लखनऊ :- पीएम मोदी सीएम योगी के साथ मगहर के लिये रवाना

- लखनऊ 28 जून 2018 ।।
कबीरदास की निर्वाण स्थली मगहर में गुरुरवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच रहे हैं. दरअसल पीएम मोदी महात्मा कबीर के प्राकट्य उत्सव पर संत कबीर नगर जिले के मगहर में आ रहे हैं. प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. तैयारियों की कमान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली है. अपने दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मगहर में कबीर की समाधि और मजार के दर्शन करेंगे. यहां वह 24 करोड़ की लागत से बनने वाली कबीर एकेडमी की आधारशिला रखेंगे. इसके बाद आयोजित जन सभा को संबोधित करेंगे.
उधर गुरुवार सुबह लखनऊ में अमौसी एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिसीव करने राज्यपाल राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंच गए हैं. उनके साथ यूपी के डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा भी मौजूद हैं. इनके अलावा मुख्य सचिव राजीव कुमार, डीजीपी ओपी सिंह भी अमौसी एअरपोर्ट पहुंचे. पीएम के स्वागत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ उनके साथ ही हैलीकॉप्टर से मगहर के लिए रवाना हो गए । पीएम मोदी की इस रैली को लोकसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री इस रैली से न सिर्फ चुनाव अभियान का बिगुल बजाएंगे, बल्कि विरोधियों पर भी जमकर निशाना साधेंगे.
उधर गुरुवार सुबह लखनऊ में अमौसी एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिसीव करने राज्यपाल राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंच गए हैं. उनके साथ यूपी के डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा भी मौजूद हैं. इनके अलावा मुख्य सचिव राजीव कुमार, डीजीपी ओपी सिंह भी अमौसी एअरपोर्ट पहुंचे. पीएम के स्वागत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ उनके साथ ही हैलीकॉप्टर से मगहर के लिए रवाना हो गए । पीएम मोदी की इस रैली को लोकसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री इस रैली से न सिर्फ चुनाव अभियान का बिगुल बजाएंगे, बल्कि विरोधियों पर भी जमकर निशाना साधेंगे.
उधर पीएम मोदी के आगमन को लेकर एक तरफ कबीरपंथियों में खासा उत्साह नजर आ रहा है. देश के कोने-कोने से कबीरपंथी मगहर आते नजर आ रहे हैं. स्थानीय निवासियों को उम्मीद है कि पीएम मोदी के आगमन से देश दुनिया के मानचित्र पर मगहर की पहचान को नया आयाम मिलेगा.
जिस कबीर एकेडमी की आधारशिला पीएम रखेंगे, उसकी स्थापना से देश दुनिया से आने वाले कबीर प्रेमियों और शोधार्थियों के लिये कबीर के जीवन दर्शन को जानने और समझने में काफी मदद मिलेगी. आजादी के बाद पहली बार देश का कोई प्रधानमंत्री मगहर आ रहा है. इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मगहर में आकर कबीर की समाधि और मजार के दर्शन कर चुके हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर कबीर पन्थियों से लेकर मगहर वासियो में खासा उत्साह है. उनका मानना है कि पीएम के आगमन से विकास की उम्मीद जगी है. वर्षों से बंद पड़ी मगहर की कताई मिल और गांधी आश्रम के दोबारा चालू होने की संभावना बढ़ गई है ।
संतकबीरनगर से सांसद शरद त्रिपाठी कहते हैं कि पीएम मोदी का मगहर आगमन जिले के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा. प्रधानमंत्री के मगहर में कबीर निर्वाण स्थली पर आने से देश में सामाजिक समरसता का संदेश जाएगा. कबीर सामाजिक समरसता, मानवता, साम्प्रदयिक एकता और समाज को कुरीतियों से उबारने वाले महानायक थे. पीएम के आगमन से पूरी दुनिया मे कबीर के संदेशों और विचारों को बल मिलेगा ।
दरअसल महात्मा कबीर का जन्म बनारस के लहरतारा में 1456 ई में हुआ था लेकिन सूफी कबीर ने जीवन के अंतिम तीन वर्ष मगहर में बिताए. कहा जाता है कि 1575 ई में मगहर में कबीर का देहावसान हो गया. काशी में मरने से मोक्ष और मगहर में मरने से नरक मिलने का मिथक तोड़ने और अकाल से जूझ रहे लोगों को राहत देने के लिये मगहर आए सूफी कबीर ने अपने संदेशो के जरिये सामाजिक समरसता का ऐसा ताना बाना बुना, जिसने हिन्दू मुस्लिम के बीच की खाई को पाटने का काम किया. कबीर ने अपने समय के सामाजिक आडम्बरों और कुरीतियों पर जमकर चोट किया.
आमी नदी के तट पर स्थित हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रतीक विश्व प्रसिद्ध सूफी संत कबीर के परिनिर्वाण स्थली मगहर में एक साथ स्थित उनकी समाधि और मजार कौमी एकता के प्रतीक के रूप में जानी जाती है. समाधि पर जहां हिन्दू माथा टेकते हैं तो वहीं मजार पर मुस्लिम समुदाय नमाज अता करता है.
सामाजिक कुरीतियों और आडम्बरों पर अपने विचारों के जरिये प्रहार करने वाले महात्मा कबीर को मानने वाले देश दुनिया में है. कबीर के अनुयायियों के लिए मगहर का कबीर चौरा किसी तीर्थ से कम नहीं है. पीएम के आगमन को लेकर कबीरपंथी भी जुटने लगे है. उनका मानना है कि पीएम के आने से मगहर का विकास होगा और दुनिया मे कबीर के संदेश पहुंचेगे ।
जिस कबीर एकेडमी की आधारशिला पीएम रखेंगे, उसकी स्थापना से देश दुनिया से आने वाले कबीर प्रेमियों और शोधार्थियों के लिये कबीर के जीवन दर्शन को जानने और समझने में काफी मदद मिलेगी. आजादी के बाद पहली बार देश का कोई प्रधानमंत्री मगहर आ रहा है. इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मगहर में आकर कबीर की समाधि और मजार के दर्शन कर चुके हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर कबीर पन्थियों से लेकर मगहर वासियो में खासा उत्साह है. उनका मानना है कि पीएम के आगमन से विकास की उम्मीद जगी है. वर्षों से बंद पड़ी मगहर की कताई मिल और गांधी आश्रम के दोबारा चालू होने की संभावना बढ़ गई है ।
संतकबीरनगर से सांसद शरद त्रिपाठी कहते हैं कि पीएम मोदी का मगहर आगमन जिले के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा. प्रधानमंत्री के मगहर में कबीर निर्वाण स्थली पर आने से देश में सामाजिक समरसता का संदेश जाएगा. कबीर सामाजिक समरसता, मानवता, साम्प्रदयिक एकता और समाज को कुरीतियों से उबारने वाले महानायक थे. पीएम के आगमन से पूरी दुनिया मे कबीर के संदेशों और विचारों को बल मिलेगा ।
दरअसल महात्मा कबीर का जन्म बनारस के लहरतारा में 1456 ई में हुआ था लेकिन सूफी कबीर ने जीवन के अंतिम तीन वर्ष मगहर में बिताए. कहा जाता है कि 1575 ई में मगहर में कबीर का देहावसान हो गया. काशी में मरने से मोक्ष और मगहर में मरने से नरक मिलने का मिथक तोड़ने और अकाल से जूझ रहे लोगों को राहत देने के लिये मगहर आए सूफी कबीर ने अपने संदेशो के जरिये सामाजिक समरसता का ऐसा ताना बाना बुना, जिसने हिन्दू मुस्लिम के बीच की खाई को पाटने का काम किया. कबीर ने अपने समय के सामाजिक आडम्बरों और कुरीतियों पर जमकर चोट किया.
आमी नदी के तट पर स्थित हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रतीक विश्व प्रसिद्ध सूफी संत कबीर के परिनिर्वाण स्थली मगहर में एक साथ स्थित उनकी समाधि और मजार कौमी एकता के प्रतीक के रूप में जानी जाती है. समाधि पर जहां हिन्दू माथा टेकते हैं तो वहीं मजार पर मुस्लिम समुदाय नमाज अता करता है.
सामाजिक कुरीतियों और आडम्बरों पर अपने विचारों के जरिये प्रहार करने वाले महात्मा कबीर को मानने वाले देश दुनिया में है. कबीर के अनुयायियों के लिए मगहर का कबीर चौरा किसी तीर्थ से कम नहीं है. पीएम के आगमन को लेकर कबीरपंथी भी जुटने लगे है. उनका मानना है कि पीएम के आने से मगहर का विकास होगा और दुनिया मे कबीर के संदेश पहुंचेगे ।
लखनऊ :- पीएम मोदी सीएम योगी के साथ मगहर के लिये रवाना
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
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June 28, 2018
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