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सनबीम बलिया का वार्षिकोत्सव जेनेसिस 2022"वर्व ऑफ बलिया" : होगा शिक्षा विभाग के दिग्गजों का आगमन ,कार्यक्रम की तैयारी में दिखा सबका जोश




बलिया।।  जिले के अगरसंडा ग्राम स्थित सनबीम स्कूल अपने  विद्यार्थियों के हित में  कार्य करने के लिए सदैव अग्रसर रहता है। विद्यालय के वार्षिक सत्र में अर्धवार्षिक, वार्षिक परीक्षा के साथ साथ वार्षिक उत्सव( सांस्कृतिक)भी  पाठ्यक्रम का अत्यंत महत्वपूर्ण  अंग है जिसमे विद्यार्थियों की प्रतिभा उभरकर सामने आती है। 

   विदित हो कि इस वर्ष विद्यालय अपने प्रांगण में विद्यालयीय वार्षिकोत्सव जिसका शीर्षक है  वर्व ऑफ बलिया का आयोजन अत्यंत वृहद स्तर पर कर रहा है।  यह कार्यक्रम दिनांक 4 दिसंबर को सायंकाल 4 बजे से होना सुनिश्चित किया गया है।इससे पूर्व 2017 में  विद्यालय के वार्षिकोत्सव का आयोजन हुआ था। किंतु कोरोनाकाल के कारण 2 वर्ष तक किसी भी  वृहद स्तर के कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका था। कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरूण सिंह ने बताया कि " वार्षिकोत्सव का उद्देश्य न केवल  मनोरंजन अपितु बच्चों में  कलात्मक निखार लाना है। श्री सिंह ने कहा कि इस वर्ष  होने वाले वार्षिकोत्सव से विद्यार्थियों में तैयारी को लेकर उत्साह और जोश देखने को मिल रहा। बच्चे पूरे जोर शोर से अपने अपने कार्यक्रम की तैयारी कर रहे हैं। कृतसंकल्पित होकर कार्य कैसे किया जाता है यह विद्यार्थियों के  कठिन अभ्यास को देखकर समझा जा सकता है।

 







 वार्षिकोत्सव में आनेवाले अतिथियों के विषय में बताते हुए श्री सिंह ने कहा कि इस वर्ष हमारे वार्षिकोत्सव में विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन के लिए *मुख्य अतिथि के रूम में डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो.प्रदीप कुमार मिश्र, सनबीम ग्रुप ऑफ एजूकेशनल इंस्टीट्यूट (डी एच के एडूसर्व)के डायरेक्टर श्री हर्ष मधोक, सनबीम ग्रुप ऑफ एजूकेशनल इंस्टीट्यूशन चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर श्री संदीप मुखर्जी, डी एच के एडूसर्व के (क्यू सी आर एंड डी) के एडिशनल डायरेक्टर श्री पी वी पॉल,स्पेशल गेस्ट के रूप में डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी लखनऊ डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ राजीव कुमार सिंह* को आमंत्रित किया गया है।


  मुख्य अतिथियों के विषय में डॉ सिंह ने बताया कि ये सभी अतिथिगण शिक्षा जगत के नगीने है तथा इनके आगमन से और इनके संबोधन से विद्यार्थियों में प्रेरणा की भावना जागृत होगी। इससे पूर्व भी विद्यालय में विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन एवं उचित मार्गदर्शन हेतु अनेकों महानुभावों का आगमन हो चुका है।