Breaking News

फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के लिए निकली जागरूकता रैली







●पीसीआई के सहयोग से प्रचार वाहन रथ को दिखाई हरी झंडी

●आज से आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर अपने सामने खिलाएंगी दवा

बलिया।।जनपद में 10 फरवरी से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के एक दिन पूर्व जन जागरूकता रैली निकाली गई। यह रैली स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान और पीसीआई संस्था के सहयोग से गुरुवार को निकाली गई। साथ ही प्रचार वाहन रथ को जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी आवास से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

रैली में किडजी स्कूल के छात्र - छात्राओं एवं एएनएम ने प्रतिभाग किया । यह रैली टीडी कॉलेज चौराहा होते हुए जिला मलेरिया अधिकारी के कार्यालय पर समाप्त हुई । जागरूकता रथ के माध्यम से शहरी क्षेत्र के सभी वार्डो में प्रचार प्रसार के लिए माइकिंग का कार्य 10 दिन तक किया जाएगा। रैली में छात्र-छात्राओं ने ‘हम सब ने यह ठाना है, डीईसी और एल्बेंडाजॉल खाना है, फाइलेरिया रोग भगाना है, ‘जन -जन में हो यह संचार, फाइलेरिया मुक्त हो यह संसार’, ‘जन-जन में यह अलख जगे, फाइलेरिया रोग दूर भगे’, ‘अगर दवा न खाओगे, हाथी पांव बढ़ाओगे’, ‘अगर मिले आपका सहयोग, खत्म करेंगे फाइलेरिया रोग’ आदि के नारे लगाए गए। स्कूल की दो छोटी छात्राओं गितीसा एवं मिस्का ने आते -जाते लोगों से अपील की कि हम दवा खाएंगे आप भी जरुर खाइयेगा।



जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र ने स्पष्ट किया है कि अन्य देश इस बीमारी को भले उपेक्षित बीमारी की श्रेणी में रख रहे हैं लेकिन भारत में इस बीमारी का वर्ष 2027 तक प्राथमिकता से समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसी क्रम में जनपद में 10 फरवरी से एमडीए अभियान शुरू हो रहा है। इस दौरान एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर दवा खिलाएंगी।  इस बार शहरी क्षेत्र और मलिन बस्ती में रहने वाले लोगों को खासकर फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। 







उन्होंने बताया कि फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन एक वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाएं और गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। एक से दो वर्ष की आयु के बच्चों को केवल एल्बेंडाजॉल की दवा खिलाई जाएगी। दवा का सेवन स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने ही करवाएंगे। दवा खाली पेट नहीं खानी है। दवा खाने से बचने के लिए बहाने बिल्कुल भी न करें, जैसे - अभी पान खाए हैं, अभी सर्दी-खांसी है, बाद में खा लेंगे आदि। आप का आज का यही बहाना, जीवनभर हो सकता है पछताना। इसलिए दवाओं का सेवन कर समाज को फाइलेरिया मुक्त बनाएं। दवा खाने के बाद जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आए तो घबराएं नहीं। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है।इस रैली में सहयोगी संस्थाओं  पाथ, पीसीआई, सीफार के प्रतिनिधि शामिल रहे।