डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय को मिला फाइकू रत्न सम्मान, कुल 51 रचनाकारों को मिला सम्मान
देहरादून।। काव्य की नवीनतम विद्या फाइकू प्रधान प्रथम ई पत्रिका के अंतरराष्ट्रीय फाइकू दिवस विशेषांक का आनलाइन विमोचन समारोह पूर्वक किया गया। इस अवसर पर इस अंक में शामिल चुनिंदा 51 फाइकू रचनाकारों को फाइकू रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं दि ग्राम टुडे प्रकाशन समूह के प्रधान संपादक डॉ.शिवेश्वर दत्त पांडे ने कहा की फाइकू विधा किसी मंत्र की तरह पवित्र और शक्ति सम्पन्न होती है जिसमें अपने भावों को समर्पण के रुप में प्रस्तुत कर एक अलौकिक आनन्द की अनुभूति होती है।
मुख्य अतिथि साहित्यांजलि के प्रधान संपादक डॉ.भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि इक्कीसवीं सदी में लोकप्रिय होती लघु कविता फाइकू ने बहुत कम समय में अपनी विशिष्ट उपस्थिति दर्ज कराई है। जिसे विश्व पटल पर लोकप्रिय मंच इंटरनेट पर भी खोज करने पर सुखद अहसास होता है।
मुख्य वक्ता फाइकू के प्रवर्तक शोधादर्श पत्रिका के संपादक अमन कुमार त्यागी ने कहा कि तुम्हारे लिए जैसे समर्पण के भाव की अनिवार्यता ही इस विधा की खूबसूरती है।यही इसकी ताकत और लोकप्रियता का एक महत्वपूर्ण कारक भी है। फायकू वर्तमान युग की सशक्त विधा है।
विशिष्ट अतिथि दि ग्राम टुडे समूह के संरक्षक अनिल कुमार पाण्डेय ने कहा कि हमारा समूह इस लोकप्रिय विधा के लिए उपलब्ध एक खुला मंच है।हम फायकू का नियमित प्रकाशन कर इसके विकास में अपना योगदान देते रहेंगे।
संपादक डॉ.सुभाष पांडेय ने कहा कि फायकू विशुद्ध भारतीय काव्य विधा है जो सत्यं शिवम् सुन्दरम्और सत्यमेव जयते की तरह मानवीय जीवन मूल्यों को संरक्षित वन संवर्धित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान देती है।इसका समर्पण भाव अद्वितीय है।
आयोजन का संचालन कर रहे फाइकू पत्रिका के संपादक डॉ.अनिल शर्मा अनिल ने कहा कि फाइकू के नौ अक्षर नवधा भक्ति के प्रतीक माने जाते हैं,नौ रसों का प्रतिनिधित्व माने जाते हैं।नौ का अंक पूर्ण ब्रह्म का प्रतीक होता है। इसीलिए फायकू के बढ़ते चरण को ईश्वरीय सहयोग भी प्राप्त है।
इस अवसर पर फायकू ई पत्रिका के अंतरराष्ट्रीय फायकू दिवस विशेषांक में प्रकाशित रचनाकारों प्रोफेसर पूनम चौहान,डॉ. नवनीता दुबे नूपुर,डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय,श्रीमती विनोद शर्मा ,रंजना हरित,दिनेश कौशल डॉ.महिमा सिंह,डॉ.घनश्याम बादल,रश्मि अग्रवाल ,लक्ष्मी सिंह,निधि वर्मा,अनुजा दुबे 'पूजा',साधना,मैत्री मेहरोत्रा 'मैत्री' जी,रेनू बाला सिंह ,निकेता पाहुजा,वर्तिका अग्रवाल 'वरदा',डॉ. वीना गर्ग ,डॉ.रेखा सक्सेना, संजय प्रधान, सतेन्द्र शर्मा तरंग जी,.ईभा प्रसाद,मनीषी सिन्हा,पवन कुमार सूरज जी,संजय प्रधान,डॉ.पुष्पा सिंह,आ.महेजबीन मेहमूद राजानी ,डॉ.भूपेन्द्र कुमार , ऋतु जैन,मीना जैन,डॉ.शिवेश्वर दत्त पाण्डेय, डॉ.सारंगा देश सारंगा सहित अनेक फाइकू रचनाकारों को फायकू रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।



