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इजराइल ने साढ़े 6 घंटे में चुरा लिये ईरान के परमाणु डिटेल्‍स

मोसाद के जवान
साथ ले गए 5 क्विंटल दस्‍तावेज

    16 जुलाई 2018 ।।
    इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने इस साल जनवरी में ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी फाइलों को चुरा लिया. न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की खबर के अनुसार,मोसाद ने 31 जनवरी को इस ऑपरेशन को अंजाम दिया । मोसाद के एजेंटों ने तेहरान के औद्योगिक क्षेत्र में एक वेयरहाउस में सेंध लगाई और सुबह सात बजे की शिफ्ट शुरू होने से पहले छह घंटे 29 मिनट में अपना काम पूरा कर लिया. ऑपरेशन अवधि में उन्‍होंने वेयरहाउस के अलार्म को बंद कर दिया, दो दरवाजों को तोड़ा, दर्जनों तिजोरियों के दरवाजों को जलाकर खोला और दस्‍तावेज लेकर निकल गए.

    खबर के अनुसार, मोसाद के एजेंट्स के पास आग लगाने वाली ऐसी टॉर्चें थीं जो 2000 डिग्री सेल्सियस की गर्मी पैदा कर आग लगा सकती है. इनकी सहायता से उन्‍होंने तिजोरियों के दरवाजों को जला दिया. माना जा रहा है कि इस काम में इजराइल को किसी अंदरुनी आदमी ने भी मदद की क्‍योंकि ऑपरेशन के दौरान मोसाद ने सिर्फ उन्‍हीं तिजोरियों को खोला जिनमें परमाणु कार्यक्रम के कागजात रखे थे. जिन तिजोरियों में ऐसे कागजात नहीं थे उन्‍हें छुआ भी नहीं गया ।
    ऑपरेशन पूरा करने के बाद इजराइली एजेंट लगभग 5 क्विंटल गोपनीय सामान अपने साथ ले गए. इनमें 50 हजार पन्‍ने और 163 सीडी शामिल हैं. इन सीडी में परमाणु कार्यक्रम से जुड़े वीडियो, फाइलें और प्‍लान बताए जाते हैं.

    रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने 2015 में अमेरिका, यूरोपीय यूनियन, रूस और चीन के साथ परमाणु समझौते के बाद इस वेयरहाउस में दस्‍तावेज जमा करना शुरू किया था. इस समझौते की वजह से ही संयुक्‍त राष्‍ट्र ईरान की संदिग्‍ध परमाणु कार्यक्रमों की जगह पर पहुंच पाया था ।
    इजराइल ने दावा किया कि समझौते के बाद ईरान ने देशभर से परमाणु कार्यक्रमों की फाइलों को जमा किया था और वेयरहाउस में रखा था. इस वेयरहाउस पर शक न हो इसलिए यहां 24 घंटे सुरक्षा नहीं रखी जाती थी.


    खबर के अनुसार, इजराइली अधिकारियों ने बताया कि ईरान को पाकिस्‍तान और बाकी विदेशी जानकारों से परमाणु कार्यक्रम के लिए मदद मिली थी. इजराइल ने पिछले सप्‍ताह पश्चिमी देशों की मीडिया को इस बारे में सूचना दी थी. साथ ही चुराए गए दस्‍तावेजों की जानकारियां भी साझा की गई थी.

    वॉशिंगटन पोस्‍ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने जब परमाणु कार्यक्रम रोका था तब वह 'बम बनाने की महत्‍वपूर्ण तकनीक' को हासिल करने के करीब था ।