Breaking News

सिकंदरपुर में बोले डीएम बलिया : दहेज प्रथा खत्म करने के लिए रामबाण है सामूहिक विवाह योजना, 51 जोड़ो का हुआ गठबंधन

दहेज प्रथा खत्म करने के लिए रामबाण है सामूहिक विवाह योजना
सिकंदरपुर में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बोले डीएम
 वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 51 जोड़े एक दूजे के हुए 
नुरुल होदा/इमरान


बलिया 10 फरवरी 2019: सिकंदरपुर के गांधी इंटर कालेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत शनिवार को 51 जोड़े एक दूजे के एक हुए। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत की उपस्थिति में पं विनय  मिश्र व अजीत पाण्डेय ने सभी जोड़ो का वैदिक मंत्रोच्चार कर विवाह संपन्न कराया। जिलाधिकारी के साथ वहां मौजूद अति​थियों ने वर—वधुओं को आशीर्वाद दिया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना उन गरीब परिवारों के लिए वरदान की तरह है, जो अपनी बेटियों के हाथ पीले करने में सक्षम नहीं है। कहा कि दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए यह योजना रामबाण व क्रांतिकारी साबित हो रही है। कुछ लोग अपनी बेटी की शादी में उधार पैसे लेकर फिजूल खर्च कर पूरी जिंदगी कर्ज के बोझ तले दबे रहते हैं। ऐसे लोग भी योजना का लाभ लें तो बेहतर होगा। बताया कि इस योजना में पर्याप्त धनराशि है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से अपील किया कि अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों में ऐसे वर-वधु को चिन्हित कर इस योजना का लाभ दिलाएं।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का दिलाया संकल्प

— कार्यक्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देते हुए बेटी के महत्व को बताया। कहा कि  कभी भी बेटे और बेटी में फर्क नहीं समझना चाहिए। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक खंड विकास अधिकारी नवानगर उपेन्द्र पाठक, समाज कल्याण अधिकारी तिलकधारी, प्रोबेशन अधिकारी केके राय, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामबचन यादव, प्रबन्धक अरविंद राय,   प्रधानाध्यापक उदय बहादुर सिंह, सिकंदरपुर चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार राय, महिला सब इंस्पेक्टर नीलोफर बानो, एसआई लाल साहब गौतम ने भी नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया। सामूहिक विवाह कार्यक्रम का संचालन प्रमोद गुप्ता ने किया।

एडिशनल पीएचसी पर अचानक पहुंचे डीएम
— सिकंदरपुर में आयोजित सामूहिक विवाद कार्यक्रम में लौटते समय स्वास्थ्य उपकेंद्र खड़सरा पर अचानक धमक गए। वहां चार कर्मचारी ही मौजूद थे। बताया गया कि वहां किसी चिकित्साधिकारी की तैनाती नहीं है। जिलाधिकारी ने उपकेंद्र के चारों तरफ भ्रमण करने के बाद कहीं भी उपकेंद्र से सम्बन्धित बोर्ड नहीं लगे होने पर नाराजगी जताई। फार्माशिष्ट को निर्देश दिया कि तत्काल सड़क पर कर्मचारियों की तैनाती व मोबाइल नम्बर लिखा हुए बोर्ड लगवाएं।

बदहाल डाकबंगले का लिया जायजा
— सदर तहसील क्षेत्र में पड़ने वाले पचखोरा में सिंचाई विभाग के बदहाल डाकबंगले को भी जिलाधिकारी ने देखा। हालांकि उसमें जाने के लिए जिलाधिकारी को ही कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बाउंडी कूद कर उन्हें अंदर जाना पड़ा। डाकबंगले के चारों तरफ बाउंडी थी और गेट भी बंद था। अंदर जंगल जैसी हालत थी। जिलाधिकारी बाउंडी कूद कर अंदर गए और पूरे हालात देखे। माना जा रहा है कि जिलाधिकारी के देखने के बाद निश्चित रूप से इसकी हालत में सुधार होगी।