जिलाधिकारी बलिया के न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ताओं और उनके परिजनों पर लगे आरोपों की नही हुई सुनवाई आज, डीएम के बाहर रहने से मिली तारीख, अगली सुनवाई 25 जनवरी 2019 को
जिलाधिकारी बलिया के न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ताओं और उनके परिजनों पर लगे आरोपों की नही हुई सुनवाई आज, डीएम के बाहर रहने से मिली तारीख,
अगली सुनवाई 25 जनवरी 2019 को
बलिया 18 जनवरी 2019 ।। जनपद के रसड़ा तहसील के 4 वरिष्ठ अधिवक्ताओं और उनके परिजनों व अन्य कुल 25 लोगो पर कूट रचित दस्तावेजो के आधार पर जमीन का बैनामा कराने व कब्जा करने के विवाद की आज जिलाधिकारी के न्यायालय में आज होने वाली सुनवाई डीएम बलिया के जनपद से बाहर रहने के कारण नही हो पायी है । सुनवाई के लिए अगली तारीख 25 जुलाई नियत की गई है ।
बता दे कि पिछले सप्ताह सभी 25 आरोपियों ने अपने अपने जबाब दाखिल करते हुए अपने ऊपर लगे आरोपो को गलत बताया है । साथ ही एसडीएम रसड़ा की जांच रिपोर्ट को विद्वेषपूर्ण रिपोर्ट बताया है । जबकि तहसील की जांच रिपोर्ट में एक व्यक्ति के मरने के बाद बैनामा किये जाने का उल्लेख है । वही आरोपियों का कथन है कि जिस आराजी की जांच एसडीएम रसड़ा को दी गयी थी उससे हटकर इन्होंने जांच करके रिपोर्ट बनायी है जो कानूनन गलत है । यही नही इन लोगो का यह भी आरोप है कि अगर हम लोग दोषी है तो इन्ही नम्बरो में और लोगो ने बैनामा कराया है , उनके ऊपर नोटिस क्यो नही दी गयी है ? अब देखना है कि जिलाधिकारी बलिया इस जटिल प्रकरण की उलझी गांठो को कैसे खोलते है ?
अगली सुनवाई 25 जनवरी 2019 को
बलिया 18 जनवरी 2019 ।। जनपद के रसड़ा तहसील के 4 वरिष्ठ अधिवक्ताओं और उनके परिजनों व अन्य कुल 25 लोगो पर कूट रचित दस्तावेजो के आधार पर जमीन का बैनामा कराने व कब्जा करने के विवाद की आज जिलाधिकारी के न्यायालय में आज होने वाली सुनवाई डीएम बलिया के जनपद से बाहर रहने के कारण नही हो पायी है । सुनवाई के लिए अगली तारीख 25 जुलाई नियत की गई है ।
बता दे कि पिछले सप्ताह सभी 25 आरोपियों ने अपने अपने जबाब दाखिल करते हुए अपने ऊपर लगे आरोपो को गलत बताया है । साथ ही एसडीएम रसड़ा की जांच रिपोर्ट को विद्वेषपूर्ण रिपोर्ट बताया है । जबकि तहसील की जांच रिपोर्ट में एक व्यक्ति के मरने के बाद बैनामा किये जाने का उल्लेख है । वही आरोपियों का कथन है कि जिस आराजी की जांच एसडीएम रसड़ा को दी गयी थी उससे हटकर इन्होंने जांच करके रिपोर्ट बनायी है जो कानूनन गलत है । यही नही इन लोगो का यह भी आरोप है कि अगर हम लोग दोषी है तो इन्ही नम्बरो में और लोगो ने बैनामा कराया है , उनके ऊपर नोटिस क्यो नही दी गयी है ? अब देखना है कि जिलाधिकारी बलिया इस जटिल प्रकरण की उलझी गांठो को कैसे खोलते है ?