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राज्यपाल के आदेश पर अमरमणि त्रिपाठी पत्नी संग हुए रिहा, रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई याचिका, यूपी सरकार को जारी हुई नोटिस



गोरखपुर।। 20 वर्ष पूर्व हुए मधुमिता शुक्ला हत्या कांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे यूपी सरकार के पूर्व मंत्री, बाहुबली अमर मणि त्रिपाठी और इनकी पत्नी मधु त्रिपाठी को जेल में 16 साल की सजा काटने के बाद अच्छे चाल चलन के चलते प्रदेश की महामहिम राज्यपाल के आदेश पर आज जेल से रिहा कर दिया गया है। दोनो को 25-25 लाख के मुचलके पर छोड़ने का जिलाधिकारी गोरखपुर ने आदेश जारी किया था।

इस रिहाई को रोकने के लिये मृतक मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। लेकिन अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया। लेकिन इस रिहाई की बावत उत्तर प्रदेश सरकार से नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद निधि शुक्ला फूट-फूट कर रोने लगी।





उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी ने अपने बयान में ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा है कि यह ऊपरवाले का आशीर्वाद है। 20 साल से हम अपने माता-पिता के लिए इसका इंतजार कर रहे थे। आज वह घड़ी आ गयी है। मैं और मेरा परिवार सभी बहुत खुश हैं। हर कोई खुश है, इसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। कहा कि फिलहाल अमरमणि और पत्नी मधुमणि की तबीयत खराब होने के कारण दोनों लोग मेडिकल कॉलेज में ही रहेंगे।

सुप्रीम कोर्ट का अमर मणि की रिहाई रोकने से इंकार, पर यूपी सरकार को जारी किया नोटिस 

अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने से इंकार किया। मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।


अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट ने मधुमिता की बहन की याचिका पर नोटिस जारी कर यूपी सरकार से 8 हफ्ते में जवाब मांगा है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि अगर हम आपसे सहमत होंगे तो  अमरमणि को वापस जेल भेज देंगे।

 मधुमिता हत्याकांड में सजा काट रहे अमरमणि जेल से रिहा हो गये है। बेटे अमनमणि ने कहा परिवार बीते 20 सालों से इस पल का इंतजार कर रहा था।


बाइट --अमन मणि त्रिपाठी (पुत्र अमर मणि त्रिपाठी)



बाइट -- अरुण कुमार कुशवाहा (जेलर गोरखपुर कारागार



बता दे कि इससे पहले रिहाई का परवाना लेकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड के कमरा नंबर 16 में पहुंचे जेलर ए.के. कुशवाहा, तमाम औपचारिकताएं और अमरमणि के साथ मधुमणि के हस्ताक्षर के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर गणेश कुमार को डॉक्यूमेंट की कॉपी सौंप दिया।इस बाबत मीडिया से बात करते हुए जेलर एके कुशवाहा ने कहा कि ज्यूडिशल कस्टडी से अमर मणि दंपत्ति को मुक्त कर दिया गया है।