सीएम के शहर गोरखपुर में आम विक्रेता के ऊपर चली एडिशनल कमिश्नर फूड की चाबुक : रेट कम न करना हुआ गुनाह
आम का दाम कम न करना ठेले वाले को पड़ा महंगा
आम विक्रेता पर चला एडिशनल कमिश्नर (फूड) का चाबुक, विभागीय अधिकारियों को बुलाकर कराया चालान
अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर 31 जुलाई 2018 ।। र फड
सीएम सिटी गोरखपुर में भी अधिकारी किस तरह गरीबो असहायों का उत्प्रीडन करते है देखने को मिला है । आम बेचने वाले का गुनाह सिर्फ इतना था कि साहब के कहने के वावजूद पैसा कम नही किया , नतीजा साहब ने अपनी पूरी फौज बुलाई और आम विक्रेता के ठेले पर के एक एक आम की ऐसे जांच कराई जैसे या तो इनमें सोना छिपाया गया हो या बम हो । सरकारी अधिकारियों की फौज द्वारा ठेले के आम की चेकिंग और बाद में चालान करना गोरखपुर में चर्चा का विषय है ।बताया जाता है कि एडिशनल कमिश्नर (फूड) पी0एन0 सिंह मंगलवार की शाम को दीवानी कचहरी के पास आम खरीदने निकले । साहब को आम का दाम कुछ ज़्यादा लगा तो ठेले वाले से दाम कम करने को कहा। जब आम विक्रेता ने दाम कम नहीं किया तो गुस्से से तमतमाये साहब ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को फौरन ठेले वाले के पास हाज़िर होने का फरमान सुना दिया। फिर क्या था पल भर में पूरे महकमें ने साहब की आवाज़ पर ठेले वाले को घेर लिया और लगे एक एक आम की जांच करने। सकते में आये ठेले वाले को।लगा कि आज वो आम नही बल्कि बम बेंच रहा है जिसकी जांच करने सरकारी साहब आ धमके हैं। बहरहाल आनन फानन उस ठेले वाले का चालान कर दिया गया।
हालाँकि आम विक्रेता का कहना है कि साहब ने दाम पूछा मैंने कम नहीं किया क्योंकि मैं उन्हें नहीं पहचान सका बस यही मेरी गलती है।
कहने को तो गोरखपुर मुख्यमंत्री का गृह जनपद है लेकिन यहाँ अधिकारियों द्वारा गरीब जनता को किस तरीके से सताया जा रहा है यह तो सिर्फ एक बानगी है। बताते चलें कि जिले में बहुत से बड़े कारोबारी ऐसे हैं जो मिलावट और नकली सामान जनता को परोस रहें हैं लेकिन खाद्य विभाग के अधिकारी उनके यहां चेकिंग के नाम पर सिर्फ दिखावा करते हैं।
जाते जाते मुंह बनाये ठेले वाले से मानो अधिकारी कह रहे हो मुस्कुराइए की आप सीएम के शहर में हैं....