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जिलाधिकारी ने संभावित बाढ़ 2023 के दृष्टिगत अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारियां



बलिया।। जिला अधिकारी रवीन्द्र कुमार ने बताया है कि जनपद बलिया प्रत्येक वर्ष बाढ़ / अतिवृष्टि से प्रभावित होता है। सम्भावित बाढ़ 2023 के दृष्टिगत बाढ / अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव एवं राहत कार्यों के प्रबन्धन के सम्बन्ध में विभागवार अधिकारि को निर्देशित किया जाता है कि वे अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित कार्ययोजना बनाकर तत्काल  अनुपालन करना सुनिश्चित करें। 

जनपद में बाढ़ से बचाव हेतु बाढ खण्ड द्वारा समस्त चलित परियोजनाओ, रेगुलेटर / गेटो की मरम्मत का कार्य जिस तहसीलों के अन्तर्गत हो रहा है या कार्य पूर्ण हो चुका है, उसकी जांच सम्बन्धित तहसील के उप जिलाधिकारी/तहसीलदार, बाढ खण्ड के अभियन्ता के साथ करके अपनी संयुक्त जांच आख्या मानसून अवधि प्रारम्भ होने से पूर्व अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। प्रायः यह देखा जाता है कि तटबंधों एवं रिंगबन्धों में चूहे एवं शास आदि जानवरों द्वारा होल कर दिया जाता है, जिसके कारण नदियों में पानी आने के कारण रिसाव होने लगता है तथा तटबन्ध/रिगबन्धा क्षतिग्रस्त होने की सम्भावना बनी रहती है। उक्त तटबन्धों / रिंगबन्धों की जाच कराकर समय से मरम्मत कराया जाय । बाढ राहत कार्य में सुरक्षा एवं बचाव कार्य हेतु जनपद में उपलब्ध नावों के सम्बन्ध में सभी तहसीलदारगण अपनी-अपनी तहसील में उपलब्ध नावों, नाव मालिको / गोताखोरो एवं जाल की सूची पूरा पता व मोबाइल नम्बर सहित दिनांक 25.05.2023 तक अवश्य तैयार करा ले तथा उस सूची के क्रम में नावों का पंजीकरण उ0प्र0 नाव सुरक्षा एवं सनाविक कल्याण नीति 2020 के अनुसार कराना सुनिश्चित करें।






 मुख्य पशु चिकित्साधिकारी बलिया विगत वर्ष की बाढ के अनुभवों के आधार पर आंकलन कर प्रारम्भिक 3- बाढ राहत सम्बन्धी कार्ययोजना तैयार कर ले तथा बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के चारे हेतु भूसा व्यवसायिओं से वार्ता कर अनुमानित मांग के सापेक्ष भूसे के आपूर्ति की व्यवस्था का विकल्प तैयार कर लें, यदि भूसा क्रय किये जाने हेतु टेण्डर की आवश्यकता हो, तो उसे नियमानुसार तत्काल पूर्ण कर आपदा कार्यालय को भी अवगत करा दे। बाढ़ से प्रभावित पशुओ को राहत उपलब्ध कराने हेतु पशु कैम्प की स्थापना तथा संचालन स्थल का चयन कर ले। उक्त कैम्प में पशुओ के लिए चारा, स्वच्छ पेयजल, टीकाकरण आदि की एक कार्य योजना बना ले। पशुओ को रोग से बचाव का टीकाकरण हेतु पशु चिकित्सको की टीम का गठन करके टीकाकरण की कार्यवाही की जाय । बाढ राहत सहायता कार्य के लिए प्रत्येक बाढ़ टीम के कार्य क्षेत्र निश्चित करते हुए बाढ चौकियों पर स्टाफ तैनात किया जाय एवं प्रत्येक बाढ चौकियों पर जिन पशु चिकित्साधिकारी / कर्मचारी को नामित किये जाये, उनके नाम, मोबाईल नम्बर बाढ़ चौकी के सामने लगे बैनर पर अवश्य अंकित करावें ।


समस्त उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार यह सुनिश्चित कर लें कि वे अपनी-अपनी तहसील में कम से कम 02 बाढ़ चौकी को चिन्हित कर लें, जिसके समीप बाढ़ के दौरान मा० मुख्य मंत्री जी, मंत्री जी एवं अन्य उच्च अधिकारीगण के हेलीकाप्टर उतरने एवं वाहनों के ठहरने के लिए पर्याप्त एवं उचित स्थान हो । बाढ चौकियों पर बचाव कार्य के समस्त उपकरण अवश्य रखें जाय एवं प्रशिक्षित आपदा मित्रों से सम्पर्क स्थापित कर लिया जाय ताकि बाढ के समय उनका सहयोग लिया जा सके । राहत शिविरों के लिए उपयुक्त ऊंचे स्थान को चयनित कर लिया जाय तथा राहत शिविर में विस्थापित होने वाले ग्रामो एवं परिवारों का विवरण आपदा कार्यालय को उपलब्ध करा दिया जाय। बाढ़ चौकी एवं राहत शिविर के बाहर एक बैनर अवश्य लगाया जाय तथा उसपर तैनात किये गये अधिकारियों/कर्मचारियों के नाम व मोबाईल नम्बर उसपर अवश्य अंकित किया जाय ।


सम्भावित बाढ़-2023 के दृष्टिगत मुख्य चिकित्साधिकारी बलिया अभी से अपने विभागीय बाढ़ चौकियों की स्थापना हेतु सम्बन्धित तहसील से सम्पर्क कर लें। बाढ़ चौकियों / शरणालयों में चिकित्साधिकारी पैरोमेडिकल टीम की तैनाती कर ली जाय एवं मोबाईल एम्बुलेंस का गठन कर लिया जाय, जिसमें सभी औषधियां उपलब्ध रहेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्य चिकित्साधिकारी की होगी। बाढ चौकियो / शरणालयों पर बड़े-बड़े बैनर लगाये जाय जिस पर कोविड-19, बुखार, खुजली आदि से बचाव के सम्बन्ध में जानकारी अंकित की जाय । साथ ही प्रयास यह रहे कि बाढ़ चौकी / शरणालय के बगल में ही चिकित्सा शिविर स्थापित किया जाय । इसके अतिरिक्त क्लोरिन टैबलेट, एन0टी0 डायरिया टैबलेट, ओ०आर०एस० पाउडर, दर्द एवं बुखार का टैबलेट, स्कीन से सम्बन्धितदवायें, ऐन्टी स्नैक बेनम इंजेक्शन का स्टाक समय से पहले ही एकत्र करा लिया जाय तथा इसकी उपलब्धता प्रत्येक सी०एच०सी० पी०एच०सी० पर भी करायी जाए। 

बाढ़ के समय बाढ़ चौकियों पर स्थानीय पुलिस की तैनाती हेतु सूची तैयार करा ली जाय। राहत सामग्री वितरण के समय भगदड़ की स्थिति पर नियंत्रण हेतु पुलिस विभाग द्वारा सम्बन्धित तहसील के अधिकारी / कर्मचारियों का सहयोग उपलब्ध कराया जाय तथा राहत कैम्पों में पर्याप्त सुरक्षा हेतु महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती हेतु सूची तैयार कर ली जाय। बाद के दौरान राहत एवं बचाव कार्य हेतु जल पुलिस की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर ली जाय । 

 सम्भावित बाढ के दृष्टिगत बाढ़ चौकियों / शरणालयों पर अस्थायी रूप से इण्डिया मार्का हैण्डपम्प लगाने तथा आवश्यकतानुसार टैंकर से शुद्ध पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कर लिया जाए।अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद बलिया शहरी क्षेत्र के जल जमाव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी का तत्काल व्यवस्था की जाय तथा जल जमाव वाले क्षेत्रों में ब्लीचिंग पाउडर आदि का छिड़काव किया जाय ।बाढ प्रभावित क्षेत्रों के विद्यालय की साफ सफाई, मरम्मत, शुद्ध पेयजल एवं प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित  कर ली जाय ताकि बाढ़ के समय किसी प्रकार की असुविधा न होवे ।


 जिला पूर्ति अधिकारी बलिया सम्भावित वाढ -2023 के दृष्टिगत जनपद एवं तहसील स्तर पर डीजल / पेट्रोल  एवं कैरोसिन की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु पर्याप्त स्टाक सुरक्षित कर लिया जाय एवं आकस्मिक स्थिति में राशन का वितरण हेतु व्यवस्था रखी जाय । साथ ही विगत वर्ष की बाढ की भांति राहत शिवरों में लंच पैकेट वितरण की व्यवस्था रखी जाय । यदि आवश्यकता हो तो लंच पैकेट की आपूर्ति के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से निविदा भी करा लिया जाय ।

 बाढ अवधि में प्रभावित परिवारों के उपयोग हेतु शौचालय एवं स्नानघर अस्थायी रूप से तैयार किया जाय जो पुरुष एवं महिला के लिए अलग-अलग होगा। जिला पंचायत राज अधिकारी बलिया समस्त तहसील के तहसीलदार से सम्पर्क करके अस्थायी शौचालय एवं स्नानघर स्थापित कराये जाने एवं सफाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें ।  बाढ अवधि में सुरक्षा एवं राहत कार्यों के सुचारू रूप से सम्पादन हेतु तथा बाढ की स्थित में राहत एवं बचाव कार्यों हेतु एन०डी०आर०एफ० / एस०डी०आर०एफ० के उपयोग हेतु वाहनों की व्यवस्था उप जिलाधिकारीगण के मांग पर उपलब्धता सुनिश्चित करेगे। अतएव सम्भावित बाढ़ / अतिवृष्टि - 2023 के दृष्टिगत उक्त सभी विन्दुओ का अनुपालन शतप्रतिशत सुनिश्चित किया जाय।