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बलिया में उभरा नया राजनैतिक समीकरण : कांग्रेस और भाजपा में हुई जुगलबंदी , कांग्रेस भाजपा भाई भाई , कहां से आये ये सपाई


बलिया में उभरा नया राजनैतिक समीकरण 
कांग्रेस और भाजपा में हुई जुगलबंदी 
कांग्रेस भाजपा भाई भाई , कहां से आये ये सपाई 
मधुसूदन सिंह की रिपोर्ट

बलिया 14 अक्टूबर 2018 ।।
उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद से देश के सियासी गलियारों में हलचल मचाने वाली एक तस्वीर सामने आयी है जहां समाजवादी पार्टी को हराने के लिये धुर विरोधी कांग्रेस और बीजेपी ने एक दूसरे के साथ गलबहियां डालकर गठबंधन कर लिया । ये लोग यही नही रुके एक संयुक्त प्रेसवार्ता आयोजित कर इसको जग जाहिर भी किये । जिस कांग्रेस पार्टी को दिल्ली की गद्दी तक पहुंचाने के लिये अखिलेश यादव दिन रात एक करके भाजपा को हराने की जुगत में लगे हुए है , उसी कांग्रेस पार्टी के अगर प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सरेआम घोषणा सीना ठोककर कर रहे हो कि हां हमने सपा को हराने के लिये भाजपा उम्मीदवार को समर्थन देकर जिताया है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस के सिपहसालार ही राहुल गांधी की नैया डुबोने
के लिये साजिश कर चुके है । कांग्रेस के  कद्दावर नेता कमलेश सिंह पीसीसी मेम्बर और पूर्व चेयमैन कुछ कद्दावर कांग्रेसियों के साथ मिलकर  खुलकर बीजेपी उम्मीदवार को जिताया । इस एक घटना ने साबित कर दिया कि पिछले चुनाव में सपा गठबंधन को ऐसे ही नेताओ ने अपने स्वार्थ के लिये असफल कर हराने का काम किया था । इस घटना ने साबित कर दिया है कि बलिया में कांग्रेस लगभग अपने वजूद को भाजपा में समाहित कर लिया है ।  चौकिये मत यह सच है इन सियासत दानो को सियासी चश्मे से इन तस्वीरों को देखिये बीजेपी के जिला अध्यक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलेश सिंह एक दूसरे के कंधे पर अपना हाथ रख एक साथ कोआपरेटिव चुनाव में चेयरमैन का पद जितने का जश्न मना रहे है।कांग्रेस नेता ने कहा इस चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को समर्थन दिया तो बीजेपी के जिला अध्यक्ष ने कहा बीजेपी को कांग्रेस का समर्थन मिला जिससे वह चुनाव जीत पाए है।तो सबसे बड़ा सवाल क्या 2019 में मोदी को राहुल का समर्थन मिलेगा।या फिर बलिया के कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता पार्टी के मर्यादाओ से ऊपर उठ चुके है।

प्रदेश की राजधानी लखनऊ हो या फिर देश की राजधानी दिल्ली, हर जगह बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने है, मगर उत्तर प्रदेश के बलिया की जमीनी हकीकत कुछ और नजर आ रही है ।कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों मिलकर 2019 में बीजेपी को रोकने के लिए भले ही हर दांव अपना रही है मगर बलिया के स्थानीय चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओ के मध्य व्यक्तिगत रिश्ते इतने मजबूत है कि दोनों मिलकर समाजवादी पार्टी को रोकने में लगे है।जरा देखिये किस तरह कैमरे पर बेबाक अंदाज में बयान देते बीजेपी के जिला अध्यक्ष विनोद दुबे ने कहा इस कोआपरेटिव के चेयरमैन के चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को समर्थन दिया है।

Bite-विनोद शंकर दुबे (बीजेपी जिला अध्यक्ष )


Vo2-कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व चेयरमैन की माने तो इस कोआपरेटिव के चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को समर्थन दिया है।

Bite-कमलेश सिंह (कांग्रेस नेता )


 सबसे बड़ा सवाल अब  यह उठ रहा है कि 2019 में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता क्या राहुल को देंगे दगा?क्या कांग्रेस पर भारी पड़ेंगे इनके नेता और कार्यकर्ता के बीजेपी के साथ व्यक्तिगत रिश्ते? इस सवाल का जबाब तो कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश अध्यक्ष को ढूढ़ना ही होगा नही तो चुनाव में बलिया से कांग्रेस पार्टी के जयचंद पूरी की पूरी नाव डुबो देंगे ।