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बलिया : शत प्रतिशत शौचालय बना देने की हकीकत : बलिया के इस प्राथमिक विद्यालय में न शौचालय है , न पीने का पानी ! शिक्षा क्षेत्र नगरा के इनामीपुर में है यह विद्यालय

शत प्रतिशत शौचालय बना देने की हकीकत : बलिया के इस प्राथमिक विद्यालय में न शौचालय है , न पीने का पानी ! शिक्षा क्षेत्र नगरा के इनामीपुर में है यह विद्यालय


बलिया 30 मार्च 2019 ।।

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट घर घर और प्रत्येक विद्यालय पर शौचालय हो 55 माह बाद किस स्थिति में है , अगर देखना है तो शिक्षा क्षेत्र नगरा के इनामीपुर गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय को देखने से पता चल जाएगा । पूरा जनपद कागजो में शौचमुक्त हो चुका है पर क्या हकीकत में ऐसा है ? इसकी बानगी है यह प्राथमिक विद्यालय । शौचालय के नाम पर दो दीवार जोड़कर पैसा हजम करने का स्पष्ट उदाहरण है यह विद्यालय । बता दे कि इस विद्यालय पर प्रधानाध्यापिका महिला , सहायक अध्यापिका महिला, आंगनबाड़ी , रसोइयां के साथ ही छात्राओं की अच्छी खासी संख्या है फिर भी जिम्मेदारों को शौचालय नही है , की क्यो नही सूझी ये तो वही बताएंगे ? प्रधानाध्यापिका से लेकर सहायक अध्यापक तक सबने एक स्वर से कहा कि शौचालय और पीने के स्वच्छ पानी के लिये कई बार उच्चाधिकारियों से शिकायत की गयी , तहसील दिवस में भी शिकायत की गई पर हुआ कुछ नही । सबसे खतरनाक एक वाक्या यह भी है कि इस विद्यालय के बगल से ही बड़ी नहर गुजरती है , जहां मासूम शौच और लघुशंका के लिये जाते है , कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है लेकिन आज तक प्रशासन के किसी भी जिम्मेदार ने , या किसी जन प्रतिनिधि ने इस समस्या के प्रति ध्यान ही दिया है ।



  वही आंगनबाड़ी ने तो और भी गंभीर आरोप जिला प्रशासन के अधिकारियों पर लगाया है । इनका कहना है कि मैंने गांव के ऐसे लोगो का जिनका मतदाता सूची में नाम नही था, का लगातार दो सालों से फॉर्म भरकर जमा कर रही हूं लेकिन आजतक किसी का भी पहचान पत्र नही मिला है । चुनाव आ गया है , लोग मुझसे पहचान पत्र मांग रहे है , कहा से दूं ?
सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब जिला शौचमुक्त हो गया है तो शौचालय की समस्या कैसे है ? और जब जिले के लगभग शत प्रतिशत लोगो का पहचान पत्र बन गया है तो इस गांव के लोगो को अब तक मिला क्यो नही ?
विद्यालय पर शौचालय नही है ? के सवाल के जबाब में बीएसए बलिया संतोष राय ने कहा कि ऐसा नही होना चाहिये , इसकी आज ही जांच करा रहा हूँ ।
एसडीएम रसड़ा ने कहा कि यह गंभीर प्रकरण है , मतदान केंद्र और विद्यालयों पर शौचालय , पीने का स्वच्छ जल और रैम्प अति आवश्यक सुविधाओ में से है ।इसकी जांच करवा रहा हूँ ।


बाईट- प्रधानाध्यापिका

बाईट- ग्रामीण


बाईट : सहायक अध्यापक

बाईट : आंगनबाड़ी