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फेफना- इन्दारा दोहरीकरण कार्य पूर्ण,रेल संरक्षा आयुक्त,पूर्वोत्तर सर्किल प्रणजीव सक्सेना ने किया निरीक्षण



वाराणसी, 04 मार्च 2024।। यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचलनिक सुगमता हेतु मूलभूत ढाँचे में विस्तार के क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के फेफना- इन्दारा दोहरीकरण परियोजना के अन्तर्गत रसड़ा-रतनपुरा(13 किमी) स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण के अंतर्गत  दूसरी रनिंग लाइन का निर्माण का कार्य पूर्ण होने के उपरान्त आज  04 मार्च,2024 को रेल संरक्षा आयुक्त,पूर्वोत्तर सर्किल श्री प्रणजीव सक्सेना ने मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण श्री एस. सी श्रीवास्तव एवं मंडल रेल प्रबन्धक/वाराणसी श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव के साथ इस नई दोहरीकृत रेल खंड  का निरीक्षण किया ।








इस अवसर पर उनके मुख्य  विद्युत डिज़ाइन इंजीनियर श्री  सुरेश कुमार ,मुख्य   सिगनल इंजीनियर  श्री आर के सिंह , उप मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री आशीष पाण्डेय,महाप्रबंधक/विद्युत  (रेल विकास निगम लिमिटेड) श्री एस पी  एस यादव, मुख्य परियोजना प्रबंधक (रेल विकास निगम लिमिटेड) श्री विकास चन्द्रा,  प्रिंसिपल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (रेल विकास निगम लिमिटेड) श्री कमल नयन , अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (इंफ्रा) श्री रोशन लाल यादव,  वरिष्ठ मंडल इंजीनियर समन्वय श्री राकेश रंजन, मंडल इंजीनियर श्री पी पी कुजूर , वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री बलेंद्र पॉल , वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (कर्षण) श्री आर एन सिंह, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री  रजत प्रिय ,  वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनयर (सामान्य) श्री पंकज केशवानी, अपर महाप्रबंधक (रेल विकास निगम लिमिटेड) श्री आशुतोष शुक्ला सहित मुख्यालय  तथा वाराणसी मंडल के सम्बंधित शाखा अधिकारी  समेत मंडल  एवं रेल विकास निगम लिमिटेड के वरिष्ठ इंजीनियर उपस्थित थे।

रेल संरक्षा आयुक्त श्री प्रणजीव सक्सेना ने अपने निरीक्षण का आरंभ रसड़ा रेलवे स्टेशन के निरीक्षण से किया । उन्होंने  विद्युतीकृत दोहरी रेल लाइन के मानक के अनुरूप संरक्षा अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, फाउलिंग मार्क, पैनल इन्टरलॉकिंग, बैटरी रूम, रिले रूम सहित रसड़ा को रतनपुरा रेलखण्ड को जोड़ने वाली लाइन के ट्रेलिंग प्वाइंट आदि का गहन निरीक्षण किया तथा स्टेशन मास्टर से संरक्षा संबंधी प्रश्न पूछकर संरक्षा कार्य कुशलता परखी। तदुपरान्त रसड़ा की लाइन नम्बर 03 से मोटर ट्राली द्वारा रसड़ा-रतनपुरा  रेल खण्ड पर नवनिर्मित दूसरी  लाइन का निरीक्षण करते हुये किमी सं-22/5 पर समपार फाटक संख्या-15 पर पहुँचे गेट का संरक्षा निरीक्षण किया तथा गेट मैन जितेन्द्र  कुमार यादव  से संरक्षा  सम्बंधित ज्ञान को परखा । मोटर ट्रॉली से किमी 2.55  से किया और ट्रैक फिटिंग्स, बैलास्ट लेवलिंग,लाइनर एवं ट्रैक से सिगनल पोस्टों की मानक दूरी का मापन किया। इसके पश्चात वे किमी सं-23/3 पर स्थित  माइनर ब्रिज संख्या 15 का संरक्षा परीक्षण किया और सभी मानकों की गहराई से जाँच की। इसके बाद किमी सं 24/5 पर स्थित समपार सं-16 का सेफ्टी निरीक्षण किया और दोहरीकरण के मानकों के मुताबिक मेजरमेंट लिया । इसके बाद वे किमी सं-24/7 पर स्थित माईनर  ब्रिज सं-24 का निरीक्षण किया और कम्पोसिट गर्डर एवं फाउंडेशन की जाँच की। इसी क्रम में उन्होंने किमी सं-26/1 से 26/6 तक विस्तृत कर्व संख्या 3 का भी मेजरमेंट किया इंडेन्ट कि जांच की।  इसके बाद उन्होंने किमी सं-27/14-16 पर ओवर हेड ट्रैक्शन से हाई टेंशन लाइन से क्लियरेंस और आइसोलेशन तथा किमी 27/6 से 27/7 किनारे की ऊँचाई की जाँच की । इसके पश्चात रेल संरक्षा आयुक्त ने किमी-29/6 पर स्थित समपार संख्या-19 तथा किमी सं-29/2-3 पर ओवर हेड ट्रैक्शन के मास्ट के निकट लोकेशन बाक्स का निरीक्षण किया ।





तदुपरान्त रेल संरक्षा आयुक्त किमी सं-30/05 पर स्थित राजमलपुर हाल्ट पहुँचे और हाल्ट का दोहरीकरण के मानकों का निरीक्षण किया । इसके पश्चात वे मोटर ट्राली से किमी सं-30/9 पर स्थित समपार फाटक सं-20 का संरक्षा निरीक्षण किया और गेट मैन के सेफ्टी टूल्स,मेडिकल एवं पुनश्चर्या ट्रेनिंग की जाँच की । तदुपरान्त किमी सं-33/4-10 पर लाइन फिटिंग्स की जाँच की, किमी सं-34/28 पर लोकेशन बाक्स में अल्ट्रेशन की जाँच करते हुए रतनपुरा रेलवे स्टेशन पहुँचे । उन्होंने रतनपुरा रेलवे स्टेशन पर स्टेशन पैनल,पावर सप्लाई रूम,रिले रूम,बैटरी रूम,नवनिर्मित प्लेटफार्म-02 के  क्लियरेंस की जाँच की  तथा फेसिंग एवं ट्रेलिंग  पॉइंट एण्ड क्रासिंग निरीक्षण किया गेज टेस्टिंग करके फेल सेफ प्रणाली की जाँच की। निरीक्षण के अंत में उन्होंने किमी 35 से 35/6 तक बैलास्ट की ब्लैंकेटिंग तथा किमी सं-35/8 पर स्थित समपार फाटक सं 24 का संरक्षा निरीक्षण किया गेट मैन के संरक्षा ज्ञान को परखा।

उक्त निरीक्षण में रेल संरक्षा आयुक्त ने लाइन फिटिंग्स,सिग्नलों का संस्थापन, बैलास्ट की कुशनिंग,ओवर हेड लाइन की मानक स्थिती एवं पुल पुलियाओं पर संरक्षा के सभी मानदंडों को परखा।

ज्ञातव्य हो की फेफना से रसड़ा तक का खंड अक्टूबर 2022 में पहले ही चालू हो चुका है और अब रसड़ा से इंदारा तक का खंड जिसकी कुल लंबाई 28.249 किलोमीटर है,की ओपनिंग हेतु  अब संरक्षा निरीक्षण किया जा रहा है। इन लाइनों के दोहरीकरण से भीड़भाड़ वाले उत्तर मध्य रेलवे मार्ग पर दबाव कम हो जाएगा। वैकल्पिक मार्ग- फेफना-मऊ-शाहगंज अमृतसर मुरादाबाद-लखनऊ-मुगलसराय-पटना खंड और गोरखपुर-छपरा-हाजीपुर-गुवाहाटी खंड के बीच एक महत्वपूर्ण लिंक प्रदान करता है। इस प्रकार, इस खंड के दोहरीकरण से वाराणसी-मुगलसराय और मकामा-बरौनी खंड को काफी राहत मिलेगी, जो अत्यधिक भीड़भाड़ वाले हैं। दोहरीकरण के बाद अधिक संख्या में माल/यात्री ट्रेनें चलाई जा सकेंगी जिससे  इस क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आएगी और विकास होगा। फिलहाल ट्रेनें अधिकतम सेक्शनल स्पीड 110 किमी प्रति घंटे से चलेंगी. इस सेक्शन को 160 किलोमीटर प्रति घंटे और 25 टन लोडिंग के लिए डिजाइन किया गया है।

             कल भी करेंगे निरीक्षण 

 रेल संरक्षा आयुक्त कल 05 मार्च,2024 को रतनपुरा-इन्दारा(15 किमी)रेल खण्ड के दोहरीकरण का निरीक्षण करेंगे और इन्दारा-रसड़ा (28.24 किमी ) विद्युतीकृत लाइन के साथ दोहरीकरण का स्पीड ट्रायल भी करेंगे। रेल प्रशासन का आमजन से अनुरोध है कि निरीक्षण एवं स्पीड ट्रायल के दौरान इस नव दोहरीकृत  रेल लाइन पर न तो स्वयं जायें, न ही अपने पशुओं को रेलपथ पर जाने दें,सतर्क रहें नई रेल पटरी पर जाना  खतरनाक हो सकता है।यह जानकारी अशोक कुमार जन सम्पर्क अधिकारी, वाराणसी ने दी है।