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मृतक व्यापारी नन्दलाल गुप्ता के घर पहुंचे अखिलेश, बोले समर्थक देख नहीं चलता है बुलडोजर






मधुसूदन सिंह

बलिया।। विगत 1 फरवरी को फेसबुक लाइव आकर सुदखोरो के आतंक को बयां करके आत्महत्या करने वाले असलहा व्यवसायी नन्दलाल गुप्ता के घर पहुंच कर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्व गुप्त के तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद मृतक नन्दलाल की पत्नी व परिजनों से मुलाक़ात कर अपनी पार्टी के समर्थन को दोहराते हुए आश्वस्त किया कि परिजनों के साथ हर दम खड़े रहेंगे।







मीडिया से बात करते हुए कहा कि बैंको से कर्ज नहीं मिलने के बाद ही व्यापारी सुदखोरो के पास जाता है। बैंको से आसानी के साथ कर्ज न मिलना, सरकार की नाकामी है। आरोपियों के घरों पर 72 घंटे का अल्टीमेटम देकर भी बुलडोजर नहीं चलाने पर तंज कसते हुए कहा कि बाबा का बुलडोजर विरोधियो पर चलता है। कहा कि बीजेपी के लोग कहते है कि बुलडोजर न्याय दिलाता है तो फिर नन्दलाल गुप्ता को क्यों नहीं मिल रहा है? बाबा का बुलडोजर समर्थको पर नहीं चलता है।

मृतक नन्दलाल गुप्ता की पत्नी को सरकारी नौकरी और 50 लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग अखिलेश यादव ने की।


भाजपा का बुलडोजर सूदखोरों को भी वही सजा दे जो यूपी में औरों को देता है : अखिलेश यादव
- सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने असलहा कारोबारी स्व. नंदलाल गुप्ता व मनन दूबे के परिजनों से की मुलाकात
- अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार को घेरा

बलिया। चर्चित असलहा कारोबारी नंदलाल गुप्ता आत्महत्या मामले के बाद गुरूवार को शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सूदखोरों का ऑर्गनाइज्ड धंधा भाजपा द्वारा चलाया गया कारोबार है। भाजपा का बुलडोजर इन सूदखोरों को वही सजा दे जो उत्तर प्रदेश में बाकियों को दे रहा है।

जिले में तीन स्थानों पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गए। रसड़ा के मुड़ेरा में पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह के घर मुलाकात के बाद वे यहां टीडी कालेज के मैदान में हेलीकॉप्टर से उतरे और सीधे लाइव आत्महत्या करने वाले असलहा कारोबारी नंदलाल गुप्ता के परिजनों से मिलने पहुंचे। वहां से वे अपनी पार्टी के युवा संगठन में पदाधिकारी रहे छात्रनेता स्व मनीष दूबे मनन के घर भी गए। वापस टीडी कालेज के मैदान में आकर अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्हेंने कहा कि मैं स्व. नंदलाल गुप्ता की मां व पत्नी से मिला। जिस प्रकार से उन्होंने आत्महत्या की है। जिस प्रकार से पैसों का कारोबार चल रहा है, यह पूरी तरह से सूदखोरी है। याद कीजिए कि भाजपा और भाजपा के लोगों ने नोटबन्दी की थी। सवाल किया कि नोटबन्दी के बाद बैंकों में जब पैसा भरा पड़ा है तो आखिरकार किसी कारोबारी को इस तरह से सूदखोरों से पैसा कैसे लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सूदखोरों का हिसाब-किताब बहुत अलग है। पता नहीं कितना पैसा वसूलते हैं। समय-समय पर प्रताड़ना देंगे। घर में घुस आएंगे। वहां मुझे एक ऐसा व्यापारी मिला, जिसकी पिटाई की गई है। उसके कान में चोट है। यह सूदखोरों द्वारा ऑर्गनाइज्ड और भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाया गया कारोबार है। बोले, लोगों से बात करने पर जानकारी मिली है कि भाजपा के लोगों को इससे मुनाफा मिलता है। पीड़ित परिवार की मांग है कि पत्नी को सरकारी नौकरी व पचास लाख की मदद सरकार करे। जिनकी प्रॉपर्टी रजिस्ट्री हुई है, उन्हें कैंसिल किया जाए। श्री यादव ने मांग किया कि भाजपा का बुलडोजर इन्हें वही सजा दे जो और लोगों को दे रहा है। भाजपा यदि यह दावा करती है कि बुलडोजर न्याय दिलाता है तो आखिरकार नंदलाल गुप्ता की पत्नी को कब न्याय दिलाएगा। लेकिन भाजपा का बुलडोजर वहीं जाएगा जहां उसे वोट का लाभ होगा। वह न्याय के लिए नहीं जाएगा।



... तो बलिया तक इन्वेस्टमेंट लाना होगा मुश्किल

अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह सूदखोरी का व्यापार यदि इन्वेस्टर मीट में चला जाएगा तो बलिया में कोई उद्योगपति उद्योग नहीं लगाएगा। बलिया तक इन्वेस्टमेंट लाना बहुत मुश्किल हो जाएगा। बिना बीजेपी और सूदखोरों की सांठगांठ के यह कारोबार नहीं चल सकता। कहा कि पुलिस कस्टडी में सबसे ज्यादा मौतें यूपी में हुई हैं। कानपुर में एक व्यक्ति को मार-मार कर जान ले ली। उसकी पत्नी को भी सरकारी नौकरी नहीं दी। कहा कि सदन में नंदलाल गुप्ता समेत पुलिस कस्टडी में हो रही मौतों का मुद्दा उठाऊंगा।

 इस दौरान पूर्व मंत्री रामगोविन्द चौधरी, राजीव राय, सनातन पाण्डेय, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी, पूर्व मंत्री नारद राय, विधायक मो. रिजवी, विधायक संग्राम सिंह यादव, विधायक जयप्रकाश अंचल, सपा जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव, तारकेश्वर मिश्र,पूर्व विधायक मंजू सिंह, जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय "कान्हजी" संजय उपाध्याय, लक्ष्मण गुप्ता, यशपाल सिंह,आनन्द चौधरी ब्यासजी गोड़, अरविंद गिरी थे।