कही डॉ संजय तरडे के रिकॉर्ड को तोड़ न दे, पुलिस अधीक्षक डॉ ओमवीर सिंह : पुराना रिकॉर्ड है - डॉ संजय तरडे वन मर्डर पर डे : डबल मर्डर से दहला खेजूरी थाना क्षेत्र
मधुसूदन सिंह
बलिया।। जिस तरह से प्रदेश के सबसे तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी डॉ संजय तरडे के बलिया का पुलिस अधीक्षक बनते ही हत्याओं की इतनी बाढ़ आयी कि एक अख़बार ने अपनी हेडिंग ही लिखी - डॉ संजय तरडे, वन मर्डर पर डे, ठीक ऐसी ही परिस्थिति वर्तमान मे पुलिस अधीक्षक डॉ ओमवीर सिंह के साथ बनती जा रही है। डॉ ओमवीर सिंह भी एक तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी है, लेकिन इनके भी कार्यभार ग्रहण करने के साथ ऐसे संयोग बनते जा रहे है कि हत्याओं की श्रृंखला ही शुरू होती जा रही है। अभी सिकंदरपुर थाना क्षेत्र मे डबल मर्डर की चर्चाये खत्म भी नहीं हुई थी कि इसी थाना क्षेत्र के पास के थाना खेजूरी मे रविवार की रात मे कोचिंग संचालक पति पत्नी की हत्या से सनसनी फ़ैल गयी है। बलिया एक्सप्रेस का मानना है कि कोटे के आधार पर (योग्यता को दरकिनार कर )जबतक थानों का प्रभार दिया जाता रहेगा, अपराध पर रोक नहीं लग सकती है। थानो का प्रभार, थानेदारों के कार्यकाल मे हुई आपराधिक घटनाओ के आधार पर समीक्षा के बाद मिलना चाहिए। अगर पुलिस अधीक्षक महोदय समीक्षा के बाद प्रभार देते है तो आपराधिक घटनाओ पर रोक लगने की सम्भावना ज्यादे हो सकती है, अन्यथा डॉ संजय तरडे का रिकॉर्ड की तरफ कदम तो बढ़ ही रहा है। डॉ संजय तरडे भी तेजतर्रार और डॉ ओमवीर सिंह भी तेजतर्रार, फिर अपराधों पर रोक क्यों नहीं, विचार करना जरुरी है कि कमी कहां है ।
बता डे कि रविवार की रात खेजुरी थाना क्षेत्र के मासूमपुर में सड़क किनारे मकान के बाहर खून से लथपथ पति-पत्नी का शव मिलने से हड़कम्प मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों की शिनाख्त श्यामलाल चौरसिया (62) तथा उनकी पत्नी के रूप में हुई। दोनों के शरीर पर किसी धारदार हथियार से प्रहार का निशान है। दोनों के शव घर के बाहर पड़े हुए थे। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि रविवार की रात लगभग 10 बजे डायल 112 को यह सूचना प्राप्त हुई कि खेजुरी थाना क्षेत्र के गांव मासूमपुर में सड़क के किनारे एक घर पर एक पुरुष और महिला की डेड बॉडी पड़ी हुई है। सूचना पर तत्काल डायल 112 और थाना प्रभारी खेजुरी, थाना प्रभारी सिकंदरपुर पहुंचे तो सड़क पर ही श्यामलाल चौरसिया (62) तथा उनकी पत्नी का शव पड़ा था। उनके शरीर पर किसी धारदार हथियार से प्रहार किया हुआ प्रतीत हो रहा था। दोनों के शव घर के बाहर पड़े हुए थे।
गांव वालों से पूछताछ में अभी तक कोई किसी तरह की दुश्मनी या अन्य तथ्य संज्ञान में नहीं आया है। पुलिस की टीमें लगी हुई हैं, जिसमें स्वॉट टीम, सर्विलांस टीम, संबंधित क्षेत्राधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक सभी लोग इसमें यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि किस तरह से घटना कारित हुई है । अन्य आवश्यक विधिक कार्यवाही प्रचलित है।