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सुषमा स्वराज (इंडिया की महिला लौह पुरुष): जिसने धारा 370 हटाने की हमेशा पैरवी की ,इसके हटते ही पीएम को ट्वीट करके दिया धन्यवाद और निकल पड़ी अनन्त यात्रा पर ...

सुषमा स्वराज (इंडिया की महिला लौह पुरुष): जिसने धारा 370 हटाने की हमेशा पैरवी की ,इसके हटते ही पीएम को ट्वीट करके दिया धन्यवाद और निकल पड़ी अनन्त यात्रा पर ...
मधुसूदन सिंह/ए कुमार

नईदिल्ली 7 अगस्त 2019 ।। अगर यह कहा जाय कि सुषमा स्वराज सिर्फ और सिर्फ देश के लिये ही जीती थी तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी । खराब सेहत के वावजूद जिस तरह से सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र संघ में पानी पी पी कर
पाक को नंगा किया था , वैसा शायद ही कोई पुरुष नेता कर पाये । जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटे इसके लिये अपने राजनीति के शुरुआती दिनों से ही प्रयासरत थी । इस आर्टिकल के हटने के बाद उनको कितनी खुशी मिली है , उनके अंतिम ट्यूट से समझा जा सकता है । जिसमे उन्होंने ने साफ शब्दों में कहा है कि प्रधानमंत्री जी आपका हार्दिक धन्यवाद , मैं अपने जीवन मे इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी ...
और इसके बाद मंगलवार की देर रात हार्ट अटैक के कारण निधन हो जाने की घटना , यह साबित करने के लिये काफी है कि सुषमा जी की एक एक सांस देश के लिये चल रही थी । सच कहें तो देश मे वो महिला लौहपुरुष थी । इनकी कमी भारतीय राजनीति में हमेशा खलती रहेगी । क्योकि राजनीति में सुषमा स्वराज का कोई व्यक्तिगत शत्रु नही था । कांग्रेस के बड़े नेता गुलाम नवी आजाद ने इनके निधन के बाद कहा कि मैंने एक बहन खो दिया है । वो मुझसे जब भी मिलती थी , कैसे हो भाई कहकर ही संबोधन करती थी । वो राजनीति करती थी ,विद्वेष नही पालती थी । हमने एक सच्चे राजनेता को खो दिया है ।
पीएम मोदी ने एक के बाद एक कई ट्यूट करके स्व सुषमा स्वराज के सम्बंध में ये कही बातें --

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व विदेश मंत्री व भाजपा नेता सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा शोक जताते हुए इसे निजी क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज देश के लिए किए गए अपने काम के लिए हमेशा याद रखीं जाएंगी।
सुषमा स्वराज के निधन पर शोक वयक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'भारतीय राजनीति में एक शानदार अध्याय खत्म हो गया है। भारत एक ऐसे नेता के निधन पर शोक व्यक्त करता है, जिन्होंने अपना जीवन सार्वजनिक सेवा और गरीबों के जीवन को समर्पित किया। सुषमा स्वराज जी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत थीं।
पीएम ने एक के बाद एक किए ट्वीट में कहा, 'सुषमा जी एक प्रखर वक्ता और उत्कृष्ट सांसद थीं। उन्हें सभी पार्टियों से प्रशंसा और सम्मान मिला। जब विचारधारा और बीजेपी के हित की बात आती थी तो वह कभी समझौता नहीं करती थी। विचारधारा और पार्टी के विकास में उन्होंने बड़ा योगदान दिया।'
सुषमा स्वराज को एक शानदार प्रशासक के रूप में याद करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा, 'एक शानदार प्रशासक सुषमा जी ने जिन भी मंत्रालयों को संभाला, वहां उच्च मानक स्थापित किए। तमाम देशों के साथ भारत के रिश्तों को बेहतर बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। मंत्री के तौर पर हमने उनका दयालु रूप भी देखा, दुनिया के किसी भी कोने में फंसे भारतीयों की वह मदद करती थीं।'
पीएम मोदी ने अपनी पूर्व कैबिनेट सहयोगी के कार्यकाल को याद करते हुए लिखा, 'मैं यह नहीं भूल सकता कि सुषमाजी ने विदेश मंत्री के तौर पर पिछले पांच सालों में किस तरह बिना थके काम किया। यहां तक कि जब उनकी सेहत ठीक नहीं थी, तब भी उन्होंने अपने काम के प्रति न्याय के लिए हर संभव काम किया और अपनी मंत्रालय के बारे में अप टु डेट रहती थीं। उनकी भावना और प्रतिबद्धता अद्वितीय थी।'
 बता दें कि पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार की देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। सुषमा स्वराज के परिवार में उनके पति राजकौशल और उनकी बेटी हैं। मंगलवार शाम को केंद्र सरकार को ट्वीट कर अनुच्छेद 370 हटने पर बधाई देने के कुछ ही घंटों बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक उन्हें बेहद नाजुक हालत में एम्स में देर रात 10.15 बजे भर्ती कराया गया था।