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संतकबीरनगर के एआरटीओ संदीप अरेस्ट संदीप चौधरी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

संतकबीरनगर के एआरटीओ संदीप अरेस्ट संदीप चौधरी को पुलिस ने किया गिरफ्तार 
ए कुमार



गोरखपुर 18 फरवरी 2020 ।।ओवरलोंडिग मामले में एसआईटी की बड़ी कार्रवाई, तीन जिलों के आरटीओ ‌विभाग पर एसआईटी ने कसा शिकंजा, दो एआरटीओ समेत एक ड्राइवर और एक सिपाही की गिरफ्तारी, बस्ती के एआरटीओ प्रवर्तन शैलेन्द्र तिवारी और ड्राइवर गिरफ्तार, संतकबीरनगर के ARTO संदीप चौधरी भी चढ़े एसआईटी के हत्थे, देवरिया आरटीओ का सिपाही अनिल शुक्ला की भी हुई गिरफ्तारी, गोरखपुर के एसआईटी प्रभारी सुमित शुक्ला ने कार्रवाई की पुष्टि, प्रदेश के कई जिलों में सालों से चल रहा था ओवरलोडिंग का खेल, सरगना समेत छह अवैध धंधेबाजों की पहले हो चुकी है गिरफ्तारी, आरटीओ विभाग की मिलीभगत से चलता था ओवरलोडिंग का खेल, प्रदेश के अन्य जिलों के आरटीओ विभाग भी एसआईटी के रडार पर

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गोरखपुर 18 फरवरी 2020 । । ओरलोडिंग का खेल, ओवरलोडिंग में कोड और भारी भरकम रकम के साथ चल रहा था इनका कारोबार, और फल फुल रहा था दलालो के जरिये गोरखधंधा, जी हां गोरखपुर के एसआईटी प्रभारी ने आज इसमें दो A RTO और ड्राइवर के साथ एक सिपाही को गिरफ्तार किया है, और अभी जाँच में महज कुछ जिले आये है, लेकिन इसके तार कई जिलो में फैले है, उसको भी जल्द बेनकाब करने का दावा कर रही है पुलिस।

ओवरलोडिंग के जरिए सरकार को राजस्‍व का भारी नुक्‍सान कराने के मामले की जांच कर रही एसआईटी ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए बस्‍ती के पीटीओ और प्रभारी एआरटीओ प्रवर्तन शैलेंद्र कुमार तिवारी, संतकबीनगर के पीटीओ और प्रभारी एआरटीओ प्रवर्तन संदीप चौधरी, के साथ बस्‍ती पीटीओ के ड्राइवर उत्‍तम चंद और देवरिया आरटीओ के सिपाही अनिल कुमार शुक्‍ला को गिरफ्तार कर लिया, भ्रष्‍टाचार के इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज था, अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ यह पहली सीधी कार्रवाई है, इस कार्रवाई से गोरखपुर-बस्‍ती मंडल ही नहीं पूरे प्रदेश के परिवहन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों में हड़कम्‍प मच गया है।

एसआईटी प्रभारी सुमित शुक्‍ल की अगुवाई में बेलीपार के एसओ संतोष सिंह और नित्‍यानंद पांडेय आदि ने अलग-अलग स्‍थानों से ये गिरफ्तारियां कीं, आरटीओ के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से ओवरलोडिंग गाड़ियां चलवाने वाले एक रैकेट को 24 जनवरी को बेलीपार के मेहरौली स्थित मधुबन ढाबा से एसटीएफ ने दबोच लिया था, सरगना सहित रैकेट के छह सदस्य को गिरफ्तार करने के बाद एसटीएफ ने इनके पास से गोपनीय डायरी और रजिस्टर भी बरामद किया था, जिसमें पूर्वांचल के कई जिलों के आरटीओ के अधिकारियों और कर्मचारियों को महीने में दी जानी वाली रकम का हिसाब-किताब लिखा था, एसटीएफ ने सभी आरोपियों को बेलीपार थाने में दाखिल किया था।

अपनी डायरी और रजिस्‍टर में ओवरलोड गाडि़यों के काले धंधे की हर जानकारी दर्ज करता था ये गैंग , सूत्रों के मुताबिक इन सभी से एसआईटी पूछताछ  कर रही है। अभी कुछ और लोगों को हिरासत में लिया जा सकता है। 24 जनवरी को पकड़े गए थे, गैंग के छह सदस्‍यों को एसटीएफ ने गाड़ियों की ओवरलोडिंग कर करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना लगाने के आरोप में बेलीपार के मधुबन होटल से गिरफ्तार किया था।

उस दिन गिरफ्तार होने वालों में मधुबन होटल मालिक और बेलीपार के मेहरौली निवासी धर्मपाल सिंह, मनीष सिंह उर्फ सिब्बू सिंह, विवेक सिंह उर्फ सिक्कू सिंह, श्रवण कुमार गौड़, रामसजन तथा देवरिया जिले के कपरवारघाट निवासी शैलेश मल्ल शामिल थे, इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया, इसके बाद मामले की जांच के लिए पुलिस की एसआईटी टीम का गठन हुआ, जिसने आज संतकबीनगर के एआरटीओ सहित चार लोगों को गिफ्तार कर लिया।

एंट्री किंग के नाम से जाना जाता था, धर्मपाल सिंह उर्फ डीपी सिंह ओवरलोड गाड़ियों को एंट्री कराने वाले किंग के रूप में जाना जाता है, सोनभद्र से ही इसका सिक्का चलता था, आरटीओ के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच अच्छी पैठ होने के नाते कोई उस पर हाथ नहीं डालता था, एसटीएफ ने दी थी 24पन्ने की तहरीर, एसटीएफ ने संगठित गिरोह के खिलाफ बेलीपार थाने में केस दर्ज कराया। इनके गिरोह व उनके साथ जुड़े लोगों तथा बरामद सामान को एफआईआर में दिखाने के लिए एसटीएफ को 24 पन्ने की फर्द बनानी पड़ी. फर्द लिखने के बाद आधी रात को एसटीएफ ने बेलीपार थानेदार को सुपुर्द किया, वहीं थाने की जीडी में एफआईआर दर्ज होते-होते सुबह हो गई, बारात के लिए होटल बुक कराने के बहाने गई थी।

एसटीएफ पिछले तीन महीने से गैंग पर नजर गड़ाए हुए थी, गिरोह के सदस्यों को एक साथ होने के इंतजार में टीम को कई दिन लग गए, जानकारी जुटाने के लिए एसटीएफ की टीम बारातियों को रुकने के लिए होटल बुक कराने के बहाने पहुंची थी, इसी बहाने दो दिन तक पूरी गतिविधियों पर एसटीएफ की टीम गैंग पर नजर रखी जब सभी लोग इकट्ठा हो गए तब टीम ने उन्हें दबोच लिया।

ओवरलोडिंग के खेल में पिछले कई सालो से ये काम चल रहा था, जिसको लेकर एसटीएफ की नजर जैसे ही इन पर पड़ी पूरी सतर्कता से एक प्लान के तहत इनके गैंग में काम कर रहे मेन सरगना को पुलिस ने गिफ्तार कर लिया उसके बाद परत दर परत तफतीस आगे बढ़ी और इसमें आरटीओ के अधिकारी गिरफ्त में आये, और अब इसकी आग प्रदेश के आनी जिलो तक भी जल्द पहुचने की उम्मीद है।