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बक्सर (बिहार)में दो बच्चों की भूख से मौत पर मंत्री का बेतुका और संवेदनहीन बयान -- दो बच्चे भूख से मरे तो परिवार के अन्य लोग क्यो नही मरे !
बक्सर (बिहार)में दो बच्चों की भूख से मौत पर मंत्री का बेतुका और संवेदनहीन बयान -- दो बच्चे भूख से मरे तो परिवार के अन्य लोग क्यो नही मरे !
- 5 सितम्बर 2018 ।।
बिहार राज्य के बक्सर में दो बच्चों की भूख से मौत की खबर के बाद ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का अजीबो गरीब और संवेदनहीन बयान सामने आया है । एक न्यूज चैनल से बात करते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि अगर दो बच्चों की मौत भूख से हुई है तो ये आंकड़ा 20 भी हो सकता था या फिर परिवार के दूसरे लोगों की मौत भूख से होती? मैंने स्थानीय ब्लॉक डवलपमेंट ऑफिसर से बात की है और उनके पास मेडिकल रिपोर्ट है.बच्चों की मौत भूख से नहीं हुई है ।
मामला बक्सर जिले के कोरानसराय की एक बस्ती का है । मृतक बच्चों की मां धन्ना देवी कहना है कि दोनों की मौत भूख से हुई है. दो महीने पहले उसके पति को सड़क जाम के आरोप में जेल भेज दिया गया था, जिसके बाद घर की माली हालत खराब हो गई । पति के जेल जाने के बाद घर में बच्चों को खिलाने के लिए कुछ भी नहीं बचा था और इसी कारण उसके दो वर्षीय बेटे गोविंदा और पांच साल की ऐश्वर्या की मौत 26 अगस्त और एक सितंबर को हो गई,लेकिन मामले का खुलासा मौत के एक सप्ताह बाद हुआ ।
धन्ना देवी ने कहा कि पति दिहाड़ी मजदूर है । उसने दो जीवित बच्चों की मदद के लिए गुहार लगाई है । दोनों जीवित बच्चों की उम्र 10 साल है ।
खबर मिलने के बाद डूमरांव के एसडीओ हरेंद्र राम और सर्किल ऑफिसर ने मंगलवार को गांव का दौरा किया । एसडीओ हरेंद्र राम का कहना है कि दोनों बच्चे किसी बीमारी से पीड़ित थे और उनके पास परिवार के डॉक्टर से मिलने के सबूत है । हरेंद्र राम का कहना है कि किसी स्थानीय के कहने पर महिला बच्चों की मौत का कारण भूख बता रही है ।
उधर, जदयू के स्थानीय विधायक ददन पहलवान ने निजी चैनल से बातचीत में कहा कि बुधवार को परिवार से मिलने जाएंगे और स्थिति के बारे में बात करेंगे । उन्होंने दावा किया कि नीतीश राज में गरीबों को खिलाने के लिए अनाज की कमी नहीं है ।
मामला उजागर होता देख इलाके के पीडीएस के डीलर ने आनन फानन में 20 KG चावल, 20 KG गेहूं पीड़ित परिवार के घर भिजवाया लेकिन ये तब हुआ जब दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी. मामले की जानकारी प्रशासन को मिली तो जांच पड़ताल शुरू की गई. प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि बच्चों की मौत भूख से नहीं बल्कि बीमारी से हुई है ।
(साभार न्यूज 18)
बक्सर (बिहार)में दो बच्चों की भूख से मौत पर मंत्री का बेतुका और संवेदनहीन बयान -- दो बच्चे भूख से मरे तो परिवार के अन्य लोग क्यो नही मरे !
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
on
September 05, 2018
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