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सनबीम प्रांगण में नम आंखों एवं कोटिश: आशाओं व हर्षोल्लास के साथ मना विदाई समारोह







यह याद रहे पिंजरे के नहीं हो बाशिंदा तुम

फनकारी जिंदा है जब तक हो साजिंदा तुम

है दुआ 'नवचंद' की बच्चों- छूलो नीलगगन

लगते हो सचमुच अब ख्वाबों का परिंदा तुम।

बलिया।।कहना गलत न होगा कि उपरोक्त भाव को   दुल्हन की तरह सजे,सौंदर्य बोध कराता सनबीम स्कूल का विशाल मंच व दूल्हे की तरह जगमगाता विशाल नमन हाल, दिखाने में कोई कंजूसी नहीं कर रहा था। यह सब अगरसंडा स्थित सनबीम स्कूल के कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों की विदाई समारोह के अवसर पर ख्वाबों के परिंदे 0.5- 2023 के आयोजन का था,जिसे विद्यालय के कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों ने सीनियर शिक्षकों के साथ मिलकर समग्र मनोरंजन से परिसर व कार्यक्रम को ही नयनाभिराम बना दिया ।

    बता दे कि  28 जनवरी को आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत उपस्थित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से की गई। इसके पश्चात 11वीं के विद्यार्थियों के एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। इस दौरान संगीतमय धुन संग कदमताल करते हुए छात्र-छात्राओं की बेजोड़ प्रस्तुति ने ऐसा समां बांधा कि समस्त विद्यालय संगीतमय हो गया।कार्यक्रम के मध्य में विद्यालय के शिक्षकों द्वारा कक्षा बारहवीं के छात्रों को स्मृति चिह्न तथा उपहार देकर सम्मानित किया गया तथा उनके उल्लेखनीय उपलब्धियों को साझा किया गया। इनमें से अधिकांश छात्र - छात्राएं ऐसे थे जो विद्यालय की स्थापना वर्ष 2013 से ही अनवरत अध्ययन करते आ रहे थे। विद्यार्थियों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए विद्यालय में बिताए हर पल का वर्णन,अपने चरित्र निर्माण, भाषा कौशल, शीर्ष पर रहने की उपलब्धियों का संपूर्ण श्रेय विद्यालय परिवार को दिया।

ओमजी बने मिस्टर व अस्मिता तिवारी बनी मिस फेयरवेल 

 कार्यक्रम का मुख्य भाग मिस्टर एवम मिस फेयरवेल के चयन हेतु रैंप पर चलकर सतरंगी परिधानों में कक्षा बारहवीं के छात्र छात्राएं  मंच पर जब कतारबद्ध खड़े हुए तो लगा मानो सैकड़ों सितारे फलक से उतरकर जमीं पर आ गए हो। मंचस्थ:  विद्यार्थियों से अनेकों प्रश्न पूछ कर विद्यालय के  निदेशक व प्रधानाचार्या ने अंत में  विजेताओं को सम्मानित भी किया। बता दें कि सम्मानित विजेताओं में मिस्टर फेयरवेल का सम्मान वाणिज्य वर्ग के छात्र ओम जी को तथा मिस फेयरवेल का सम्मान कला वर्ग की छात्रा अस्मिता तिवारी को प्राप्त हुआ। समग्र कार्यक्रम के दौरान उमड़ती नम पलकों पर मुस्कान से लबरेज भावी भविष्य के उत्साहित भाव भारी पड़ गए।






   






कार्यक्रम के समस्त उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए करते हुए  बेजोड़ प्रशासनिक क्षमता के कुशल चितेरे विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह ने  अपने उद्बोधन में कहा कि  मिलन का समय जितना हर्षोल्लास से भरा होता है, विदाई का समय उतना ही करुणा उत्पन्न करने वाला होता है। आप सभी बच्चों का कार्य व अध्ययन सराहनीय रहा है। सामने उज्जवल भविष्य का खुला गगन आपका स्वागत कर रहा है। शिक्षकों द्वारा दिया गया मूल मंत्र जो आपने आत्मसात किया है,उससे निस्संदेह सफलता आपके कदम चूमेगी। उत्कृष्ट दोस्तों का सुझाव भी आपके लिए हितकर होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को विद्यालय पुस्तकालय में अपने चिन्ह स्वरूप एक पुस्तक भेंट करने का सुझाव दिया, ताकि धरोहर के रूप में जूनियर बच्चों को प्रेरणा मिलती रहे। श्री सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में उचित सहायता करने हेतु  विद्यालय सदैव उनके लिए  सज्य है। 

      प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह ने बच्चों को बोर्ड का टिप्स देते हुए कहा कि आप सभी अपने अभिभावकों व हमारे आशानुरूप बोर्ड में ही नहीं अपितु जीवन की प्रत्येक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। आपमें से प्रत्येक बच्चा 'मिस्टर सनबीम' व प्रत्येक बच्ची 'मिस सनबीम' है।उन्होंने सभी विद्यार्थियों को जीवन में सफल होने के लिए निरंतर परिश्रम करने हेतु प्रेरित किया।अंत में विद्यालय के एडमिन श्री एस के चतुर्वेदी ने सबका आभार प्रकट किया। इस अवसर पर समस्त कोऑर्डिनेटर्स, शिक्षकगण व शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कक्षा ग्यारहवीं केवैष्णवी,उत्पल, ऋषिकांत,सान्या, सर्वकृतिका आदि ने किया।