सीएमएस बलिया ने डीएम बलिया के आरोप को किया खारिज : न तो कभी मनीष कंस्ट्रक्शन ने आपूर्ति की दूध व पालक , न ही दूध की खरीद हुई 80 रुपये लीटर व पालक 65 रुपये किग्रा
सीएमएस बलिया ने डीएम बलिया के आरोप को किया खारिज : न तो कभी मनीष कंस्ट्रक्शन ने आपूर्ति की दूध व पालक , न ही दूध की खरीद हुई 80 रुपये लीटर व पालक 65 रुपये किग्रा
बलिया 2 सितम्बर 2019 ।। जिला अधिकारी बलिया भवानी सिंह खंगारौत द्वारा जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष के रूप में जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ शिव प्रसाद को वित्तीय अनियमितता और कर्तव्य पालन में अकर्मण्यता के आधार पर सीएमएस के पद से हटाते हुए डॉ बीपी सिंह को तत्काल प्रभाव से अंतरिम सीएमएस बनाया गया और शासन से नये सीएमएस की नियुक्ति करने के लिये पत्र भेजा गया । साथ ही जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल में खाद्य पदार्थो की आपूर्ति करने वाली फर्म मनीष कंस्ट्रक्शन द्वारा सप्लाई करने के लिये दिये गये रेट को आधार बनाकर घोर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया गया और जॉइंट मजिस्ट्रेट/ उप जिलाधिकारी रसड़ा विपिन जैन, मुख्य कोषाधिकारी प्रकाश सिंह और डॉ बीपी सिंह की तीन सदस्यी जांच कमेटी बनाकर डॉ शिव प्रसाद द्वारा विगत डेढ़ वर्ष में जितने भी भुगतान किये गये है उनकी जांच करके रिपोर्ट एक सप्ताह में देने का आदेश दिया है । आरोप लगाया गया कि मनीष कंस्ट्रक्शन द्वारा दिया गया रेट बाजार भाव से बहुत अधिक है । एक यह भी आरोप लगाया गया है कि दूध 80 रुपये लीटर और पालक साग 65 रुपये किग्रा खरीदा गया और भुगतान किया गया । यह खबर सभी समाचार पत्रों, चैनलों/वेव पोर्टलों पर प्रमुखता से छपी/चली । इस खबर के प्रकाशन के बाद मनीष कंस्ट्रक्शन द्वारा सीएमएस बलिया से दूध और पालक के मद में किये गये भुगतान का ब्यौरा मांगा गया तो सीएमएस बलिया डॉ बीपी सिंह (त्री सदस्यी जांच समिति सदस्य) ने जो लिखित रूप से प्रेस के लिये विज्ञप्ति जारी की है उसको देखने के बाद एक बार फिर सबको चौकने की बारी है । पत्रांक जि चि/विज्ञ/2019-20 dated 2 सितम्बर 2019 के द्वारा जारी विज्ञप्ति में जिलाधिकारी बलिया द्वारा दूध 80 रुपये लीटर और पालक साग 65 रुपये की खरीद के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया गया है । साफ लिखा गया है कि मनीष कंस्ट्रक्शन से अस्पताल प्रशासन ने न तो दुध की सप्लाई ली है और न ही कभी पालक खरीदी गई है । कहा गया है कि जिला अस्पताल ने दूध , दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति बलिया (पराग) से मात्र 34 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा है न कि 80 रुपये लीटर की दर से । वही विगत डेढ़ साल में अस्पताल में कभी पालक बनी ही नही है । वैसे चिकित्सक रोगी को पत्थरी बनाने के कारण पालक नही खाने की सलाह देते है , ऐसे में पालक खरीदने की बात भी मिथ्या है ।
सूच्य हो कि जिला अस्पताल की क्रय समिति और दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड बलिया दोनो के चेयरमैन पदेन जिला अधिकारी ही है ।
इस विज्ञप्ति के जारी होने के बाद आरोप प्रत्यारोप के दौर की शुरुआत होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है ।
बलिया 2 सितम्बर 2019 ।। जिला अधिकारी बलिया भवानी सिंह खंगारौत द्वारा जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष के रूप में जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ शिव प्रसाद को वित्तीय अनियमितता और कर्तव्य पालन में अकर्मण्यता के आधार पर सीएमएस के पद से हटाते हुए डॉ बीपी सिंह को तत्काल प्रभाव से अंतरिम सीएमएस बनाया गया और शासन से नये सीएमएस की नियुक्ति करने के लिये पत्र भेजा गया । साथ ही जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल में खाद्य पदार्थो की आपूर्ति करने वाली फर्म मनीष कंस्ट्रक्शन द्वारा सप्लाई करने के लिये दिये गये रेट को आधार बनाकर घोर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया गया और जॉइंट मजिस्ट्रेट/ उप जिलाधिकारी रसड़ा विपिन जैन, मुख्य कोषाधिकारी प्रकाश सिंह और डॉ बीपी सिंह की तीन सदस्यी जांच कमेटी बनाकर डॉ शिव प्रसाद द्वारा विगत डेढ़ वर्ष में जितने भी भुगतान किये गये है उनकी जांच करके रिपोर्ट एक सप्ताह में देने का आदेश दिया है । आरोप लगाया गया कि मनीष कंस्ट्रक्शन द्वारा दिया गया रेट बाजार भाव से बहुत अधिक है । एक यह भी आरोप लगाया गया है कि दूध 80 रुपये लीटर और पालक साग 65 रुपये किग्रा खरीदा गया और भुगतान किया गया । यह खबर सभी समाचार पत्रों, चैनलों/वेव पोर्टलों पर प्रमुखता से छपी/चली । इस खबर के प्रकाशन के बाद मनीष कंस्ट्रक्शन द्वारा सीएमएस बलिया से दूध और पालक के मद में किये गये भुगतान का ब्यौरा मांगा गया तो सीएमएस बलिया डॉ बीपी सिंह (त्री सदस्यी जांच समिति सदस्य) ने जो लिखित रूप से प्रेस के लिये विज्ञप्ति जारी की है उसको देखने के बाद एक बार फिर सबको चौकने की बारी है । पत्रांक जि चि/विज्ञ/2019-20 dated 2 सितम्बर 2019 के द्वारा जारी विज्ञप्ति में जिलाधिकारी बलिया द्वारा दूध 80 रुपये लीटर और पालक साग 65 रुपये की खरीद के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया गया है । साफ लिखा गया है कि मनीष कंस्ट्रक्शन से अस्पताल प्रशासन ने न तो दुध की सप्लाई ली है और न ही कभी पालक खरीदी गई है । कहा गया है कि जिला अस्पताल ने दूध , दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति बलिया (पराग) से मात्र 34 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा है न कि 80 रुपये लीटर की दर से । वही विगत डेढ़ साल में अस्पताल में कभी पालक बनी ही नही है । वैसे चिकित्सक रोगी को पत्थरी बनाने के कारण पालक नही खाने की सलाह देते है , ऐसे में पालक खरीदने की बात भी मिथ्या है ।
सूच्य हो कि जिला अस्पताल की क्रय समिति और दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड बलिया दोनो के चेयरमैन पदेन जिला अधिकारी ही है ।
इस विज्ञप्ति के जारी होने के बाद आरोप प्रत्यारोप के दौर की शुरुआत होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है ।