बलिया में गंगा और प्रशासन में छिड़ी है जंग : गंगा की विनाशकारी लहरो ने लीला सांसद आदर्श गांव केहरपुर की पानी टंकी, स्कूल ,एएनएम सेंटर और सैकड़ो बीघे उपजाऊ जमीन, गाजीपुर हाजीपुर राजमार्ग को बचाने वाले रिंग बंधे पर बढ़ा लहरो का दबाव
बलिया में गंगा और प्रशासन में छिड़ी है जंग : गंगा की विनाशकारी लहरो ने लीला सांसद आदर्श गांव केहरपुर की पानी टंकी, स्कूल,एएनएम सेंटर और सैकड़ो बीघे उपजाऊ जमीन, गाजीपुर हाजीपुर राजमार्ग को बचाने वाले रिंग बंधे पर बढ़ा लहरो का दबाव
डॉ सुनील ओझा
दुबेछपरा बलिया 15 सितंबर 2019 ।। विगत कई वर्षों से मझौवा से लेकर बैरिया के आसपास के कई दर्जन गांवों को अपनी आगोश में ले चुकने के बाद भी लगता है गंगा की विनाशकारी लहरो की प्यास अभी नही बुझी है । एक तरफ जहां गंगा अपनी प्रचंड लहरो से अपने किनारो के गांवों और बन्धो को निगलने के लिये आतुर दिख रही है तो वही जिला प्रशासन भी अपने प्रयासों से गंगा की विनाश लीला को किसी भी कीमत पर रोकने पर आमादा है ।लेकिन गंगा की लहरें अबतक प्रशासनिक तैयारियों को धत्ता बताते हुए केहरपुर में अपनी विनाश लीला को अंजाम देने में कामयाब हुई है । या यूं कहें कि विनाश व बचाव की जंग में अबतक विनाश का पलड़ा भारी है । गंगा ने पूर्व सांसद भरत सिंह द्वारा गोद लिये सांसद आदर्श गांव केहरपुर के आधे अस्तित्व को मिटाते हुए नक्शे से इसको सदा सदा के लिये मिटाने पर अड़ी हुई है । रविवार की सुबह कई दर्जन गांवों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करने वाली पानी की टंकी , स्कूल और कई मकानों को गंगा ने ताश के पत्तो की तरह गिराकर अपनी लहरो के आगोश में समा लिया है ।
बता दे कि परमपूज्य स्वामी श्री हरेराम ब्रम्हचारी जी महाराज जी के स्थान से मात्र आठ मीटर की दूरी पर ही गंगा की लहरो के द्वारा कटान हो रहा है । इस आश्रम के अस्तित्व पर भी गहरा संकट मंडरा रहा है । जबकि रामनाथ ओझा,जयप्रकाश ओझा,प्रभुनाथ ओझा,रमाकांत ओझा,जलेश्वर दुबे सहित आधा दर्जन से ऊपर लोगो के घर गंगा में विलीन हो चुके है।वही ए0एन0एम0 सेंटर ,प्राथमिक विद्यालय और उच्च प्राथमिक विद्यालय के साथ ही साथ सुबह चार बजे जल निगम की टँकी भी पानी मे विलीन होने से लोगो मे डर का माहौल व्याप्त हो गया है। डर से इस गांव के लोग अपना अपना सामान समेत कर सुरक्षित स्थानों को जाने को मजबूर है । प्रशासन ने भी सुरक्षा की दृष्टि से इस गांव के लोगो को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह देते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया है ।
बाढ़ आती हैं तो तबाही मचा कर चली जाती हैं ऐसा दृश्य आपको उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद के बैरिया तहसील के ग्रामसभा गंगापुर के पुरवा चौबेछपरा और मझौवा अवशेष मे गंगा की उतरती लहरों ने भारी तबाही मचायी तबाही से लोग अभी सहमे ही थे कि आज चढ़ती लहरो के तांडव से लोगो के दिलो में सिहरन और भय व्याप्त हो गया है । केहरपुर की पानी टंकी के गंगा में विलीन होने से केहरपुर, सुघरछपरा समेत आधा दर्जन गांवों में शुद्ध पेयजल का संकट खड़ा हो गया। वही, कटान से अफरा-तफरी मची है। नदी के जलस्तर में अभी भी प्रति घंटे तीन सेमी की रफ्तार से वृद्धि हो रही है। दूबेछपरा रिंग बंधा पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष गायघाट पर रविवार को नदी का जलस्तर सुबह आठ बजे 58.750 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां खतरा विन्दु 57.615 मीटर है। वही इस संबंध में उप जिलाधिकारी बैरिया ने बताया कि केहरपुर में कटान को देखते हुए लोगो को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दे दी गयी है । वही गाजीपुर हाजीपुर राजमार्ग पर खतरा न आये इसके लिये रिंग बंधे पर बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है ।
डॉ सुनील ओझा
दुबेछपरा बलिया 15 सितंबर 2019 ।। विगत कई वर्षों से मझौवा से लेकर बैरिया के आसपास के कई दर्जन गांवों को अपनी आगोश में ले चुकने के बाद भी लगता है गंगा की विनाशकारी लहरो की प्यास अभी नही बुझी है । एक तरफ जहां गंगा अपनी प्रचंड लहरो से अपने किनारो के गांवों और बन्धो को निगलने के लिये आतुर दिख रही है तो वही जिला प्रशासन भी अपने प्रयासों से गंगा की विनाश लीला को किसी भी कीमत पर रोकने पर आमादा है ।लेकिन गंगा की लहरें अबतक प्रशासनिक तैयारियों को धत्ता बताते हुए केहरपुर में अपनी विनाश लीला को अंजाम देने में कामयाब हुई है । या यूं कहें कि विनाश व बचाव की जंग में अबतक विनाश का पलड़ा भारी है । गंगा ने पूर्व सांसद भरत सिंह द्वारा गोद लिये सांसद आदर्श गांव केहरपुर के आधे अस्तित्व को मिटाते हुए नक्शे से इसको सदा सदा के लिये मिटाने पर अड़ी हुई है । रविवार की सुबह कई दर्जन गांवों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करने वाली पानी की टंकी , स्कूल और कई मकानों को गंगा ने ताश के पत्तो की तरह गिराकर अपनी लहरो के आगोश में समा लिया है ।
बता दे कि परमपूज्य स्वामी श्री हरेराम ब्रम्हचारी जी महाराज जी के स्थान से मात्र आठ मीटर की दूरी पर ही गंगा की लहरो के द्वारा कटान हो रहा है । इस आश्रम के अस्तित्व पर भी गहरा संकट मंडरा रहा है । जबकि रामनाथ ओझा,जयप्रकाश ओझा,प्रभुनाथ ओझा,रमाकांत ओझा,जलेश्वर दुबे सहित आधा दर्जन से ऊपर लोगो के घर गंगा में विलीन हो चुके है।वही ए0एन0एम0 सेंटर ,प्राथमिक विद्यालय और उच्च प्राथमिक विद्यालय के साथ ही साथ सुबह चार बजे जल निगम की टँकी भी पानी मे विलीन होने से लोगो मे डर का माहौल व्याप्त हो गया है। डर से इस गांव के लोग अपना अपना सामान समेत कर सुरक्षित स्थानों को जाने को मजबूर है । प्रशासन ने भी सुरक्षा की दृष्टि से इस गांव के लोगो को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह देते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया है ।
बाढ़ आती हैं तो तबाही मचा कर चली जाती हैं ऐसा दृश्य आपको उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद के बैरिया तहसील के ग्रामसभा गंगापुर के पुरवा चौबेछपरा और मझौवा अवशेष मे गंगा की उतरती लहरों ने भारी तबाही मचायी तबाही से लोग अभी सहमे ही थे कि आज चढ़ती लहरो के तांडव से लोगो के दिलो में सिहरन और भय व्याप्त हो गया है । केहरपुर की पानी टंकी के गंगा में विलीन होने से केहरपुर, सुघरछपरा समेत आधा दर्जन गांवों में शुद्ध पेयजल का संकट खड़ा हो गया। वही, कटान से अफरा-तफरी मची है। नदी के जलस्तर में अभी भी प्रति घंटे तीन सेमी की रफ्तार से वृद्धि हो रही है। दूबेछपरा रिंग बंधा पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष गायघाट पर रविवार को नदी का जलस्तर सुबह आठ बजे 58.750 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां खतरा विन्दु 57.615 मीटर है। वही इस संबंध में उप जिलाधिकारी बैरिया ने बताया कि केहरपुर में कटान को देखते हुए लोगो को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दे दी गयी है । वही गाजीपुर हाजीपुर राजमार्ग पर खतरा न आये इसके लिये रिंग बंधे पर बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है ।