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पहले अनशनकारी के खिलाफ अब आरोपी लेखपालों के खिलाफ मुकदमा हुआ दर्ज, अनशनकारी संजीव गिरी की बिगड़ रही है सेहत




दो नामजद लेखपालों सहित चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज

लेखपाल की तहरीर पर अनशनकारी सामाजिक कार्यकर्ता संजीव गिरी पर भी संगीन धाराओ में दर्ज हुआ मुकदमा 

आरोपित लेखपालों पर कड़ी कार्रवाई को लेकर तीसरे दिन जारी रहा आमरण अनशन

अखिलेश सैनी 

 रसड़ा बलिया।।रसड़ा तहसील परिसर में 11 फरवरी 2025 को किसान दुर्घटना बीमा के कार्य की पैरवी कराने आए सामाजिक कार्यकर्ता संजीव गिरी का लेखपालों द्वारा पिटाई कर दिए जाने के मामले में जहां संजीव कुमार गिरी का तीसरे दिन गुरूवार को भी रसड़ा तहसील परिसर के मुख्य गेट पर आमरण अनशन जारी रहा वहीं पुलिस ने संजीव गिरी की तहरीर पर दो नामजद लेखपाल प्रेमशंकर यादव व लाल साहब प्रजापति सहित मनीष राम, सत्येंद्र यादव, प्रवीण कुमार और अन्य 4 अज्ञात के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।  वहीं लेखपाल लाल साहब प्रजापति की तहरीर पर भी पुलिस ने संजीव गिरी निवासी खैरा निस्फी सहित पांच अज्ञात के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज, सरकारी कागज चुराने सहित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई में जूट गई है। अनशनकारी संजीव गिरी ने अनशन के दौरान लोगों से भीक्षा मांगकर लेखपाल लाल साहब के फोन पे नम्बर पर 10 हजार रिश्वत में से 15 सौ भेज भी दिया है।





संजीव गिरी ने तहरीर में आरोप लगाया है कि 11 फरवरी को ताड़ीबड़ा गांव निवासिनी विधवा सीमा सिंह की किसान दुर्घटना बीमा से संबंधित एक फाइल को दुरूस्त कराने की पैरवी करने रसड़ा तहसील में आया था कि लेखपाल द्वारा 10 हजार घुस मांगे जाने के आरोपों के बीच हाथापाई के बाद विवाद बढ़ गया और लेखपाल प्रेमशंकर यादव व लाल साहब प्रजापति के इशारे पर मनीष राम, सत्येंद्र यादव, प्रवीण कुमार और अन्य 4 लोगों ने मिलकर मेरे ऊपर जानलेवा हमला किया जिसका विडियो मेरे कैमरे में दर्ज है। वहीं लेखपाल लाल साहब ने संजीव गिरी पर आरोप लगाया है कि संजीव गिरी अपने कुछ अज्ञात साथियों संग मेरे कमरे में आए और जबरन मेरे जेब में पैसा डालने लगे। जब मै इसका विरोध किया तो ये लोग वीडियो बनाने लगे। इस बीच मुझे गालियां देते हुए मुझे मारा-पीटा गया। बीच बचाव करने आए साथी लेखपाल मनीष कुमार गौतम के साथ भी जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली-गलौच की।


अनशनकारी संजीव गिरी का शुगर लेवल घटा, पेशाब मे खून आने की शिकायत 



अनशनकारी संजीव गिरी के स्वास्थ्य की जाँच करने आये चिकित्सक के अनुसार श्री गिरी का शुगर लेवल कम हो गया है और इनके द्वारा पेशाब मे खून आने की भी शिकायत की गयी है। ऐसी स्थिति मे इनको अच्छी चिकित्सकीय सुविधा की जरूरत है। 



पूर्व विधायक द्वय रामइक़बाल सिंह व सुरेंद्र सिंह भी नहीं तोड़वा पाये अनशन 

संजीव गिरी के आमरण अनशन को तोड़वाने के लिये बीजेपी के दो फायर ब्रांड पूर्व विधायकों रामइक़बाल सिंह व सुरेंद्र सिंह ने पूरी कोशिश की लेकिन संजीव गिरी ने आरोपित लेखपालों व उसके सहयोगियों पर जबतक कार्यवाही नहीं हो जाती है, तब तक अनशन नहीं तोडूंगा।



बलिया मे अधिकारी आमजन को पीटेंगे भी और मुकदमा भी कराएंगे दर्ज 

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी एक तरफ पूरे प्रदेश को बदमाशों व माफियों से मुक्त करने के अभियान मे लगे हुए है तो दूसरी तरफ बलिया मे सरकारी कर्मचारियों द्वारा दबंगई के साथ न सिर्फ वसूली चरम पर है बल्कि इसका विरोध करने वालों को सरेआम पीट कर मुकदमा भी दर्ज करा रहे है।

आपको ज्ञात हो कि बलिया शहर के एक सेवई निर्माता व्यापारी को खाद्य विभाग के उच्चधिकारी ने अपने घर बुलाकर मारा पीटा बल्कि दोनों व्यापारियों भाइयों के साथ ही अन्य दस लोगों पर मुकदमा भी कायम करा दिया। व्यापारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने व व्यापार बंद करने के बाद ही आरोपी अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।



अब यह दूसरा मामला रसड़ा का सामने आया है। जिसमे लेखपाल ने रिश्वत मांगी और विरोध करने पर शिकायत कर्ता युवक को ही अपने साथियों संग सरेआम पीट दिया और बाद मे मुकदमा भी लिखवा दिया। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भी बलिया का जिला प्रशासन पीड़ित युवक द्वारा आमरण अनशन शुरू करने के बाद और जनमानस मे बढ़ते आक्रोश के बाद ही आरोपी लेखपालों और उसके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा लिखने पर मजबूर हुआ।



 फोटो -संजीव गिरी के साथी का मोबाइल छीनने वाले 6 आरोपी 


मुख्यमंत्री जी का जीरो टोलरेंस नीति की उड़ रही धज्जियाँ 

लगता है बलिया के सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियो के ऊपर मुख्यमंत्री योगी जी के जीरो टोलरेंस नीति की न खबर है और न ही खौफ। अब देखना है कि जिले मे बढ़ रहे भ्रष्टाचार के नासूर की खबर कब तक योगी जी के पास पहुंचती है और मुख्यमंत्री जी इसको बढ़ावा देने वालों संग इसमें लिप्त कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करते है। क्योंकि रसड़ा हो या बलिया शहर का व्यापारी दोनो ही जगह बीजेपी कार्यकर्त्ता ही प्रताड़ित हुए है।