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सिकंदरपुर बलिया : घाघरा (सरयू) ने पांटून ब्रिज के दक्षिणी नाके को किया ध्वस्त, आवागमन अवरुद्ध, अभियंता का दावा -24 घण्टे में चालू हो जायेगा पीपा पुल


 घाघरा (सरयू) ने पांटून ब्रिज के दक्षिणी नाके को किया ध्वस्त, आवागमन अवरुद्ध, अभियंता का दावा -24 घण्टे में चालू हो जायेगा पीपा पुल

सिकन्दरपुर बलिया 15 जनवरी 2020 ।। क्षेत्र के दियारा खरीद में सरयू नदी का कटान क्रमशः तेज होता जा रहा है। असमय हो रही इस कटान की चपेट में आ कर तटवर्ती जमीन पल -पल कट कर नदी में समाहित होती जा रही है। पिछले एक सप्ताह में 20 मीटर  से ज्यादा जमीन कट कर नदी में विलीन हो चुकी है।इस दौरान कटान की चपेट में आ कर बुधवार को  खरीद व दरौली घाटों के मध्य नदी पर निर्मित पांटून ब्रिज का दक्षिणी नाका  अचानक ध्वस्त हो गया, जिससे पुल  पर आवागमन ठप पड़ जाने से लोगों को नदी पार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा । आलम यह है कि पैदल, साइकिल व बाइक सवारों को  जान जोखिम में डाल कर नाव द्वारा नदी पार कर के  एक दूसरे प्रान्त में जाना आना पड़ रहा है।जबकि चार पहिया वाहनों को लम्बी दूरी तय कर  दूसरे मार्ग बिल्थरारोड, भागलपुर,लार से होकर  दूसरे प्रान्त बीमें आवागमन करना पड़ रहा है।नाका के ध्वस्त होने की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व पुल के  ठेकेदार में हड़कंप मच गया। सूचना के एक घण्टे के अन्दर ही पुल से सम्बंधित अवर अभियंता क्षितिश जायसवाल, बेलदार हरि यादव व मेठ अवधेश राम के साथ मौक़े पर पहुंच गए। वहां पहुंच उन्होंने मौक़े का निरीक्षण कर नाका के निर्माण की कवायद शुरू करा दिया है।
इस दौरान मौक़े पर गए बलिया एक्सप्रेस के संवाददाता को सहायक अभियंता ने बताया कि कटान स्थल पर पर दो अतिरिक्त पीपों के जोड़ने के बाद ही नाका तैयार और पुल पर गमनागमन पुनः शुरू हो सकता है।चूंकि खरीद घाट पर अतिरिक्त पीपे उपलब्ध नहीं है इस लिए  दरौली घाट पर से पीपे ला कर नाका पर लगाना पड़ेगा। बताया कि नदी में पानी काफी कम है, इस लिए दरौली घाट से स्टीमर द्वारा खींच कर पीपों को लाने और नाका के निर्माण में कम से 24 घण्टे लग जाएंगे। तभी पुल पर आवागमन शुरू हो सकता है।

 पीपा पुल के समीप सरयू नदी का कटान पिछले एक सप्ताह से ही जारी है। जिसे रोकने के लिए पुल के ठेकेदार द्वारा कटान स्थल पर लगातार बालू भरी बोरियां डलवाई जा रही थीं।बावजूद इसके कटान का दायरा बढ़ता ही गया।अंततः कटान ने पुल के नाका को चपेट में लेकर उसे ध्वस्त कर ही दिया।