दी यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष का बलिया में ऐलान - मांगे पूरी होने तक , न कराएंगे सत्यापन , न करेंगे एग्रीमेंट , पांच सूत्री मांगों वाला पत्रक डीएम को मीटिंग में सौपा
दी यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष का बलिया में ऐलान - मांगे पूरी होने तक , न कराएंगे सत्यापन , न करेंगे एग्रीमेंट
पांच सूत्री मांगों वाला पत्रक डीएम को मीटिंग में सौपा
बलिया 2 नवम्बर 2018 ।। दी यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन कानपुर के प्रदेश अध्यक्ष यूसी मिश्र का बलिया पहुंचने पर राइस मिलर्स की स्थानीय इकाई के जिला अध्यक्ष गजेंद्र प्रसाद गुप्त और पूर्व रिजिनल चेयरमैन मंडल आजमगढ़ कन्हैया यादव के नेतृत्व में भव्य स्वागत किया गया । मिलरों ने अपने प्रदेश अध्यक्ष यूसी मिश्र को फूल माला पहनाने के बाद अंगवस्त्रम से सम्मानित किया । तत्पश्चात महर्षि भृगु की प्रतिमा को स्मृति चिन्ह के रूप में प्रदान किया । मिलर्स को अपने डंबोधन मे श्री मिश्र ने कहा कि धान से चावल की रिकवरी का तो मानक वैज्ञानिक तय करते है लेकिन मिलरों को जो धान खरीद कर देने वाले है वो लोग वैज्ञानिक रूप से लेमैन होते है । हमारे क्षेत्र में अधिकतर किसान हाइब्रिड धान की फसल बोते है जिसमे से सरकार द्वारा तय मानक 67 प्रतिशत चावल नही निकलता है । ऐसे धानो की कुटाई के बाद हम मिलरों को 10 प्रतिशत तक नुकसान उठाना पड़ता है । इस लिये हमारी मांग है कि धान से चावल की रिकवरी का जो मानक सरकार ने 67 प्रतिशत रखा है उसके पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह की सरकार के तत्कालीन आदेश की तर्ज पर 62 प्रतिशत किया जाय , उस समय सरकार ने 5 प्रतिशत अपने स्तर से सब्सिडी दी थी । दूसरी प्रमुख मांग है कि दो दशक पहले जब डीजल 12 रुपये प्रति लीटर था तब हमको धान की कुटाई प्रति कुंतल 10 रुपये मिलती थी और आज जब डीजल के मूल्य में लगभग 5 से 6 गुनी वृद्धि हुई है तब भी मात्र 10 रुपये की वही पुराना नियम ? हमको कमसे कम कुटाई के लिये 150 रुपये प्रति कुंतल दिया जाय । साथ ही हमारी मिल से चावल को सरकारी गोदाम तक पहुंचाने के लिये मात्र 10 किमी का ही भाड़ा मिलता है जबकि हम को चावल इससे काफी दूर तक ले जाकर गोदाम में जमा करना पड़ता है । हमारी मांग है कि हमे निर्धारित किमी की जगह जितना किमी मिल से गोदाम पड़ता है उसका ढुलाई चार्ज दिया जाय । इससे पहले मिलर्स ने बैठक में जोरदार तरीके से मिल चलाने में आ रही दिक्कतों को सामने रखते हुए सरकार की धान खरीद नीति को मिलरों के खिलाफ बताया । सभी सदस्यों ने एक स्वर में द यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा पूरे प्रदेश में मिलो के सत्यापन और एग्रीमेंट न कराने के साथ खड़े होकर पूर्ण हड़ताल को मांग पूरी न होने तक चलाने का ऐलान किया । सदस्यों को एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे जाने वाले पत्रक के बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए कन्हैया यादव पूर्व रिजिनल चेयरमैन आजमगढ़ ने कहा कि बलिया जनपद की जलवायु ऐसी नही है कि 67 प्रतिशत कुटाई के बाद चावल निकले । हमारी मांग है कि पूर्व की भांति 67 प्रतिशत की जगह 62 प्रतिशत किया जाय । एक देश एक टैक्स की तर्ज पर जीएसटी लागू किया गया , जिसके कारण हमारे पड़ोसी राज्यो में मंडी शुल्क समाप्त कर दिया गया है लेकिन यूपी में आज भी ढाई प्रतिशत मंडी शुल्क लागू है , इसको समाप्त किया जाय । जिलाध्यक्ष गजेंद्र प्रसाद गुप्त ने अन्य बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धान कुटाई के लिये हमको वर्ष 1999 से 10 रुपया प्रति कुंतल कुटाई चार्ज दिया जा रहा है जो हास्यास्पद और मिलरों के साथ नाइंसाफी है । सन 1999 में जब यह दर निर्धारित की गई थी तब डीजल की दर रुपये 8.25 थी जबकि आज की दर सबको पता है । यही नही उस समय प्रति लेबर रुपये 80 मात्र मजदूरी दी जाती थी जबकि आज रुपये 350 तक देनी पड़ रही है । यही नही मोटर पार्ट्स और बिजली के बिल में भी बेतहासा वृद्धि हुई है । इस कारण हमारी मांग है कि सरकार कुटाई की दर को 10 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये करने की कृपा करें । कहा कि मिलरों को चावल ढुलाई का चार्ज मात्र 40 किमी का ही दिया जाता है जबकि यह मिल से गोदाम तक के किमी के हिसाब से मिलना चाहिये । कहा कि बलिया बागियों की धरती है और जोरजबरदस्ती व तानाशाही का हमेशा विरोध करने वाली धरती है । बलिया के मिलरों ने आज यह निर्णय कर लिया है कि जबतक सरकार हमारी मांगो को पूरा नही करती है तबतक जनपद का कोई भी मिलर न तो अपनी मिलो का सत्यापन करायेगा , न ही एग्रीमेंट । बैठक में सर्व सम्मति से जिलाधिकारी बलिया के माध्यम से एक पत्रक सीएम को प्रदेश अध्यक्ष यूसी मिश्र के नेतृत्व में देने का निर्णय किया गया । साथ ही यह भी कहा कि जब तक मांगे पूरी नही हो जाती तब तक जनपद में राईस मिलर्स की चल रही हड़ताल प्रदेश नेतृत्व के अगले आदेश तक चलती रहेगी । बैठक की अध्यक्षता राजेश सिंह ने और संचालन कन्हैया यादव ने किया ।
बैठक में अन्य प्रमुख वक्ताओं में महामंत्री राजेश चौरसिया ,उपाध्यक्ष ध्रुव नारायण सिंह ,कोषाध्यक्ष शिवजी गुप्ता ,संगठन मंत्री सुरेश गुप्ता ,उपेंद्र नाथ यादव ,रणधीर सिंह,सुदिष्ट नारायण सिंह,सचितानन्द, हरेंद्र कुमार ,आनन्द कुमार मिश्र,अशोक कुमार गुप्ता,आनन्द कुमार सिंह,सोनू सिंह,अजय केशरी एवं रामकेवल प्रसाद रहे ।