 3800, उच्च शिक्षा को 41 हजार, स्वास्थ्य विभाग को 8300 पौध, रेलवे विभाग को 17 हजार 300, उद्यान विभाग 87 हजार, गृह (पुलिस) विभाग को 1500 पौधे लगाने है। वन विभाग की ओर से लगभग सभी विभाग को निशुल्क पौधे दिए जा चुके हैं।
लगाई जाएंगी ये प्रजातियां
डीएफओ ने बताया कि विभिन्न विकासखण्डों में वन विभाग की कुल 30 पौधशाला है, जिसमें 56.85 लाख पौध विभिन्न प्रजाति के हैं। शीशम, सागौन, जामुन, नीम, सिरस, यूकेलिप्टस, पीपल, पाकड़, प्रासोपिस, चिलबिल, गुटेल, गम्हार, कठसागौन, कंजी, अर्जुन, अमलतास, आम, अनार, आंवला, इमली, जंगल जलेबी, मौलश्री, छितवन, केसिया स्यामिया, सहजन आदि के पौध उपलब्ध है। यही पौधे अभियान के दौरान भी लगाए जाएंगे।