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धन्य है बलिया का जिला प्रशासन, सांड का इलाज कराने मे असहाय, अमेरिका से सहयोग का आया प्रस्ताव



मधुसूदन सिंह

बलिया।। योगी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट सड़को पर आवारा रूप से घूमने वाले गोवंशीय पशुओं को गो आश्रय केंद्र बनाकर रखने और उनके स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिये चिकित्सको की तैनाती वाले प्रोजेक्ट को बलिया का जिला प्रशासन कितनी गंभीरता से ले रहा है, यह बलिया शहर मे खुली आँखों से देखा जा सकता है। एक तरफ जहाँ बहादुरपुर स्थित गो आश्रय केंद्र मे पिछले 13 दिनों से भूसा नहीं है, गो ग्रास मे मिलने वाले जूठन खिलाकर 20 पशुओ को जिलाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इसकी खबर मीडिया के माध्यम से जगजाहिर होने के बाद भी जिला प्रशासन ऐसे अधिशासी अधिकारी कि बातों को विश्वास कर रहा है जिनकी नगर विकास विभाग मे प्रति नियुक्ति की तिथि 31 दिसंबर को समाप्त हो रही है।



वही दूसरी तरह ऊपर आपको आज रिकार्ड किये गये  वीडियो मे दिख रहा सांड पिछले एक माह से अधिक समय से घायल होने के बाद भी ईओ नगर पालिका बलिया और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, और जिला प्रशासन के पास इतनी फुर्सत ही नहीं है कि इसका इलाज करा दे। बता दे कि इसके घाव को कुत्तो द्वारा भी इसके बैठने पर नोच कर खाया जाता है, जिसके कारण इसके रेबीस से संक्रमित होने के संबंध मे कोई भी संशय नहीं लग रहा है। वावजूद इसके बलिया का जिला प्रशासन भी कुम्भकर्णी निद्रा मे सोया हुआ है।









योगीराज मे भी अगर इलाज के बिना महीनो से एक सांड दर्द से छटपटाते हुए घूम रहा है तो यह निश्चित है कि बलिया नगर पालिका के ईओ हो, सीवीओ हो या जिला प्रशासन हो, किसी को भी सीएम योगी की सरकार का खौफ तक नहीं है। वही बलिया एक्सप्रेस की खबर को देखने के बाद सुदूर देश अमेरिका मे रहने वाले बलिया निवासी बृजेश सिंह मनन ने फोन करके इस बेज़ुबान के इलाज मे आने वाले पूरे खर्च को उठाने की पेशकश करके अपनी संवेदनशीलता को संवेदनहीन जिला प्रशासन को आईना दिखाने का काम किया है। जिला प्रशासन की बेरुखी को देखने के बाद आनंद नगर के युवक इस घायल सांड के इलाज के लिये योजना बना रहे है।