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सत्य प्रकाश सिंह आज संभालेंगे अधिशाषी अधिकारी का पदभार, सामने होगी ये चुनौतियां




मधुसूदन सिंह

बलिया।। दिनेश कुमार विश्वकर्मा के निलंबित होने के बाद बस्ती से आये अधिशाषी अधिकारी के भी निलंबित हो जाने के बाद से बलिया नगर पालिका के रिक्त चल रहे ईओ के पद पर आज सत्य प्रकाश सिंह पद भार ग्रहण कर लेंगे। मूलरूप से अम्बेडकर नगर निवासी और अर्थ व सांख्यकी अधिकारी श्री सत्य प्रकाश सिंह डेपुटेशन पर 2019 मे सबसे पहले देवरिया मे अधिशाषी अधिकारी के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। देवरिया के बाद श्री सिंह नगर निगम प्रयागराज मे अपर नगर आयुक्त के पद पर कार्यरत थे, जहां से इनको बलिया के लिए स्थानांतरित किया गया है। श्री सिंह मंगलवार की देर शाम बलिया पहुंच गये है और आज ये अपना कार्यभार ग्रहण करने वाले है।

बलिया के ईओ के रूप मे कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही श्री सिंह को निम्न समस्याओं से जूझना पड़ेगा --------

सबसे पहले इनको आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के भारी भरकम मानदेय के भुगतान को लेकर वित्तीय रूप से जो समस्या खड़ी हुई है, उससे निपटना बड़ी चुनौती है। क्योंकि मानदेय न मिलने से आउटसोसिंग के सफाई के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते शहर मे त्योहारों के इस सीजन मे गन्दगी लगनी शुरू हो गयी है। श्री सिंह के पहले आये ईओ श्री त्रिपाठी द्वारा कोरोना काल के प्रथम चरण मे राज्य वित्त से ऐसे ही कर्मियों के मानदेय का भुगतान करना भारी पड़ गया है और वे निलंबित हो गये है। ऐसे मे ऐसे कर्मियों का भुगतान या तो राज्य सरकार द्वारा अलग से मद देने या नगर पालिका द्वारा खुद के कलेक्शन से ही किया जा सकता है। बलिया मे नगर पालिका का कलेक्शन इतना है ही नही कि ईओ साहब भुगतान दे सके।





दूसरी सबसे बड़ी समस्या सिविल लाइन्स क्षेत्र के हरपुर आवास विकास कालोनी, केशरवानी टोला, श्रीराम विहार कालोनी, टैगोर नगर, आनंद नगर, जेल, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, पुलिस लाइन, स्टेडियम, तहसील मे होने वाले जलभराव को रोकने की है। पुलिस लाइन चांदमारी से टैगोर नगर होते हुए पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी के घर के पास से बड़े नाले मे मिलने वाली नाली महीनो से बंद है, लोगो के घरो मे पानी लग रहा है लेकिन इसकी कोई सुध लेने वाला नही है। अब ज़ब श्री सिंह कार्यभार ग्रहण कर रहे है तो इनसे उम्मीद है कि ये इन मुहल्लो के निवासियों को जलभराव से मुक्ति दिलाएंगे।

तीसरा सबसे बड़ी समस्या नगर पालिका की संपत्तियों से संबंधित पत्रांवलियो के रख रखाव को लेकर है। बता दे कि लगभग 4 साल पूर्व बलिया आये निदेशक प्रशासन ने नगर पालिका की संपत्तियों वाली पत्रॉवलियो को तत्काल कंप्यूटर के माध्यम से संरक्षित करने का आदेश दिया था जो आज भी नही हो पाया है। इन रजिस्टरों का अवलोकन करने के बाद खुदबखुद इनकी खस्ता हालत दिख जाएगी । यही नही नामांतरण मे भी अवैध वसूली की खबरें निकलती रहती है, इस पर क्या रोक लग पायेगी?

नगर पालिका मे भ्रष्टाचार की अगर शिकायतें आती है तो वह इस लिए क्योंकि यहां वर्षो से पटल परिवर्तन हुआ ही नही है। अब देखना है कि श्री सिंह पटल परिवर्तन का जोखिम उठाते है कि नही।

इसके अलावा जलकल विभाग मे भी जमकर भ्रष्टाचार होने की खबरें मिलती रहती है। यहां गाड़ियों कि मरम्मत हो, पेयजल से संबंधित मरम्मत का कार्य हो,मे फर्जीवाड़े की शिकायतें सुनी जाती है, अब देखना है कि श्री सिंह इस पर कैसे रोक लगाते है।

सबसे ख़राब स्थिति कर वसूली को लेकर है। बलिया शहर मे कई मॉल, कई बड़े कॉमर्शियल काम्प्लेक्स बन गये है लेकिन इनके ऊपर भी इनके बनने के पूर्व के ही कर की वसूली है। नपा कर्मियों द्वारा अपने हित मे आजतक इनके कर को बढ़ाने का प्रयास ही नही किया गया है । अब देखना है कि कर वसूली को बढ़ाने की दिशा मे श्री सिंह क्या रुख अपनाते है।