बलिया : सीएमओ कार्यालय का लेखा अनुभाग के कैम्प कार्यालय से चलने से हो रही है सबको दिक्कत ,काम कराने वालों को करनी पड़ती है सीएमओ आवास की परिक्रमा , शाम को हो जाता है मेला जैसा माहौल
सीएमओ कार्यालय का लेखा अनुभाग के कैम्प कार्यालय से चलने से हो रही है सबको दिक्कत ,काम कराने वालों को करनी पड़ती है सीएमओ आवास की परिक्रमा , शाम को हो जाता है मेला जैसा माहौल
बलिया 13 अगस्त 2019 ।। बलिया सीएमओ कार्यालय के लेखा अनुभाग को कार्यालय की जगह सीएमओ आवास से चलने , पत्रावलियों के रहने से आम लोगो के साथ अन्य कर्मियों के लिये भी परेशानी का शबब बना हुआ है । इस अनुभाग के कर्ताधर्ता बाबू , सीएमओ कार्यालय मात्र तफरी करने आते है । तफरी करना इस लिये कहना पड़ रहा है क्यो कार्यालय पर लेखा सम्बन्धी एक भी पत्रावली नही मिलेगी , सारी पत्रावलियों को सम्बन्धित बाबू ने कैम्प कार्यालय पर रखा हुआ है । यही नही कार्यालय के अन्य अनुभाग के बाबुओं को या अन्य किसी कार्मिक या अधिकारी को अगर लेखा अनुभाग से कुछ लिखवाना हो तो बिना सीएमओ आवास गये उसका काम नही हो सकता है । यही नही यह आवश्यक नही कि आप कैम्प कार्यालय गये तो सम्बन्धित बाबू मिल ही जाय ? लेखा से सम्बंधित बाबू तभी दिखाई देते है जब सीएमओ साहब बलिया में रहते है , सीएमओ साहब के माननीय उच्च न्यायालय या लखनऊ जाने पर इनके दर्शन असंभव है । वही शाम होते ही सीएमओ आवास के लेखा अनुभाग में मेला जैसा माहौल हो जाता है । मेरी बातों की सत्यता परखनी हो तो कोई भी सक्षम अधिकारी सीएमओ कार्यालय का दिन में और सीएमओ आवास पर शाम को औचक निरीक्षण करके इसकी जांच सकता है ।
बलिया 13 अगस्त 2019 ।। बलिया सीएमओ कार्यालय के लेखा अनुभाग को कार्यालय की जगह सीएमओ आवास से चलने , पत्रावलियों के रहने से आम लोगो के साथ अन्य कर्मियों के लिये भी परेशानी का शबब बना हुआ है । इस अनुभाग के कर्ताधर्ता बाबू , सीएमओ कार्यालय मात्र तफरी करने आते है । तफरी करना इस लिये कहना पड़ रहा है क्यो कार्यालय पर लेखा सम्बन्धी एक भी पत्रावली नही मिलेगी , सारी पत्रावलियों को सम्बन्धित बाबू ने कैम्प कार्यालय पर रखा हुआ है । यही नही कार्यालय के अन्य अनुभाग के बाबुओं को या अन्य किसी कार्मिक या अधिकारी को अगर लेखा अनुभाग से कुछ लिखवाना हो तो बिना सीएमओ आवास गये उसका काम नही हो सकता है । यही नही यह आवश्यक नही कि आप कैम्प कार्यालय गये तो सम्बन्धित बाबू मिल ही जाय ? लेखा से सम्बंधित बाबू तभी दिखाई देते है जब सीएमओ साहब बलिया में रहते है , सीएमओ साहब के माननीय उच्च न्यायालय या लखनऊ जाने पर इनके दर्शन असंभव है । वही शाम होते ही सीएमओ आवास के लेखा अनुभाग में मेला जैसा माहौल हो जाता है । मेरी बातों की सत्यता परखनी हो तो कोई भी सक्षम अधिकारी सीएमओ कार्यालय का दिन में और सीएमओ आवास पर शाम को औचक निरीक्षण करके इसकी जांच सकता है ।