नगरा बलिया : पीडब्ल्यूडी ने 6 माह से लोगो का चलना कर रखा है मुहाल , कई लोग गिरकर हो चुके है घायल
पीडब्ल्यूडी ने 6 माह से लोगो का चलना कर रखा है मुहाल , कई लोग गिरकर हो चुके है घायल
दिग्विजय सिंह की रिपोर्ट
नगरा बलिया 20 दिसम्बर 2018 ।। नगरा बेल्थरा मार्ग पर परसिया चट्टी से मुहम्मदपुर , चकिया व लहसनी आदि गांव के ग्रामीणों का संपर्क मार्ग पर पैदल या वाहन से चलना 6 माह से मुश्किल है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा संपर्क मार्ग पर बोल्डर डालकर छोड़ दिया गया है जिससे एक दर्जन ग्रामीण बाइक व सायकिल से गिरकर घायल हो गए है। इन गांव के ग्रामीण सड़क निर्माण में शिथिलता को लेकर काफी आक्रोशित है। ग्रामीणों ने चेताया है कि यदि एक सप्ताह के अंदर बोल्डर पर रोलर नहीं चला तो हैम सड़क पर उतारने को बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रसाशन की होगी।
नगरा बेल्थरा मार्ग के परसिया चट्टी से मुहम्मदपुर होते हुए चकिया तक संपर्क मार्ग पर कार्यदायी संस्था पीडब्लूडी द्वारा 6 माह पूर्व बोल्डर डालकर छोड़ दिया गया। संपर्क मार्ग की दूरी चौदह सौ मीटर है जिसकी अनुमानित लागत 40 लाख रुपये है। मार्च 2018 में ही कार्य स्वीकृति होने के बाद जून 2018 में ठेकेदार द्वारा संपर्क मार्ग पर बोल्डर गिराने के बाद सड़क पर बिछा दिया गया किन्तु ठेकेदार ने बोल्डर पर भसी डालकर रोलर नही चलवाया गया। जिससे इस मार्ग पर वाहन से तो दूर पैदल चलना भी दुस्वार हो गया है। इस मार्ग पर अबतक सायकिल व बाइक से एक दर्जन लोग गिरकर चोटिल हो गए है। सबसे दुर्गति एकल मार्ग होने के चलते महिलाओ को है जो इस मार्ग पर चलना छोड़ दी है और पैदल खेत खलिहान से होकर वहां पकड़ने जाती हैं। वही ग्रामीणों का भी इस मार्ग पर आना जाना कम हो गया है। सड़क पर पड़े बोल्डर की लेकर ग्रामीणों में विभाग के आरती आक्रोश है ग्रामीण पीडब्लूडी के क्षेत्रीय विधायक, अधीक्षण अभियंता के अलावे एसडीएम बेल्थरारोड से शिकायत कर चुके है किंतु ग्रामीणों के शिकायत का असर नही है।क्रय विक्रय समिति सीयर के अध्यक्ष हरिबंश यादव ने बताया कि मेरे गाँव का एक मात्र संपर्क मार्ग है बोल्डर की वजह से इस मार्ग पर चलना मुश्किल हो गया है। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया किन्तु उनपर शिकायत का कोउ असर नही हुआ। मुहम्मदपुर निवासी मो आशिफ ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक के अलावे पीडब्लूडी के अधीक्षण अभियंता के संज्ञान में संपर्क मार्ग ओर बोल्डर डालकर छोड़ दिये जाने की बात डाल दी गयी है। अबतक इसपर एक दर्जन से ऊपर लोग गिरकर चोटहिल हो गए है। बहरे प्रसाशन को जगाने के लिये आक्रोशित ग्रामीण अब सड़क पर उतरने को बाध्य है। कुद्दुस अंसारी ने कहा कि एसडीएम बेल्थरारोड से भी शिकायत की गई है किंतु अभीतक कोरा आश्वासन ही मिला। यदि एक सप्ताह के अंदर सड़क पर रोलर नही दौड़ाया गया तो ग्रामीण सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी
प्रसाशन की होगी। कार्यदायी संस्था के अवर अभियंता एसबी सिंह ने बताया कि 1400 मीटर संपर्क मार्ग की लंबाई है जिसकी अनुमानित लागत 40 लाख के आसपास है। सड़क पर बोल्डर डालकर छोड़ देना गलत है। बोल्डर पर भस्सी डालकर रोलर चला देना चाहिए था। ऐसा न होना ठेकेदार की लापरवाही है। समय के अंदर कार्य योजना का कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए।