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पुलिस अधीक्षक के बयान को प्रभारी मंत्री ने बताया गलत, कहा एक व्यक्ति के वश का नही है कृत्य



नगरा बलिया।। थाना क्षेत्र की किशोरी के साथ हुई अमानवीय घटना में पुलिस की कार्यवाही पर प्रभारी मंत्री ने भी सवाल खड़ा कर दिया।  प्रभारी मंत्री ने  माना यह घटना अकेले के वश की बात नहीं है, बल्कि और लोग भी  शामिल है। जबकि घटना के बाबत प्रेसवार्ता में एसपी बलिया ने दावा किया था कि आरोपी ने अकेले ही इस घटना को अंजाम दिया है। सच्चाई तो  किशोरी बता सकती है या आरोपी। किशोरी हॉस्पिटल में बेहोशी की हालत में पड़ी हुई है और आरोपी जेल भेज दिया गया है।








 बता दे कि थाना क्षेत्र के सिकरहटा गांव के पास सड़क किनारे खून से लथपथ बेहोशी की हालत मे एक 13 वर्षीय किशोरी 15 अक्टूबर को मिली थी, जिसकी हाथ की नसें कटी हुई थी। किशोरी की हालत देख लोग उसके साथ गैंगरेप के साथ हत्या के प्रयास की आशंका जता रहे थे। सुबह शौच के लिए निकले गांव वालों ने देखने के बाद इसकी सूचना पुलिस को दी ,जिसके बाद पुलिस ने उसको जिला अस्पताल पहुँचाया । स्थिति गम्भीर देख चिकित्सकों ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। अभी उसका इलाज बीएचयू में चल रहा है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना के चौथे दिन सूबे के मंत्री और जिला प्रभारी दयाशंकर मिश्र दयालु किशोरी के घर पहुंचे और पीड़िता के परिजनों से मिले। इस दौरान वह थानाध्यक्ष से भी घटना की जानकारी ली। कहा कि यह घटना अकेले के वश की नहीं है और लोग भी इसमें शामिल होंगे। इसकी छानबीन कर न्यायपूर्ण कार्यवाही की जाय। चेताया कि दोषी किसी भी हालत में छूटे नहीं। मीडिया के पूछने पर बताया कि किशोरी के इलाज का जिम्मा सरकार ने ली है। सरकार के प्रतिनिधि हर सम्भव मदद हेतु परिवार से सम्पर्क बनाये हुए है। मंत्री के साथ बांसडीह विधायिका केतकी सिंह भी थी जो पुलिस को हिदायत दी कि हर हाल में शांति कायम रखें ।